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White Fungus: ब्लैक फंगस के बाद अब White Fungus से हाहाकार, यहां मिले 4 मरीज

White Fungus: पटना में व्हाइट फंगस के मरीज मिलने से अफरातफरी मच गई है। व्हाइट फंगस ब्लैक फंगस से भी ज्यादा घातक माना जा रहा है।

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By NetworkPublished By Ashiki
Published on: 20 May 2021 1:13 PM IST (Updated on: 20 May 2021 4:53 PM IST)
White fungus
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 व्हाइट फंगस (सांकेतिक फोटो)

White Fungus: भारत इन दिनों कोरोना (Coronavirus) महामारी से जूझ रहा है। पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के रफ्तार में थोड़ी कमी तो जरूर आयी है, लेकिन कोरोना महामारी के बीच इन दिनों ब्लैक फंगस (Black Fungus) ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना संक्रमित मरीजों में इन दिनों ब्लैक फंगस के मामले दिखाई दे रहे हैं।

कोरोना और ब्लैक फंगस (Black Fungus) लोगों के लिए चिंता का सबब बना ही था कि अब एक और नए फंगस ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) में व्हाइट फंगस (White Fungus) के चार मरीज सामने आए हैं। पटना में White Fungus के मरीज मिलने से अफरातफरी मच गई है। व्हाइट फंगस ब्लैक फंगस से भी ज्यादा घातक माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि व्हाइट फंगस से संक्रमित मरीजों में पटना के एक फेमस स्पेशलिस्ट भी शामिल हैं।

ब्लैक फंगस से भी घातक

White Fungus को ब्लैक फंगस से भी ज्यादा घातक बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि White Fungus से भी कोरोना की तरह मरीजों के फेफड़े संक्रमित होते हैं। फेफड़ों के अलावा, स्किन, नाखून, मुंह के अंदरूनी भाग, आमाशय और आंत, किडनी, गुप्तांग और ब्रेन आदि को भी संक्रमित करता है।

कोरोना जैसे ही लक्षण

बिहार की राजधानी पटना में अब तक व्हाइट फंगस के चार मरीज सामने आ चुके हैं। PMCH में माइक्रोबायोलॉजी विभाग के हेड डॉ. एसएन सिंह के मुताबिक अब तक ऐसे चार मरीज मिले जिनमें कोरोना वायरस जैसे लक्षण थे, लेकिन वो कोरोना नहीं बल्कि व्हाइट फंगस से संक्रमित थे। संक्रमितों में कोरोना के तीनों टेस्ट रैपिड एंटीजन, रैपिड एंटीबॉडी और RT-PCR टेस्ट निगेटिव थे। दूसरी जांच करवाने पर इस बात का खुलासा हुआ कि वे व्हाइट फंगस से संक्रमित हैं। यानी कि इसके लक्षण भी कोरोना वायरस जैसे ही हैं।

राहत की बात ये है कि एंटी फंगल दवा देने से चारों मरीज ठीक हो गए है। डॉक्टर्स के मुताबिक, व्हाइट फंगस से भी फेफड़े संक्रमित हो जाते हैं। HRCT करवाने पर कोरोना जैसा ही संक्रमण दिखाई देता है। HRCT में कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं तो व्हाइट फंगस का पता लगाने के लिए बलगम कल्चर की जांच जरूरी है।

डॉक्टर्स ने बताया कि व्हाइट फंगस का कारण भी ब्लैक फंगस की तरह की इम्युनिटी कम होना ही है। उन लोगों में इसका खतरा ज्यादा रहता है जो डायबिटीज के मरीज हैं। या फिर लंबे समय तक स्टेरॉयड दवाएं ले रहे हैं।

ब्लैक फंगस से कई राज्यों में हाहाकार

वहीं दूसरी ओर देश के कई राज्यों में ब्लैक फंगस से हाहाकार मचा हुआ है। बीते दिन देश की राजधानी दिल्ली में ब्लैक फंगस के एक मरीज की मौत हुई। वहीं राजस्थान में इसे महामारी घोषित कर दिया गया है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच ब्लैक फंगस के मामले में बढ़त देखने को मिली है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखण्ड, राजस्थान, दिल्ली और कर्नाटक जैसे कई राज्यों में ब्लैक फंगस के मामले में तेजी आई है। बताया जा रहा है कि हरियाणा सरकार ने ब्लैक फंगस को नोटिफाइड डिजीज (अधिसूचित रोग) के रूप में घोषित कर दिया है। हरियाणा में ब्लैक फंगस से ग्रस्त कल 7 मरीज मिले हैं।

24 घंटे में मिले इतने कोरोना संक्रमित

करीब दो दिन से कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही थी, लेकिन पिछले 24 घंटो में फिर बढ़ोत्तरी हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 276,110 नए कोरोना केस आए और 3874 संक्रमित मरीजों की जान चली गई है। वहीं 3,69,077 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। वहीं इससे पहले मंगलवार को 2.67 लाख और सोमवार को 2.63 लाख नए केस दर्ज किए गए थे।




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