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Land For Job Scam: जमीन के बदले नौकरी घोटाले में लालू परिवार को मिली बड़ी राहत, कोर्ट ने दी नियमित जमानत
Land For Job Scam: दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को नियमित जमानत दे दी है।
Land For Job Scam: चर्चित लैंड फॉर जॉब स्कैम केस में लालू परिवार की बड़ी राहत मिली है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को नियमित जमानत दे दी है। इसके अलावा तीन अन्य आरोपियों को भी बेल मिली है। अदालत ने 50 हजार के मुचलके पर सभी को जमानत दी है।
सीबीआई ने कोर्ट में लालू परिवार के सदस्यों और अन्य आरोपियों द्वारा दायर जमानत अर्जी का पुरजोर विरोध किया था। जांच एजेंसी ने कहा था कि सभी आरोपी बड़े पद पर हैं। ये केस को प्रभावित कर सकते हैं। अदालत ने सीबीआई की इस दलील को मानने से इनकार कर दिया। इस मामले की अगली सुनवाई अब 16 अक्टूबर को होगी।
दिल्ली रवाना होने से पहले पटना एयरपोर्ट पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा था कि सुनवाई होती रहती है। हमने ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिससे हमें डरना पड़े। वहीं, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोदी जी के राज में जो सच बोलेगा उसके ऊपर तो कार्रवाई होनी ही है। ये एजेंसियों और पुलिस का दुरूपयोग कर रहे हैं।
तेजस्वी यादव के लिए बड़ी राहत
सीबीआई ने इस मामले में पहली बार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को आरोपी बनाया है। उनके खिलाफ दायर चार्जशीट को कोर्ट स्वीकार कर चुकी है। कानून के जानकारों के मुताबिक, अगर कोर्ट तेजस्वी यादव के खिलाफ दायर चार्जशीट पर एक्शन लेता तो उन्हें जमानत लेनी पड़ती। अगर वे जमानत नहीं लेते तो जेल जाने की नौबत आ सकती थी। ऐसे में कोर्ट का ताजा फैसला उनके लिए सबसे अधिक राहतभरा माना जा रहा है।
बिहार की राजनीति में लंबे समय से तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनने की अटकलें लग रही हैं। राजद के नेता गाहे-बगाहे मौजूदा सीएम नीतीश कुमार पर दबाव बनाने की कोशिश करते रहते हैं। बताया तो ये भी जाता है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी चाहते हैं कि नीतीश पटना की गद्दी छोड़ें और पूरा समय दिल्ली में दें। हालांकि, राजनीति के माहिर खिलाड़ी नीतीश कुमार भी साफ कर चुके हैं कि 2025 तक वे बने रहेंगे। ऐसे में अगर तेजस्वी यादव कानूनी पचड़ों में उलझते हैं तो एकबार फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी उनसे दूर जा सकती है।
22 सितंबर को जारी हुआ था समन
सीबीआई की विशेष अदालत ने 22 सितंबर को पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत 17 आरोपियों को समन जारी किया था। सभी को 4 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने को कहा गया था। बता दें कि लैंड फॉर जॉब स्कैम यूपीए के कार्यकाल से जुड़ा हुआ मामला है, जब केंद्र में लालू यादव रेल मंत्री हुआ करते थे। उन पर आरोप है कि रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर उन्होंने महंगी जमीनें अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर लिखवाई। इस घोटाले का खुलासा मौजूदा समय में उनके सियासी दुश्मन से दोस्त बने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने किया था। इस मामले की जांच सीबीआई के साथ-साथ ईडी भी कर रही है।