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Adani Group: भय के माहौल में अडानी ग्रुप ने निवेशकों के दिया भरोसा, कर्ज चुकाने के लिए है पर्याप्त नकदी, देंगे अच्छा रिटर्न
Adani Group: ग्रुप के सीएफओ ने निवेशकों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि ग्रुप का बही खाता बहुत अच्छी स्थिति में है। उनकी नजर कारोबार के रफ्तार पर टिकी हुई है।
Adani Group: हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडानी समूह के शेयरों में आई जोरदार गिरावट से निवेशकों को बीच भय का माहौल बना हुआ है। इस माहौल को देखते हुए अडानी ग्रुप के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) ने अपने निवेशकों को चिंता मुक्त रहने को कहा है। दरअसल, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने से समूह के बाजार पूंजीकरण में जबरदस्त गिरावट आई है, इससे निवेशक डरे हुए हैं। सीएफओ ने निवेशकों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि अडानी ग्रुप का बही खाता बहुत अच्छी स्थिति में है। उनकी नजर कारोबार के रफ्तार पर टिकी हुई है।
ग्रुप ने हर कंपनियों के जारी किए वित्तीय स्टेटमेंट
अडानी ग्रुप के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) जुगशिंदर सिंह बुधवार को समूह की सबसे बड़ी कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के तिमाही नतीजे आने के बाद निवेशकों को संवाद कर रहे थे। बता दें कि अडानी एंटरप्राइजेज के दिसंबर 2022 तिमाही नतीजे मंगलवार को जारी हुए थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि अडानी ग्रुप अपने कंट्रोल, कंप्लायंस और कंपनी ऑपरेशन को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है। ग्रुप ने अपनी हर कंपनियों की वित्तीय स्टेटमेंट को अलग से जारी करके यह बताने की भी कोशिश की है कि उसके बाद नकदी की कोई समस्या है।
अडानी ग्रुप का बही खाता अच्छी स्थिति में
सिंह ने कहा कि भले बाजार में अडानी समूह के शेयरों में वर्तमान में उतार चढ़ाव चल रहा हो, लेकिन ग्रुप का बही खाता बहुत अच्छी स्थिति में है। ग्रुप के शेयरों की स्थिति संभलते ही फिर से हम अपनी कैपिटल मार्केट रणनीति की समीक्षा करेंगे। हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि शेयरधारकों को अच्छा रिटर्न दे सकें।
एंटरप्राइजेज को हुआ 820 करोड़ का लाभ
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने मंगलवार को अपने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा की थी। कंपनी को दिसंबर तिमाही में कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 820 करोड़ रुपये का रहा है। हालाकि इससे पहले पिछले साल दिसंबर तिमाही में 11.63 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
हिंडनबर्ग ने लगाए थे ये आरोप
Adani Groupबता दें कि अमेरिकी स्थिति एक रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी को अडानी ग्रुप के खिलाफ एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में यह आरोप लगाया था कि अडानी ग्रुप ने अपने शेयरों के मूल्य बढ़ाने के लिए शार्ट सेलिंग की है। साथ ही, समूह के कंपनियों के खाते में हेराफेरी की गई है। इस रिपोर्ट के सामने आते ही ग्रुप के शेयरों की हालत खराब हो गई है। समूह पर भारी दबाव बना हुआ है। अडानी समूह ने हिंडनबर्ग के रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए झूठा करार दिया था, लेकिन निवेशकों को भरोसा जोड़ नहीं रहा है। बीते 3 हफ्ते में समूह के बाजार पूंजीकरण में 125 अरब डॉलर की कमी आई है। पूंजीकरण में आई गिरावट का असर गौतम अडानी के नेटवर्थ पर दिखाई दिया है। उनकी लगातार दुनिया के टॉप रईस व्यक्ति की रैंकिंग में लगातार गिरावट आ रही है। मौजूदा में वे 20 पायदान से नीचे खिसकते हुए 24वें नंबर पर आ गए हैं।