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Maths Guru RK Srivastava: खान सर से कम फीस में पढ़ा रहे बिहार के फेमस टीचर आर के श्रीवास्तव, जानें दोनों के बीच अंतर
Maths Guru RK Srivastava: मौजूदा समय में बिहार के कई शिक्षकों ने अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। उनके शिक्षण का मानवीय पहलू सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र रहा है।
Maths Guru RK Srivastava: चाणक्य की कर्मभूमि बिहार के गुरूओं का डंका विदेशों में भी बज चुका है। मौजूदा समय में बिहार के कई शिक्षकों ने अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। उनके शिक्षण का मानवीय पहलू सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र रहा है। आज के समय में शिक्षा एक व्यापार बन चुका है और कई बड़ी कंपनियां मुनाफा पीटने के लिए मैदान में उतर चुकी हैं। इनके आगमन ने गरीब और पिछड़े तबके के बच्चों को उच्च एवं गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा से एक तरह से वंचित कर दिया है। ऐसे में इन बच्चों को कम कीमत पर बेहतर शिक्षा मुहैया कराने का बीड़ा कुछ शिक्षकों ने अपने कंधे पर उठाया है।
ऐसे ही शिक्षकों में शुमार हैं बिहार के प्रसिद्ध खान सर और मैथमेटिक्स गुरू आर के श्रीवास्तव। खान सर बेहद कम फीस लेकर छात्रों को विभिन्न सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाते हैं। वहीं, मैथमेटिक्स गुरू के नाम से मशहूर आरके श्रीवास्तव तो महज 1 रूपये गुरूदक्षिणा के रूप में अपने छात्रों से लेते हैं।
1 रूपये में छात्रों का भविष्य संवारने वाले शिक्षक
बिहार के रोहतास जिले के बिक्रमगंज के रहने वाले आरके श्रीवास्तव मात्र 1 रूपये की फीस लेकर सैंकड़ों छात्रों का भविष्य संवार चुके हैं। गरीबी में अपना बचपन खपाने वाले श्रीवास्तव ने अब 540 निर्धन परिवार के छात्रों को इंजीनियर समेत अन्य सरकारी पदों पर बैठा चुके हैं।
बताया जाता है कि आरके श्रीवास्तव कोर्स खत्म होने से पहले कोई फीस वसूल नहीं करते हैं। लेकिन पढ़ाई पूरी होने के बाद बिना गुरूदक्षिणा लिए किसी को छोड़ते भी नहीं। गुरूदक्षिणा के रूप में केवल एक रूपया वसूलते हैं।
आरके श्रीवास्तव छात्रों के बीच गजब लोकप्रिय हैं। गणित जैसे मुश्किल विषय को आसान भाषा में समझाने के उनके तरीके के बच्चे कायल हैं। इनका द्वारा चलाया जा रहा नाइट क्लासेज छात्र खूब पसंद करते हैं।
क्यों लेते हैं इतनी कम फीस
ऐसे में सवाल उठता है कि महंगाई के इस दौर में मैथमेटिक्स गुरू रजनीकांत श्रीवास्तव उर्फ आर के श्रीवास्तव कैसे महज 1 रूपये की फीस से अपने परिवार का गुजारा कर लेते हैं। आर के श्रीवास्तव मीडिया को दिए अपने कई साक्षात्कारों में बता चुके हैं।
उनके लिए गरीब और कमजोर बच्चों की शिक्षा सर्वप्रथम है। उन्होंने गरीबी को जिया है और उन तमाम मुश्किलों और चुनौतियों का सामना किया है। जो उस पृष्ठभूमि से आने वाले बच्चों को सामना करना पड़ता है।
कई इन चुनौतियों पार नहीं पा पाते और उनके जीवन में शिक्षा की लौ बुझ जाती है। इस पेशे में उनके आने का मकसद ऐसे ही छात्रों को मदद करना था और जिसपर आज भी वह कायम हैं।
अब सवाल उठता है कि वह अपने अन्य खर्चों को कैसे मैनेज करते हैं। आरके श्रीवास्तव देश के चुनिंदा महंगे शिक्षण संस्थानों में अतिथि शिक्षक के रूप में अपना योगदान देकर धन हासिल करते हैं।
पटना वाले खान सर कितना लेते हैं फीस
पटना वाले खान सर भी बेहद कम फीस लेकर छात्रों को विभिन्न सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाते हैं। खान सार आरआरबी, एनटीपीसी भर्ती परीक्षा और ग्रुप डी भर्ती परीक्षा की तैयारी के लिए 250 रूपये फीस लेते हैं।
उनके एक-एक बैच में हजार से भी अधिक छात्र पढाई करते हैं। खान सर 1 हजार रूपये में एनडीए की परीक्षा की तैयारी करवाते हैं। खान सर के कोचिंग सेंटर पर अधिकतर कोर्सों की फीस 150 रूपये से 1000 रूपये तक होती है।
इस लिहाज से देखें तो मैथमेटिक्स गुरू के नाम से देशभर में विख्यात हो चुके आरके श्रीवास्तव संभवतः दुनिया के पहले ऐसे शिक्षक हैं जो मात्र 1 रूपये की फीस लेकर छात्रों को इंजीनियरिंग जैसे महंगे कोर्स की पढ़ाई करवाते हैं।