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Bihar: PM मोदी के सामने कई बार अटके बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष, मोदी ने कहा - 'वजन कम करो तेजस्वी'
PM Bihar Visit : बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी की मौजूदगी में लिखित भाषण पढ़ा। मगर, इस दौरान सभी की नजरें उनके अटक-अटक कर पढ़ने पर टिक गई।
PM Modi Advice To Tejashwi Yadav : बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) के शताब्दी वर्ष का समापन समारोह संपन्न हो गया। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कार्यक्रम में शिरकत की। प्रधानमंत्री ने शताब्दी स्मारक स्तंभ (Centenary Memorial Pillar) का उद्घाटन किया और कल्पतरु भी लगाया। लेकिन, इन सब के बीच दो चीजें ऐसी हुई जो कि बुधवार को सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
पहली बात ये कि कार्यक्रम में भाषण देते वक्त नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) बार-बार अटक रहे थे। अपने 4 मिनट के भाषण में वो करीब 6 बार अटके। वे कुछ लाइनों को दोहराते नजर आए, तो कुछ शब्द के उच्चारण में भी उन्हें दिक्कत हुई।
दूसरी बात ये, कि समारोह खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री वापस जाने लगे। उनके साथ सीएम नीतीश कुमार समेत कई नेता खड़े थे। नेता प्रतिपक्ष भी उनके साथ खड़े थे। तेजस्वी यादव को देखते ही पीएम नरेंद्र मोदी रुके और उन्हें वजन कम करने की सलाह दी। उन्होंने कहा, 'थोड़ा वजन कम करो तेजस्वी'। PM मोदी की बात सुनकर तेजस्वी मुस्कुराने लगे। इसके बाद पीएम मोदी ने लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
तेजस्वी यादव ने क्या कहा?
तेजस्वी यादव ने कहा कि, 'बिहार लोकतंत्र की जननी है। अतः यहां से एक संदेश पूरे देश में जाना चाहिए। हम अलग-अलग दलों से इस विधानमंडल में है लेकिन हमारी वैचारिक प्रतिस्पर्धा राजनीतिक शत्रुता में नहीं बदलनी चाहिए।'
माननीय प्रधानमंत्री जी…जैसा मैंने पहले कहा कि हमारे राज्य के वैशाली से ही लोकतंत्र बाकी जगहों पर प्रसारित हुआ। अतः मैं आपसे आग्रह करता हूं कि School of Democracy & Legislative Studies जैसी एक संस्था बिहार में स्थापित हो। जिसके माध्यम से विधायी और लोकतंत्र के विभिन्न पहलुओं पर शोध एवं अध्ययन के अवसर और प्रशिक्षण दिया जा सके। पूरे देश के जनप्रतिनिधियों, युवाओं और संबंधित कर्मचारियों को इससे लाभ मिलेगा। तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि हमारी मांग है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न देकर इस शताब्दी वर्ष समारोह एवं देश के किसी भी प्रधानमंत्री के बिहार विधानसभा प्रांगण में प्रथम आगमन को और अधिक यादगार बनाने की कृपा करें।