बीवी की मौत के बाद विधायक को दिखी स्वास्थ्य महकमे की बदहाली, मंत्री पर दिखाया गुस्सा

Coronavirus: जेडीयू विधायक अचमित ऋषिदेव ने पत्नी की कोरोना से मौत के बाद नीतीश सरकार पर निशाना साधा है।

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Newstrack NetworkPublished By Shreya
Published on: 24 May 2021 5:55 AM GMT
बीवी की मौत के बाद विधायक को दिखी स्वास्थ्य महकमे की बदहाली, मंत्री पर दिखाया गुस्सा
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विधायक अचमित ऋषिदेव- स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (फाइल फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Coronavirus: देश में कोरोना वायरस का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। भले ही देश में संक्रमितों की संख्या धीरे धीरे कम हो रही हो, लेकिन मृतकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। कई राज्यों में कोरोना के चलते अब भी बदतर हालात हैं। लगातार मरीजों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह चरमरा गई हैं। इन राज्यों में बिहार (Bihar) का नाम भी शामिल है।

बिहार में भी कोरोना वायरस का ग्राफ (Corona Virus Graph) बढ़ता जा रहा है। भले ही मामलों में कमी आ गई हो लेकिन अब भी लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच जनता दल यूनाटेड (Janata Dal (United)- JDU) के विधायक अचमित ऋषिदेव (MLA Achmit Rishidev) की पत्नी की कोविड-19 संक्रमण के चलते मौत हो गई। पत्नी की मौत के बाद विधायक अचमित ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री पर जमकर निशाना साधा है।

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के प्रति जाहिर की नाराजगी

रानीगंज (अररिया) से विधायक अचमित ऋषिदेव (JDU MLA Achmit Rishidev) ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की है। विधायक ने कहा कि उन्होंने अपनी पत्नी को बचाने के लिए सभी कोशिशें की, लेकिन वह अपनी पत्नी की जान बचाने में नाकामयाब रहे।

बता दें कि विधायक अचमित ऋषिदेव की पत्नी को वेंटिलेटर की जरुरत थी, लेकिन अररिया के सदर अस्पताल में सभी वेंटिलेटर संक्रिय ही नहीं थे। दरअसल, पीएम केयर फंड के तहत अस्पताल को दिए गए 6 वेंटिलेटर डॉक्टर और टेक्निशियन की कमी कमी वजह से सक्रिय नहीं थे।

एड़ी चोटी के जोर के बाद भी नहीं बचा पाए पत्नी की जान

विधायक ने सवाल उठाया कि उनके साथ ऐसा क्यों हुआ? उन्होंने अपनी पीड़ा सुनाते हुए बताया कि कैसे उनकी पत्नी को अररिया सदर अस्पताल मे इलाज नहीं मिल सका और इसके चलते उन्हें फोर्ब्सगंज रेफर कर दिया गया। JDU MLA ने बताया कि उन्होंने अपनी पत्नी को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया, लेकिन वह अपनी पत्नी की जान को बचाने में नाकामयाब रहे।

अचमित ऋषिदेव ने कहा कि जब जनता के प्रतिनिधि को इलाज नहीं मिल पा रहा है तो आम आदमी को इलाज मिलने में कितनी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा होगा, यह समझा जा सकता है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो साभार- सोशल मीडिया)

CM नीतीश से की थी ये अपील

बता दें कि विधायक की पत्नी की मौत के बाद जब सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सांत्वना देने के लिए फोन किया था तो उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए स्पष्ट रूप से बताया था कि अगर सदर अस्पताल का वेंटिलेटर चालू होता तो पत्नी की जान जरूर बच जाती। उन्होंने सीएम से आग्रह किया था कि आगे ऐसी समस्या दूसरे लोगों को न हो, इसके लिए पहल की जानी चाहिए। एक साल से बंद वेंटिलेटर की सेवा को जल्द चालू किया जाना चाहिए।

राबड़ी देवी ने साधा था निशाना

वहीं, अररिया सदर अस्पताल में वेंटिलेटर चालू नहीं होने और विधायक की पत्नी के निधन पर बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने राज्य सरकार सहित स्वास्थ्य विभाग को घेरा। उन्होंने ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कहा कि 'भाजपाई नीतीश कुमार को इस पर बोलना चाहिए कि नहीं बोलना चाहिए? इसका दोषी भी आज से 30 बरस पूर्व के आपके द्वारा दुष्प्रचारित कथित जंगलराज को बता दीजिए। आपने तो पहले के सभी PHC बंद करा दिए। शर्म करो।'

बिहार में मामलों में आ रही कमी

आपको बता दें कि बिहार में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सूबे की नीतीश सरकार ने लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगाई हुई हैं। जिसके चलते कोविड-19 संक्रमण के मामलों में कमी भी देखी जा रही है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बिहार में रविवार एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 40,691 हो गई है। हालांकि कोरोना से मौत का सिलसिला अभी भी जारी है। बीते 24 घंटे में महामारी की चपेट में आने से 107 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद राज्य में कोरोना से मरने वाले कुल मरीजों की संख्या चार हजार 549 तक हो गई है। साथ ही राज्य में कोरोना से रिकवरी दर 93.44 फीसदी तक जा पहुंची है।

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