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'लिपस्टिक-बॉब कट' वाले बयान पर राजद नेता अब्दुल बारी ने मांगी माफी', महिला आरक्षण पर कहा था-...ये औरतें चली जाएंगी आगे

Abdul Bari Siddiqui Controversy: लालू यादव की पार्टी राजद के सीनियर लीडर अब्दुल बारी सिद्दीकी के एक विवादित बयान के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है। सिद्दीकी ने कहा कि, 'महिला आरक्षण के नाम पर अब लिपस्टिक, बॉब कट वाली महिलाएं संसद पहुंचेंगी।'

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Published on: 30 Sept 2023 5:59 PM IST (Updated on: 30 Sept 2023 6:12 PM IST)
Abdul Bari Siddiqui Controversy
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Abdul Bari Siddiqui (Social Media)

Abdul Bari Siddiqui News: 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमाने लगी है। कहा जाए कि, बिहार एक बार फिर 'जातिगत राजनीति' की प्रयोगशाला बनता जा रहा है तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। संसद के विशेष सत्र के दौरान महिला आरक्षण बिल पर संसद में हुई चर्चा के दौरान 'ठाकुर का कुआं' से शुरू हुआ विवाद पाउडर, लिपस्टिक और बॉब कट तक जा पहुंचा। इन सभी विवादों के केंद्र में राष्ट्रीय जनता दल और उनके नेता हैं।

राष्ट्रीय जनता दल नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी (Abdul Bari Siddiqui) ने 'महिला आरक्षण बिल' को लेकर विवादित बयान दिया है। राजद के वरिष्ठ नेता ने कहा, 'महिला आरक्षण में अति पिछड़ा, पिछड़ा, दूसरा का भी कोटा तय कर दीजिए, तब तो ठीक है। वर्ना महिला के नाम पर पाउडर, लिपस्टिक और बॉब कट वाली औरत चली आएगी। नौकरी में तो आपकी महिलाओं को हक मिलेगा? 'हालांकि, विवाद बढ़ता देख सिद्दीकी ने अपने बयान के लिए माफ़ी मांग ली है।

महिला आरक्षण जाति-पिछड़े-अति पिछड़े आधार पर मिले

बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में 'जागरूकता सम्मेलन' को संबोधित करते हुए अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा, 'महिलाओं का आरक्षण (Reservation for women) जाति और पिछड़े, अति पिछड़े आधार पर मिलना चाहिए।' उन्होंने सम्मेलन में मौजूद लोगों से लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) तक टीवी-सोशल मीडिया से दूर रहने की भी अपील की।

'2024 चुनाव तक टीवी-सोशल मीडिया का करें बहिष्कार'

राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने अपने संबोधन के दौरान वहां मौजूद कार्यकर्ताओं से कहा कि, 'टीवी और सोशल मीडिया से दूर रहें। इसके चक्कर में पड़ोगे तो न आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी न राज पाठ बढ़ेगा। इसलिए कसम खाइये और कम से कम लोक सभा चुनाव तक इन्हें नहीं देखें। उन्होंने कहा, जितने भी समाजवादी हैं वो कसम खाएं कि कम से कम 2024 लोकसभा चुनाव तक टीवी और सोशल मीडिया का बहिष्कार करेंगे। हंसते हुए कहा, इससे आपका खाना नहीं बंद हो जाएगा।'

सिद्दीकी- हम अपने पुरखों के अपमान को याद रखेंगे

सिद्दीकी ने मुजफ्फरपुर में आयोजित इस सम्मेलन में कहा, 'आपको कई संकल्प लेने होंगे। वर्ना इस संकल्प का कोई मतलब नहीं है। संकल्प लीजिए कि हम अपने पुरखों के अपमान को याद रखेंगे। हम अपने बच्चों को पढ़ाएंगे और अपनी हिस्सेदारी के लिए लड़ेंगे। हम लोहिया के बताए रास्ते पर चलेंगे।'

'बॉबकट-लिपस्टिक' बयान को राजद का समर्थन

अब्दुल बारी सिद्दीकी के इस बयान ने अब तूल पकड़ लिया है। अपने बचाव में उन्होंने कहा, 'ग्रामीण लोगों को समझने में आसानी हो इसलिए ये बातें एक उदाहरण के तौर पर कही थी। सिद्दीकी ने ये भी कहा कि, उनका इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था।' हालांकि, पार्टी के वरिष्ठ नेता सिद्दीकी के 'बॉबकट-लिपस्टिक' बयान का उनकी पार्टी राजद ने समर्थन किया। आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (RJD spokesperson Mritunjay Tiwari) ने कहा कि, सिद्दीकी ने दर्शकों को अपनी बात स्पष्ट करने के लिए एक रूपक (Metaphor) का इस्तेमाल किया। इसकी पृष्ठभूमि काफी हद तक ग्रामीण है।'

सिद्दीकी के बयान से JDU ने झाड़ा पल्ला

राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान से राज्य में उनकी सहयोगी पार्टी जेडीयू ने किनारा कर लिया है। जनता दल यूनाइटेड के MLC खालिद अनवर ने कहा, 'सिद्दीकी ने जो बयान दिया JDU कभी उसका समर्थन नहीं कर सकता। हमारे नेता नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) महिलाओं का सम्मान करते हैं। हमारा ये मानना है कि महिलाओं को यह अधिकार है कि वह लिपस्टिक लगाएं या ना लगाएं। बाल कैसे कटवाएं। अब्दुल बारी सिद्दीकी पर जेडीयू ने कहा, वो पुराने सोशलिस्ट नेता हैं।'

बीजेपी ने सिद्दीकी को लिए आड़े हाथों


वहीं, बीजेपी एमएलए श्रेयसी सिंह (BJP MLA Shreyasi Singh) ने राजद नेता सिद्दीकी के बयान पर सख्त टिप्पणी की। उन्होंने कहा, 'वो सिद्दीकी जैसे लोग नेता ही नहीं हैं। इनके जैसे लोग महिलाओं को आगे बढ़ते देखना नहीं चाहते। इसलिए निम्न स्तर की पॉलिटिक्स करते हैं। बीजेपी नेत्री ने कहा, तीर से निकला कमान और जुबान से निकली हुई बात वापस नहीं होती। अब्दुल बारी सिद्दीकी को महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।'



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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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