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Manish Kashyap: जेल से निकले मनीष कश्यप ने बताया किस पार्टी से उनकी विचारधारा मिलती है, पीएम मोदी को लेकर कही ये बात
Manish Kashyap: मनीष कश्यप ने मीडिया से बात करने के दौरान सत्तारूढ़ महागठबंधन के नेताओं पर जमकर निशाना साधा।
Manish Kashyap (photo: social media )
हाल में जेल से निकले बिहार के चर्चित यूट्यूबर वापस सुर्खियों में लौट आए हैं। बाहर आते ही मनीष कश्यप ने बिहार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोल रहे हैं। कश्यप ने कहा कि उन्हें जानबूझकर फंसाया गया। उन्होंने अपनी जेल यात्रा की तुलना वनवास से की है।
मनीष कश्यप ने मीडिया से बात करने के दौरान सत्तारूढ़ महागठबंधन के नेताओं पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार को कुछ लोग दीमक की तरह चाट रहे हैं, मैं उन भ्रष्टाचारियों की तुलना पाकिस्तान से कर रहा हूं, उन्हें सुधारने के लिए वो जिस भाषा में समझेंगे, मैं उसी भाषा में उन्हें समझाऊंगा। कश्यप ने आगे कहा कि जिस तरह पीएम मोदी समझाते हैं, उसी भाषा में मैं भी समझाऊंगा।
‘मुझे जानबूझकर फंसाया गया’
यूट्यूबर मनीष कश्यप ने कहा कि तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों के साथ हुई मारपीट की घटना का वीडियो शेयर करने के मामले में उन्हें जानबूझकर फंसाया गया। कई और लोगों ने भी इसे शेयर किया था लेकिन किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई लेकिन मुझे फंसा दिया गया। मदुरई जेल में बिताए गए समय का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मैं काला पानी का सजा काट कर आया हूं, जिसे भूल नहीं सकता।
मनीष कश्यप ने बिहार सरकार से पूछा कि मैंने एक वीडियो शेयर किया तो मेरा खाता सीज कर दिया गया। मुझे जेल में डाल दिया गया, मेरी कंपनी के एक कर्मचारी पर एफआईआर कर दी गई है। लेकिन संसद भवन में घुसने वाले शख्स के खिलाफ कोई एक्शन नहीं हुआ। उसके घर तक को सरकार ने सीज नहीं किया। दरअसल, 13 दिसंबर 2023 की घटना का मास्टरमाइंड ललिता झा बिहार का ही रहने वाला है।
राजनीति को लेकर क्या बोले मनीष
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में निर्दलीय अपनी किस्मत आजमा चुके मनीष कश्यप ने राजनीति में जाने को लेकर साफ-साफ कुछ नहीं कहा। हालांकि, संकेतों में उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वर्तमान में वे किस राजनेता के मुरीद हैं और किस पार्टी की विचारधारा से उनकी विचारधारा मेल खाती है। मनीष ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उनकी विचारधारा किसी पार्टी से नहीं बल्कि राष्ट्रवाद और सनातन से मेल खाती है।
19 दिसंबर को मिली थी जमानत
तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ मारपीट और अभद्रता होने का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करने के बाद मनीष कश्यप दोनों राज्यों की सरकार के निशाने पर आ गए थे। तमिलनाडु में उनके खिलाफ 6 मामले दर्ज हुए थे। यहां तक कि एनएसए भी लगाया गया था।
बिहार में पुलिस की दबिश बढ़ने के बाद मनीष कश्यप कुछ दिनों के लिए फरार हो गए। हालांकि, घर की कुर्की-जब्ती होने के बाद 18 मार्च 2023 को उन्होंने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया। इसके बाद तमिलनाडु पुलिस उन्हें रिमांड पर ले गई। उन्हें मदुरई जेल में रखा गया था। बाद में कोर्ट के आदेश पर उन्हें पटना के बेउर जेल लाया गया। 19 दिसंबर को पटना हाईकोर्ट ने उन्हें इस मामले में जमानत दे दी। 9 महीने बाद 23 दिसंबर को वे जेल से बाहर आए।