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Adani Green Energy: अदाणी ग्रीन ने शुरू की दुनिया के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट से विंड पावर जनरेशन

Adani Green Energy: विंड एनर्जी भारत की एनर्जी बैलेंस के लिए महत्वपूर्ण है ताकि दिन-रात रिन्यूएबल एनर्जी सप्लाई सुनिश्चित की जा सके, जिसमें रात में विंड और दिन में सोलर एनर्जी का जनरेशन पैटर्न का इस्तेमाल किया जा सके

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Published on: 24 July 2024 9:44 PM IST
Adani Green Energy - Photo- Newstrack
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Adani Green Energy - Photo- Newstrack

Adani Green Energy: अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल), भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी ने गुजरात के खावड़ा में दुनिया के सबसे बड़े 30,000 मेगावाट के रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट में 250 मेगावाट विंड कैपेसिटी का संचालन शुरू किया है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के साथ, खावड़ा प्लांट की कुल संचालित क्षमता अब 2,250 मेगावाट हो गई है। एजीईएल के पास अब कुल 11,184 मेगावाट का सबसे बड़ा ऑपरेशनल पोर्टफोलियो है।विंड एनर्जी भारत की एनर्जी बैलेंस के लिए महत्वपूर्ण है ताकि दिन-रात रिन्यूएबल एनर्जी सप्लाई सुनिश्चित की जा सके, जिसमें रात में विंड और दिन में सोलर एनर्जी का जनरेशन पैटर्न का इस्तेमाल किया जा सके। इसके अलावा, एनर्जी सोर्सेस को विविधता देकर ग्रिड बैलेंसिंग में विंड एनर्जी योगदान देती है और स्टोरेज के जरिए रिन्यूएबल बेसलोड पावर को मजबूत बना सकती है।

खावड़ा में भारत के सबसे बेहतरीन विंड रिसोर्स उपलब्ध हैं, जहाँ हवा की गति लगभग 8 मीटर प्रति सेकंड है, जो इसे विंड एनर्जी के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है। खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट में लगी है दुनिया के सबसे बड़ी और सबसे पावरफुल ऑनशोर विंड टर्बाइन जेनरेटर (डब्ल्यूटीजी) जिसकी क्षमता 5.2 मेगावाट है। हाई रेटेड क्षमता वाले डब्ल्यूटीजी एक ही स्थान से अधिक एनर्जी यील्ड करने के लिए ऑप्टीमल लैंड यूज़ को सक्षम बनाते हैं और इससे लेवलाइज्ड कॉस्ट ऑफ एनर्जी (एलसीओई) को कम किया जा सकता है।


5.2 मेगावाट टरबाइन में रोटर का डायमीटर 160 और टिप की ऊंचाई 200 मीटर है, जो गुजरात में स्थित दुनिया की सबसे ऊंची स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बराबर है। खावड़ा में लगाए गए 5.2 मेगावाट के डब्ल्यूटीजी एडवांस जर्मन तकनीक के साथ बनाए गए हैं और अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (एएनआईएल) के इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम में बनाएं गये हैं, जो मुंद्रा पोर्ट के पास रणनीतिक रूप से स्थित हैं। यह एजीईएल की स्वदेशी सप्लाई चेन बनाने और 'मेड इन इंडिया' विजन को मजबूत करने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

एजीईएल ने खावड़ा की बंजर जमीन को स्वच्छ और किफायती ऊर्जा के हब में बदल दिया है। खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट से उत्पन्न ऊर्जा हर साल 1 करोड़ 61 लाख घरों को बिजली दे सकती है। अत्यधिक बड़े पैमाने पर रिन्यूएबल प्रोजेक्ट्स को विकसित करने में विशेषज्ञता, एक मजबूत सप्लाई चेन नेटवर्क और तकनीकी कौशल के साथ, एजीईएल इस रिकॉर्ड-सेटिंग गीगा-स्केल प्लांट को बनाने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में है, जिसका वर्तमान में क्लीन एनर्जी सेक्टर कोई समानांतर नहीं है। खावड़ा दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट है, जो ग्लोबल डीकार्बोनाइजेशन प्रयासों और भारत की सतत प्रगति को तेज करने का प्रतीक है।



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Shalini Rai

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