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Bihar: RJD MLA अवध बिहारी चौधरी विधानसभा अध्यक्ष चुने गए, CM नीतीश बोले- आपके अनुभव का मिलेगा लाभ
Bihar: विधानसभा अध्यक्ष के रूप में अवध बिहारी चौधरी निर्वाचित हुए। उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा आसन तक लेकर गए और सम्मान पूर्वक आसन पर बैठाया।
Bihar News : बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) की कार्रवाई शुरू हो चुकी है। उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने विधानसभा की कार्यवाही शुरू की। जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सदन के नेता के तौर पर मान्यता दी गई। विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) को विपक्ष के नेता के तौर पर मान्यता दी गई।
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष के रूप में अवध बिहारी चौधरी (Awadh Bihari Chowdhary) निर्वाचित हुए। उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा आसन तक लेकर गए और सम्मान पूर्वक आसन पर बैठाया।
नीतीश बोले- आपका अनुभव पुराना है
इसके बाद नीतीश कुमार ने सदन को संबोधित दिया। उन्होंने कहा, कि 'सदन में आपका स्वागत है। आपका अनुभव बहुत पुराना है। अब विधानसभा के सदस्य बहुत पहले से रहें। जब मैं पहली बार सदस्य बना था तब से आप सदस्य हैं। आप सरकार के मंत्री के रूप में काम करते रहें हैं। आज आपको अवसर मिला है। विधानसभा अध्यक्ष के रूप में काम करने का तो आप अच्छे ढंग से इस काम का संपादन करेंगे। हम तो यही कहेंगे कि सारे सदस्यों पर ध्यान दीजिए सत्ता पक्ष हो या विपक्ष हो सबकी बातों को सुनना चाहिए। हमें उम्मीद है कि आप इस पर खरे उतरेंगे हम सभी से अपील करेंगे कि सब इनका सम्मान करेंगे।'
'आप डॉ. राजेंद्र प्रसाद की धरती से आते हैं'
इसके बाद नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा, कि 'बिहार की जनता की ओर से हृदय से बधाई देते हैं। आप डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की धरती से आते हैं। आप बहुत सारे अनुभव को लेकर आए हैं। बिहार की संस्कृति जो शहर गई है उसको भी आगे बढ़ाने का काम करेंगे। आज हमसे में व्यक्तिगत नाराजगी हो सकती है। हमारा चेहरा पसंद नहीं हो सकता। हमारे समाज को लोग स्वीकार नहीं कर सकते हैं, लेकिन बिहार के धरती जो भी जन्म लिया है। उसका सम्मान बढ़ाने की जिम्मेदारी सभी माननीय विधायकों की है और आप पर विश्वास किया है। हमने उत्कृष्ट विधानसभा और उत्कृष्ट विधायक का जो श्रीगणेश किया है उसे आप आगे बढ़ाएंगे हमें उम्मीद है। हमें गर्व है माननीय मुख्य मुख्यमंत्री जी भ्रष्टाचार में जीरो टॉलरेंस करते हैं यह आपके आसन से जुड़ा है। अध्यक्ष के आदेश को सरकार के दबाव में निरस्त किया जाए। नीचे से कोई डायरेक्शन दे कोई प्रभावित करें यह आसन का अपमान होगा।'