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Bihar News: कुढ़नी सीट जदयू के पाले में गई तो गरमाई सियायत, भाजपा ने मनोज कुशवाहा की फोटो शेयर कर कसा तंज
Bihar News: बिहार में कुढ़नी विधानसभा सीट जदयू के मनोज कुशवाहा के खाते में जाने के बाद से सियायत गरमा गई है। लंबे समय से सहयोगी भाजपा ने लगातार हमला बोलते हुए उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की है।
Bihar News: बिहार में कुढ़नी विधानसभा सीट जदयू खाते में जाने के बाद से सियायत गरमा गई है। लंबे समय तक सहयोगी रही भाजपा लगातार हमला बोल रही है। कुढ़नी सीट पर जदयू की सीट पर मनोज कुशवाहा के नाम पर मुहर लगने के बाद भाजपा ने उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की है। इसमें में मनोज कुशवाहा एक पार्टी में मौजूद हैं। टेबल पर शराब की बोतल है। भाजपा ने तंज कसते हुए लिखा कि मुंह में सिगार, सामने 'रेड लेबल' की आधी खाली बोतल। कुढ़नी के नवघोषित जदयू प्रत्याशी हैं भाई, समाज से 'शराब' खत्म करवाने यह इनका स्टाइल है। चचा की 'शराबबंदी' को 'विनम्र श्रद्धांजलि'।
वहीं राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि JDU दावा कर रही है की महागठबंधन के साथ 75 फीसद मतदाता हैं। फिर तो गोपालगंज और मोकामा में एक लाख से अधिक वोट आना चाहिए था? नीचे से JDU की ज़मीन खिसक रही है और शतुर्मुर्ग बने हुए हैं? आप गले मिल रहे हैं लेकिन JDU कार्यकर्ता RJD को गले लगाने को तैयार नहीं है। 2014 में भाजपा उम्मीदवार ने JDU को कुढ़नी से हराया था। उस समय भी तो महगठबंधन ही था। चुनौती स्वीकार है?
सुशील मोदी ने कहा कि राजद में MY ( मुसलिम - यादव) के अलावा सबको सिर्फ एक लोटा पानी ही समझा जाता है। वहाँ "ए टू जेड" की बात केवल दिखावा है उन्होंने कहा कि इससे पहले राजद ने पूर्व केंद्रीय मंत्री डा.रघुवंश प्रसाद सिंह को "एक लोटा पानी " बता कर अपमानित किया था और उन्हें अस्पताल के बिस्तर से अपना इस्तीफा लालू प्रसाद को भेजना पड़ा था। अब जगदानंद के साथ बदसुलूकी की जा रही है। इतना ही नहीं सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि नीतीश के इशारे पर राजद में जगदानंद को किनारे लगाने की मुहिम चली। पहले रघुवंश बाबू का अपमान किया गया था।
वहीं भाजपा को जवाब देते हुए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि सुशील जी, क्या आप भूल गए? 2015 में आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने 42 आम सभाएं की थी और बीजेपी मात्र 53 सीटें जीती थी। यही महागठबंधन था, 2024 में भी दिखेगा। तैयार रहिए। उन्होंने कहा कि सुशील जी, विपक्षी एकता की मुहिम टांय-टांय फिस्स होगी या 2024 में भाजपा मुक्त भारत का आगाज़ होगा। ये समय बताएगा। 36752 वोट से 1794 पर आ गए फिर भी जनाधार दिखता है...वाह भाई वाह..! बड़का झुट्ठा पार्टी की फितरत ही है 'एक झूठ को सौ बार बोलना', आप इसी फितरत के शिकार हैं। लगे रहिए।