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Cycle Girl Jyoti: साइकिल गर्ल ज्योति के पिता की मौत, लाॅकडाउन में 1300 किमी साइकिल चलाकर पहुंची थी घर
Cycle Girl Jyoti: 13 साल की ज्योति बिहार के दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा प्रखंड के सिरहुल्ली गांव की रहने वाली हैं।
अपने पिता को साइकिल पर लेकर जाती ज्योति (फाइल फोटो: सोशल मीडिया)
Cycle Girl Jyoti: कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान लगाए गए लाॅकडाउन के समय साइकिल गर्ल के नाम से फेमस हुई बिहार की रहने वाली ज्योति (Bihar Cycle Girl Jyoti) के पिता का सोमवार को निधन हो गया। बिहार की बेटी ज्योति के पिता का निधन हार्ट अटैक के चलते हुए।
13 साल की ज्योति बिहार के दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा प्रखंड के सिरहुल्ली गांव की रहने वाली हैं। बीते साल लगाए लॉकडाउन में उन्होंने अपने पिता मोहन पासवान को साइकिल पर बैठाकर गुरुग्राम से 8 दिन का सफर तय कर दरभंगा पहुंचीं। इसके बाद ज्योति न्यूज चैनल, अखबार और सोशल मीडिया पर छा गईं।
मिली जानकारी के मुताबिक, ज्योति के पिता मोहन पासवान के चाचा की दस दिन पहले मौत हो गई थी। उनके श्राद्ध कर्म के भोज के लिए लोगों के साथ ज्योति के पिता मोहन ने बैठक की थी। इसके बाद खड़ा होते ही मोहन पासवान गिर गए और उनकी जान चली गई। ग्रामीणों का कहना है कि मोहन पासवान का निधन हार्ट अटैक आने की वजह से हुई है। पिता के निधन के बाद ज्योति और परिवार के आंखों आंसू रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं।
अपने पिता को साइकिल से गुरुग्राम से दरभंगा जाती ज्योति (फाइल फोटो: सोशल मीडिया)
बता दें कि वर्ष 2020 में कोरोना महामारी को काबू करने के लिए लॉकडाउन लगाया था उस दौरान ज्योति अपने बीमार पिता को गुरुग्राम से 1300 किलोमीटर साइकिल पर बैठाकर दंरभंगा पहुंची थीं। इसके बाद ज्योति के साहस की देश और विदेश में खूब सराहना हुई थी। ज्योति के इस साहस भरे कदम की अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप की बेटी इवांका ने भी तारीफ की थी। इवांका ने कहा था कि ऐसा साहसिक कार्य भारत की बेटी ही कर सकती है।
ज्योति अपने पिता के साथ (फाइल फोटो: सोशल मीडिया)
ज्योति के पिता मोहन पासवान गुरुग्राम में ऑटो चलाकर अपने परिवार की देखभाल करते थे। लेकिन जनवरी 2020 में एक्सीडेंट के चलते उनके पैर में चोट आ गई थी। एक्सीडेंट के बाद ज्योति अपने पिता की देखभाल करने के लिए गुरुग्राम पहुंच गई थीं। इस बीच कोरोना के चलते देश भर में लॉकडाउन लगा दिया गया था जिसकी वडह उनके सामने खाने-पीने की परेशानी उत्पन्न हो गई। इसके बाद ज्योति ने 400 रुपये में साइकिल खरीदा और गुरुग्राम से अपने पिता को लेकर दरभंगा तली आईं।
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