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Bihar News: प्रोफेसर को मिली धमकी, कहा- अल्लाह का आदेश मानों नहीं तो सिर तन से जुदा करेंगे

Bihar News: प्रेम मोहन मिश्रा को बुधवार की शाम रजिस्टर्ड डाक से प्राप्त हुआ। यह पत्र भेजने वाले का नाम आलम परवेज है, वह किला घाट निवासी का रहने वाला बताया जा रहा है।

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Newstrack Network
Published on: 24 Nov 2022 12:53 PM IST
professor got threatened letter
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फ्रोफेसर को मिली धमकी (फोटो; सोशल मीडिया )

Bihar News: बिहार के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के प्रोफेसर को धमकी मिली है। यह लेटर उन्हें डाक के जरिए आया है। इसमें लिखा है कि अल्लाह का आदेश मानों नहीं तो सिर को तन से जुदा कर दिया जाएगा। यह धमकी भरा लेटर रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेम मोहन मिश्रा को बुधवार की शाम रजिस्टर्ड डाक से प्राप्त हुआ। यह पत्र भेजने वाले का नाम आलम परवेज है, वह किला घाट निवासी का रहने वाला बताया जा रहा है।

विभागाध्यक्ष डॉ प्रेम मोहन मिश्रा ने कहा कि उन्हे एक पत्र मिला। इसमें जान से मारने की धमकी दी गई है। पुलिस से अपील कि वो इस मामले को गंभीरता से ले और इस मामले की तह तक जाए। धमकी देने वालों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे। उनका पूरा परिवार दहशत के साए में जी रहा है। उन्होंने कहा कि 20-25 वर्ष एक मेडिकल एग्जाम का सेंटर यहां पर था। उस वक्त कुछ छात्रों से किताबें छीनी गई थी और कुछ वारदात हुई थी। हालांकि उस वक्त वे यहां कार्यरत भी नहीं थे। बावजूद इसके उन्हें यह धमकी भरा पत्र दिया गया है। विभागाध्यक्ष ने बताया कि किसी का ट्रांसफर करना उनके बस की बात नहीं है।

जानिए क्या लिखा है पत्र में...

मो. आलम प्रवेश ने बताया कि जनाब मोहन मिश्रा आपको कुछ काम दिया जा रहा है। जो काम नहीं करने पर जिहादी- सर तन से जुदा करेंगे। हेड रसायन विभाग प्रेम मोहन मिश्रा एवं उसके पूरे परिवार का यही हाल होगा। कहीं भी किसी भी वक्त। अल्लाह का आदेश है कि आपके विभाग में शशि शेखर झा प्रयोग प्रदर्शक को कहीं अन्य विभागी या जीडी कॉलेज बेगूसराय जो कम से कम 20 किलोमीटर दूरी पर हो बदली करा दें। जो मूसलमानो के बेटी को हमेशा गाली देते रहते हैं। आपको पता होगा कि उस समय विमल चौधरी हेड रसायन विभाग के थे। तब डेंटल कॉलेज के परीक्षा में चोरी का बहाना बनाकर हम छात्रों से किताब जबरन ले लिया गया। फिर परीक्षा समाप्ति होने पर कहा गया कि हम किताब नहीं जानते हैं। आप लोग ही किताब ले गए होंगे। इस कारण मारपीट होने पर केके झा द्वारा बीच बचाव करने पर मामला शांत हो गया। वह किताब और विभाग से पुस्तकालय से चोरी की गई किताब मात्र 17000 में नूतन पुस्तक से बेच दिया गया। जो हम लोग नूतन पुस्तक से किताब पुनः खरीद लिए। उस समय रामविलास यादव पुस्तकालय अध्यक्ष एवं सुरेंद्र मोहन झा ने बताया कि शशि शेखर झा महा चोर है जो उस वक्त स्टोर कीपर थे। विभाग के महंगा रसायन की किताब और 32 पंखा 16 गैस सिलेंडर चोरी कर अपने घर तथा गांव भेज दिया। कारण की ताला का चाबी वही रखते थे। विश्वविद्यालय थाना प्रभारी ने कहने पर बताया गया कि लिखित दीजिए, चोरी रहस्यमय ढंग से हुआ। हम लोग पुनः परीक्षा देकर आज डॉक्टर बन गए। लेकिन शशि शेखर झा को माफ नहीं करेंगे। इस पाप का फल प्रेम मोहन मिश्रा भोगेंगे।



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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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