Bihar News: तुलसी के रघुनाथ पर भारी पड़े ब्रह्मदेव के भोलेनाथ, सावन में बदला इस स्टेशन का नाम

Bihar News: रघुनाथपुर स्टेशन का नाम बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ के नाम पर करने की मांग वर्षों पहले जब शुरू हुई, तभी से इसका विरोध हो रहा था।

Shishir Kumar Sinha
Published on: 7 Aug 2022 9:25 AM GMT
raghunath station bihar
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raghunath station bihar (photo: social media ) 

Bihar News: एक स्थल को लेकर दो तरह की किवदंतियां थीं। एक के अनुसार इसी जगह पर गोस्वामी तुलसीदास ने भगवान राम को पहली बार 'रघुनाथ' कहा था। सदियों से इसी आधार पर यहां के लोग इस जगह को रघुनाथपुर कहते आ रहे थे। दूसरी मान्यता ब्रह्मदेव और महादेव से जुड़ी है। इसमें ऐतिहासिक तथ्य भी जुड़ते गए। इसके अनुसार यहां ब्रह्मदेव ने धरती से निकले शिवलिंग की आराधना की थी, इसलिए रघुनाथपुर से सटे ही बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ मंदिर बना। कहा जाता है कि मोहम्मद गजनवी ने भारत के मंदिरों को लूटकर तहसनहस करने की शृंखला में यहां भी हमला बोला, लेकिन बिगाड़ नहीं सका। रघुनाथपुर और बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ आसपास हैं और इसके स्टेशन का नाम शुरू से रघुनाथपुर ही रहा। लेकिन, अब सावन में ब्रह्मदेव के भोलेनाथ तुलसी के रघुनाथ पर भारी पड़े। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अनुशंसा पर रेल मंत्रालय ने बिहार में बक्सर के पास स्थित रघुनाथपुर स्टेशन का नाम बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ रेलवे स्टेशन करने पर सहमति जता दी है।

ब्रह्मेश्वर मुखिया के नाम पर स्टेशन की अफवाह उड़ी

शनिवार को जब रेल मंत्रालय की ओर से स्टेशन का नाम बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ रेलवे स्टेशन करने की अनापत्ति आई तो यह अफवाह भी उड़ी कि नामकरण नक्सलियों के खिलाफ भूमिहारों की ओर से लंबे समय तक हथियार उठाए रखने वाले ब्रह्मेश्वर मुखिया के नाम पर किया गया है। अफवाह इसलिए भी उड़ी कि स्टेशन के नाम की अनापत्ति को लेकर जारी पत्र में इस बात की व्याख्या नहीं की गई थी कि बाबा ब्रह्मेश्वर की क्या महत्ता रही है। इसके अलावा अफवाह की एक वजह यह भी थी कि अबतक बक्सर के बाहर कभी बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर को धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की चर्चा नहीं रही थी और भोजपुर इलाके से ब्रह्मेश्वर मुखिया की पहचान रही है। ब्रह्मेश्वर मुखिया को लोग ब्रह्मेश्वर बाबा भी कहते थे। बिहार में नक्सली और सवर्ण सेनाओं की लड़ाई थमने के बाद ब्रह्मेश्वर मुखिया ने जब खुद को सार्वजनिक जीवन में ले आया था तो अपराधियों ने गोलियों से भून डाला था।

रघुनाथपुर ब्रह्मेश्वरनाथ स्टेशन रखने की थी मांग

रघुनाथपुर स्टेशन का नाम बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ के नाम पर करने की मांग वर्षों पहले जब शुरू हुई, तभी से इसका विरोध हो रहा था। बाद में बात यहां तक आई कि नाम रघुनाथपुर ब्रह्मेश्वरनाथ स्टेशन कर दिया जाए। दो गुटों में इसे लेकर गतिरोध भी था, लेकिन अंत में बाबा ब्रह्मेश्वनाथ का नाम चाहने वाला समूह मुख्यमंत्री के जरिए अनुशंसा रेल मंत्रालय तक भिजवाने में सफल रहा। इसके लिए जनसमर्थन के पत्र के साथ जनप्रतिनिधियों से भी अनुशंसा मुख्यमंत्री तक पहुंचाई गई। मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव तक आम जनता की यह मांग भेजी, जिसपर सावन के पावन महीने में अनापत्ति आ गई। अब इस स्टेशन के नाम को उसी तरह बदलने की पूरी प्रक्रिया होगी, जैसे मुगलसराय स्टेशन का नाम पंडित दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर किया गया। बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ धाम में सावन का फिलहाल मेला लगा हुआ है।

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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