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Bihar: नीतीश कुमार के तल्ख रुख से सकते में RJD, लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपने ट्वीट किए डिलीट...सियासी गर्मी बढ़ी
Bihar Politics : रोहिणी आचार्य का पोस्ट ऐसे समय में किया जब आरजेडी और जेडीयू के बीच खटपट की ख़बरें मीडिया में सामने आ रही है। रोहिणी के पोस्ट से जब मामला तूल पकड़ा तो चुपचाप बिना सफाई दिए ही उन्होंने अपना पोस्ट डिलीट कर दिया।
Bihar Politics : राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख (RJD) प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) ने गुरुवार (25 जनवरी) को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक के बाद एक तीन ऐसे पोस्ट किए, जिसने बिहार की सियासत में तूफान ला दिया। राजनीतिक तापमान इतना चढ़ा कि, स्वयं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रोहिणी के पोस्ट पर जानकारी मंगवा ली।
आपको बता दें ये पहला मौका नहीं है जब रोहिणी आचार्य ने बिहार के राजनीतिक हालात पर पोस्ट किया हो। लेकिन, आज का यह पोस्ट ऐसे समय में किया जब जब आरजेडी और जेडीयू के बीच खटपट की ख़बरें मीडिया में सामने आ रही है। रोहिणी के पोस्ट से जब मामला तूल पकड़ा तो चुपचाप बिना सफाई दिए ही उन्होंने अपना पोस्ट डिलीट कर दिया। लेकिन, तब तक राजनीतिक बवाल मच चुका था।
रोहिणी का पोस्ट वायरल, अटकलें तेज
आपको बता दें, रोहिणी आचार्य सिंगापुर में रहती हैं। समय-समय पर वह अपने परिवार का खुलकर बचाव करती रही हैं। आज भी जैसे ही उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, तो ये बातें और पुख्ता हो गई कि बिहार की राजनीति में सब कुछ सामान्य नहीं है। राजद और जेडीयू के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। रोहिणी का पोस्ट वायरल हो गया। बिहार में तमाम तरह की अटकलें शुरू हो गईं। जिसके बाद उन्होंने सभी पोस्ट डिलीट कर दिन।
क्या विधानसभा भंग करने की होगी सिफारिश?
दूसरी तरफ, भारतीय जनता पार्टी (BJP) खेमे से भी खबरें आने लगी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स से आ रही ख़बरों के अनुसार, बीजेपी का कहना है कि नीतीश कुमार उन्हें तभी मंजूर होंगे जब वो मुख्यमंत्री का पद छोड़ते हैं। सूत्रों के अनुसार, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, रोहिणी आचार्य के पोस्ट के बाद कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं। अब देखना होगा कि, क्या ये विधानसभा भंग करने की सिफारिश तक जा सकती है।
आखिर रोहिणी के पोस्ट में था क्या?
रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर एक के बाद तीन पोस्ट किए। उन्होंने कहा, 'समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है, हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा है..'। अपनी अगली पोस्ट में रोहिणी ने लिखा, 'खीज जताए क्या होगा, जब हुआ न कोई अपना योग्य विधि का विधान कौन टाले, जब खुद की नीयत में ही हो खोट।' इसके अलावा अपनी पहली पोस्ट में रोहिणी ने लिखा, 'अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां, लेकिन किसी दूसरे पर कीचड़ उछालने को करते रहते हैं बदतमीजियां..' रोहिणी की इस पोस्ट को अप्रत्यक्ष रूप से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाने के रूप में देखा जा रहा है।
CM नीतीश ने किया था परिवारवाद पर हमला
आपको बता दें, एक दिन पहले ही यानी बुधवार को सीएम नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर के जन्म जयंती समारोह में 'परिवारवाद' पर हमला बोला था। इसी के बाद गुरुवार सुबह रोहिणी आचार्य ने एक के बाद एक तीन पोस्ट कर बिहार का सियासी पारा चढ़ा दिया। इन तीनों पोस्ट में खुलकर किसी का नाम तो नहीं लिखा था, लेकिन मजमून समझने में किसी को दिक्कत भी नहीं आयी। सभी को समझ आ गया कि, रोहिणी का निशाना सीएम नीतीश कुमार की तरफ था।