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APSEZ Buyback: निवेशकों का टूटा भरोसा फिर हो कामय अडानी ग्रुप का ये अगला कदम, ऋण प्रतिभूति का बायबैक शुरू

APSEZ Buyback: कंपनी ने बताया कि APSEZ ने बकाया लोन में 130 मिलियन डॉलर तक की निविदा जारी की है। सूत्रों ने बताया कि कंपनी ने यह कदम निवेशकों के बीच भरोसा बढ़ान के लिए उठाया है।

Viren Singh
Published on: 24 April 2023 5:07 PM IST (Updated on: 24 April 2023 5:12 PM IST)
APSEZ Buyback: निवेशकों का टूटा भरोसा फिर हो कामय अडानी ग्रुप का ये अगला कदम, ऋण प्रतिभूति का बायबैक शुरू
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APSEZ Buyback (सोशल मीडिया)

APSEZ Buyback: हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में लगे आरोपों के बाद संकटग्रस्त अडानी ग्रुप और ग्रुप के चैयरमेन गौतम अडानी हर वो कोशिश कर रह हैं, जिससे निवेशकों का भरोसा फिर से समूह की कंपनियों पर कायम हो सके और बाजार में शेयर दोबार अपनी रफ्तार भर सके। इसी को देखते हुए अडानी ग्रुप की सहायक कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) ने सोमवार को विशिष्ट ऋण प्रतिभूतियों के बायबैक कार्यक्रम की घोषणा की है। कंपनी ने कहा कि APSEZ की ओर से यह कदम 2024 में देय ऋणों को आंशिक रूप से चुकाने के उद्देश्य से लिया गया है। कंपनी ने यह जानकारी स्टॉक एक्सचेंज को दी है।

130 मिलियन डॉलर की जारी होगी निविदा

एक्सचेंज में कंपनी ने बताया कि APSEZ ने बकाया लोन में 130 मिलियन डॉलर तक की निविदा जारी की है। सूत्रों ने बताया कि कंपनी ने यह कदम निवेशकों के बीच भरोसा बढ़ान के लिए उठाया है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अडानी ग्रुप संभवत: मौजूदा तिमाही में 250 मिलियन डॉलर और 300 मिलियन डॉलर के बीच पहली किश्त जारी हो सकती है। और आने वाली तिमाहियों में बाकी को वापस खरीदने की कोशिश करेगा।

मैच्योर होने वाले दो कंपनियों के विदेश मुद्रा ब्रांड

पिछले एक महीने में अडानी समूह के शेयरों और बांडों ने कंपनी द्वारा अपने कुछ कर्ज चुकाने और बुटीक निवेश फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स से 1.9 बिलियन डॉलर का निवेश प्राप्त करने के बाद आंशिक वसूली की है। अदानी समूह के नवीनतम कॉर्पोरेट दस्तावेज़ों से पता चला है कि समूह की दो फर्मों APSEZ और अडानी ग्रीन एनर्जी के पास लगभग 2 बिलियन डॉलर मूल्य के विदेशी मुद्रा बांड हैं, जो अगले वर्ष यानी 2024 में परिपक्व होने वाले हैं।

अगले चार तिमाही में इतना बकाया नोट खरीदने की योजना

एक बिजनेस मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी ग्रुप मौजूदा समय निजी प्लेसमेंट के माध्यम से अपने कुछ विदेशी मुद्रा बांडों को पुनर्वित्त करने के लिए निवेशकों के साथ बातचीत कर रहा है। इस निविदा प्रस्ताव के सफल समापन के बाद कंपनी को उम्मीद है कि US$520,000,000 के नोट बकाया रहेंगे। इस निविदा प्रस्ताव के बाद कंपनी अगली चार तिमाहियों में लगभग US$130,000,000 के बकाया नोटों को नकद में खरीदने की पेशकश करना चाहती है।

ग्रुप तरलता स्थिति को दे सकती गति

अडानी कंपनी ने यह भी कहा कि वह अपनी तरलता की स्थिति और बाजार की स्थितियों के साथ-साथ मूल्य निर्धारण जैसी अन्य शर्तों के अधीन इस योजना को गति दे सकती है या स्थगित कर सकती है, जो कि इनमें से प्रत्येक किश्त के लिए अलग से घोषित की जाएगी।

ये हैं डीलर मैनेजर

APSEZ ने टेंडर ऑफर के लिए बार्कलेज बैंक PLC, DBS बैंक, अमीरात NBD बैंक, फर्स्ट अबू धाबी बैंक, MUFG सिक्योरिटीज एशिया लिमिटेड सिंगापुर ब्रांच, SMBC निक्को सिक्योरिटीज और स्टैंडर्ड चार्टर्ड को डीलर मैनेजर के रूप में नियुक्त किया है। कंपनी ने कहा कि टेंडर ऑफर के लिए सूचना और निविदा एजेंट मोरो सोडाली लिमिटेड कंपनी है।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट अडानी ग्रुप को इतना हुआ घाटा

आपको बात दें कि 24 जनरवरी, 2023 को अमेरिका शार्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने भारत के कारोबारी समूह अडानी ग्रुप के खिलाफ एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप के ऊपर आरोप लगाया था कि वह अपनी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों का मूल्य बढ़ाने के लिए शेयर में हेरफेर, लेखा धोखाधड़ी और अन्य वित्तीय गड़बड़ी की है। जिसके बाद अडानी ग्रुप को तगड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। 24 जनवरी लेकर आज तक अडानी ग्रुप को हिंडनबर्ग रिपोर्ट से 114 बिलियन डॉलर का घाटा हुआ है।



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