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Real Estate in Ayodhya: क्या नेता और क्या अफसर, सबने जम कर खरीदी जमीनें

Real Estate In Ayodhya: अयोध्या और इसके इर्दगिर्द बड़े पैमाने पर सार्वजनिक और निजी डेवलपमेंट पैकेज ने सामान्य जमीनों को बड़े रियल एस्टेट में बदल दिया है।

Neel Mani Lal
Published on: 10 July 2024 7:18 PM IST (Updated on: 10 July 2024 9:11 PM IST)
Real Estate In Ayodhya
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Real Estate In Ayodhya

Real Estate in Ayodhya: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ बहुत कुछ बदल गया है। ये बदलाव इतने बड़े पैमाने पर है जिसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। इस जनवरी में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या एक धार्मिक नगरी के अलावा एक बड़ा रियल एस्टेट बिजनेस सेक्टर बन चुकी है। अयोध्या और इसके इर्दगिर्द बड़े पैमाने पर सार्वजनिक और निजी डेवलपमेंट पैकेज ने सामान्य जमीनों को बड़े रियल एस्टेट में बदल दिया है। इस मुनाफे वाले मौके को सभी ने जम कर भुनाया है।

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर 2019 में राम मंदिर को अनुमति देने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले से लेकर मार्च 2024 तक हुईं जमीन रजिस्ट्री की पड़ताल से पता चलता है कि अयोध्या और आसपास के जिलों - गोंडा और बस्ती के कम से कम 25 गांवों में भूमि लेनदेन की संख्या में 30 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। ये वह इलाके हैं जो मंदिर के 15 किलोमीटर के दायरे में आते हैं। इनमें से कई सौदे परिवार के सदस्यों या विभिन्न दलों के राजनेताओं और सरकारी अधिकारियों से करीबी तौर पर जुड़े लोगों द्वारा किए गए हैं। सिर्फ राजनेता और आला अधिकारी ही नहीं, बल्कि देश भर के कॉरपोरेट और ट्रस्ट भी अयोध्या में रियल एस्टेट बूम का फायदा उठाने के लिए कतार में लगे हैं।


कैसे कैसे खरीदार

- अरुणाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री चौना मीन के बेटों चौ कान सेंग मीन और आदित्य मीन ने सितंबर 2022 और सितंबर 2023 के बीच अयोध्या में मंदिर से 8 किलोमीटर दूर सरयू नदी के पार महेशपुर (गोंडा) में 3.99 हेक्टेयर जमीन 3.72 करोड़ रुपये में खरीदी। 25 अप्रैल 2023 को उन्होंने 0.768 हेक्टेयर जमीन 98 लाख रुपये में बेची। आदित्य मीन ने बताया कि "हमने पर्यटन विकास के लिए जमीन खरीदी है। हम एक होटल बनाएंगे और कुछ लैंडस्केपिंग भी करेंगे।" ये भी जान लीजिए कि इस साल जून में मीन ने नए अरुणाचल मंत्रिमंडल में फिर से उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है।


- भाजपा के पूर्व सांसद बृज भूषण सिंह के बेटे करण भूषण नंदिनी इंफ्रास्ट्रक्चर के मालिक हैं, जिसने मंदिर से 8 किलोमीटर दूर महेशपुर (गोंडा) में 0.97 हेक्टेयर जमीन जनवरी 2023 में 1.15 करोड़ रुपये में खरीदी थी। इस जमीन में से उन्होंने जुलाई 2023 में 635.72 वर्ग मीटर जमीन 60.96 लाख रुपये में बेची। जून 2024 में करण भूषण कैसरगंज के नए भाजपा सांसद चुने गए हैं।


- यूपी पुलिस एसटीएफ प्रमुख एडिशनल डीजीपी अमिताभ यश की मां गीता सिंह ने फरवरी 2022 से 2 फरवरी 2024 के बीच महेशपुर और दुर्गागंज (गोंडा) और मऊ यदुवंशपुर (अयोध्या) में मंदिर से 8-13 किलोमीटर दूर 9.955 हेक्टेयर “कृषि” भूमि 4.04 करोड़ रुपये में खरीदी। इनमें से उन्होंने 16 अगस्त 2023 को महेशपुर में 0.505 हेक्टेयर जमीन 20.40 लाख रुपये में बेची। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक यश ने इस बाबत टिप्पणी के अनुरोध का जवाब नहीं दिया।


- उत्तर प्रदेश गृह विभाग के सचिव संजीव गुप्ता (आईपीएस) की पत्नी डॉ. चेतना गुप्ता ने 5 अगस्त, 2022 को मंदिर से 14 किलोमीटर दूर बनवीरपुर (अयोध्या) में 253 वर्ग मीटर आवासीय भूमि 35.92 लाख रुपये में खरीदी। संजीव गुप्ता के अनुसार, "उन्होंने अब इसे बेच दिया है।"

- यूपी शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक अरविंद कुमार पांडे ने और उनकी पत्नी ममता ने जून और अगस्त 2023 के बीच मंदिर से 7 किलोमीटर दूर शाहनवाज पुर माझा (अयोध्या) में 1,051 वर्ग मीटर "आवासीय" भूमि 64.57 लाख रुपये में खरीदी। बता दें कि पांडे भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं और निलंबित हैं। उनकी पत्नी ममता बस्ती में भाजपा नेता हैं और अयोध्या में 2022 में खुले होटल "द रामायण" की प्रबंध निदेशक हैं। अरविंद पांडे ने कहा, "जमीन होटल से सटी हुई है और इसे विस्तार के लिए खरीदा गया था।"


- रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर महाबल प्रसाद के बेटे अंशुल ने नवंबर 2023 में मंदिर से 7 किलोमीटर दूर शाहनवाज पुर माझा में एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर 0.304 हेक्टेयर “कृषि” भूमि 24 लाख रुपये में खरीदी। महाबल प्रसाद ने कहा है कि, “यह एक अविकसित क्षेत्र है, अभी तक कुछ भी योजना नहीं बनाई गई है।”


- एडिशनल एसपी (अलीगढ़) पलाश बंसल (आईपीएस) के पिता देशराज बंसल, जो एक रिटायर्ड भारतीय वन सेवा अधिकारी हैं, ने अप्रैल 2021 में दिल्ली के ईश्वर बंसल के साथ मिलकर मंदिर से 15 किलोमीटर दूर राजेपुर उपरहार (अयोध्या) में 1781.03 वर्ग मीटर “आवासीय” भूमि 67.68 लाख रुपये में खरीदी थी। ईश्वर बंसल ने कांग्रेस से 2012 में दिल्ली में नगर निगम चुनाव और 2013 में विधानसभा चुनाव लड़ा था। पलाश बंसल 26 मई 2022 तक अयोध्या में तैनात थे। पलाश ने कहा कि "इसमें (ज़मीन) मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने (उनके पिता ने) किसी दूर के रिश्तेदार के साथ मिलकर यह काम किया है।"


- एसपी (अमेठी) अनूप कुमार सिंह (आईपीएस).के ससुराल वाले शैलेंद्र सिंह और मंजू सिंह ने मिलकर 21 सितंबर 2023 को मंदिर से 9 किलोमीटर दूर दुर्गागंज (गोंडा) में 4 हेक्टेयर "कृषि भूमि" 20 लाख रुपये में खरीदी। अनूप सिंह ने कहा, "इससे (ज़मीन खरीद) मेरा कोई लेना-देना नहीं है।"

- यूपी के पूर्व डीजीपी यशपाल सिंह (सेवानिवृत्त आईपीएस) ने दिसंबर 2020 से सितंबर 2023 के बीच मंदिर से 14 किलोमीटर दूर बनवीरपुर (अयोध्या) में 0.427 हेक्टेयर “कृषि” भूमि और 132.7137 वर्ग मीटर “आवासीय” भूमि 73 लाख रुपये में खरीदी। उनकी पत्नी गीता सिंह बलरामपुर की पूर्व सपा विधायक हैं। उन्होंने कहा, “हमारे पास वहां जमीन थी, नई खरीद छोटे भूखंड हैं।”


- उत्तर मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी अनुराग त्रिपाठी : वे 2017 से 2023 तक सीबीएसई सचिव थे। उनके पिता मदन मोहन त्रिपाठी ने मंदिर से 15 किलोमीटर दूर कोटसरई (अयोध्या) में 1.57 हेक्टेयर कृषि भूमि और 640 वर्ग मीटर आवासीय भूमि 2.33 करोड़ रुपये में खरीदी थी। 15 मार्च 2023 को मदन मोहन त्रिपाठी ने 1.2324 हेक्टेयर जमीन विद्या गुरुकुलम एजुकेशनल ट्रस्ट को 3.98 करोड़ रुपए में हस्तांतरित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस ट्रस्ट के वे सचिव हैं। मदन मोहन त्रिपाठी ने कहा, मैं इस जमीन पर एक स्कूल खोलने जा रहा हूं।" त्रिपाठी ने 0.343 हेक्टेयर जमीन अलग से एक अन्य संस्था को बेची है।

- हरियाणा योग आयोग के अध्यक्ष जयदीप आर्य ने 12 जुलाई 2023 को मंदिर से 6 किलोमीटर दूर माझा जमथरा (अयोध्या) में चार अन्य लोगों के साथ 3.035 हेक्टेयर जमीन 32 लाख रुपये में खरीदी। आर्य बाबा रामदेव के पूर्व सहयोगी हैं। योग आयोग की स्थापना हरियाणा सरकार ने की थी। चार अन्य खरीदारों में से एक राकेश मित्तल हैं जो रामदेव के भारत स्वाभिमान ट्रस्ट से जुड़े हैं। आर्य ने कहा, हमने विक्रेता की मदद करने के लिए जमीन खरीदी, जिसकी आर्थिक स्थिति खराब थी।


- उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक अजय सिंह के भाई कृष्ण कुमार सिंह और भतीजे सिद्धार्थ ने मंदिर से आठ किलोमीटर दूर महेशपुर (गोंडा) में 0.455 हेक्टेयर कृषि भूमि 2023 में 47 लाख रुपये में खरीदी। यह जमीन पार्क व्यू फ्लैट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर खरीदी गई। सिद्धार्थ इसके निदेशक हैं। बस्ती के हर्रैया से विधायक अजय सिंह ने कहा - मैं पार्क व्यू फ्लैट्स से जुड़ा नहीं हूं।


- गोसाईगंज नगर पंचायत की अध्यक्ष विजय लक्ष्मी जायसवाल (भाजपा) के अयोध्या निवासी उनके रिश्तेदार मदन जायसवाल ने मंदिर से 7-12 किलोमीटर दूर चार गांवों- बरहटा माझा, शाहनवाज पुर माझा, सरायरासी माझा और रामपुर हलवारा माझा में परिवार के अन्य सदस्यों के साथ 1.3 करोड़ रुपये में 8.71 हेक्टेयर कृषि भूमि खरीदी। इसमें बस्ती निवासी राकेश जायसवाल के साथ संयुक्त रूप से 8 लाख रुपये में खरीदी गई 3.38 हेक्टेयर की एक जमीन भी शामिल है। सबसे बड़े सौदों में मदन और उनके दो बच्चों ने सितंबर 2020 से नवंबर 2023 के बीच 67 लाख रुपये में बरहटा माझा, शाहनवाज पुर माझा और तिहुरा माझा में 46.67 हेक्टेयर जमीन भी समझौतों के तहत ली है। विजय लक्ष्मी जायसवाल ने कहा - मदन का अपना व्यवसाय है, मेरा उससे कोई लेना-देना नहीं है। जबकि मदन ने कहा - मैंने ये जमीनें एक ग्रुप के साथ खरीदी हैं, हमें अभी यह तय करना है कि इस पर क्या करना है।

- अमेठी के जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरि (भाजपा) की फर्म ‘’अग्रहरि मसाला उद्योग’’ ने 19 जून 2023 को मंदिर से 10 किलोमीटर दूर कुढ़ा केशवपुर उपरहार (अयोध्या) में 0.79 हेक्टेयर कृषि भूमि 8.35 करोड़ रुपये में खरीदी। उन्होंने बताया कि मैं इस जमीन का इस्तेमाल तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए करूंगा।


- बसपा के पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार ‘बबलू भैया’ के भाई विनोद सिंह ने मंदिर से 8-15 किलोमीटर दूर कोटसराय (अयोध्या) और महेशपुर (गोंडा) में 0.272 हेक्टेयर और 370 वर्ग मीटर जमीन खरीदी। उर्मिला लॉ कॉलेज की ओर से, जिसके वे मालिक हैं, विनोद और उनकी पत्नी सुनीता ने उर्मिला ग्रामीण शिक्षण संस्थान से 11,970 वर्ग मीटर जमीन ली। कुल खरीद मूल्य 35.59 लाख रुपये था। जीतेन्द्र कुमार के अनुसार - हम भाई अलग-अलग काम करते हैं। मैंने वहां कोई जमीन नहीं खरीदी है।

- भाजपा के पूर्व विधायक चंद्र प्रकाश शुक्ला : ये टाइम सिटी मल्टी-स्टेट कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी के हिस्सेदार हैं, जैसा कि उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव हलफनामे में बताया है। इस सोसाइटी ने जून 2020 से दिसंबर 2023 के बीच मंदिर से 6 किलोमीटर दूर माझा जमथरा में 1.34 हेक्टेयर कृषि भूमि और 1,985.6 वर्ग मीटर आवासीय भूमि 1.12 करोड़ रुपये में खरीदी। शुक्ला ने बताया - मैंने 2017 में टाइम सिटी से इस्तीफा दे दिया था और मैं इसके मामलों में सीधे तौर पर शामिल नहीं हूं।


- सपा के पूर्व एमएलसी राकेश राणा के बेटे ऋषभ ने अप्रैल 2023 में मंदिर से 9 किलोमीटर दूर दुर्गागंज (गोंडा) में 0.42 हेक्टेयर जमीन 25 लाख रुपये में खरीदी। एमएलसी रहने के बाद राणा को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया था। राणा ने कहा - यह एक छोटा सा प्लॉट है, हमने अभी तक कुछ भी योजना नहीं बनाई है।

- बसपा के पूर्व एमएलसी श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह (अब भाजपा में हैं) की बेटी प्रमिला सिंह ने मंदिर से 12 किलोमीटर दूर सरायरासी माझा (अयोध्या) में 2,693.08 वर्ग मीटर आवासीय भूमि सितंबर 2023 में 80 लाख रुपये में खरीदी।

कॉरपोरेट और ट्रस्ट भी पीछे नहीं

राम मंदिर सम्बन्धी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अडानी समूह से लेकर अभिनंदन लोढ़ा हाउस, आवास से लेकर हॉस्पिटैलिटी तक, कर्नाटक से लेकर दिल्ली तक के बड़े बड़े खरीदारों का तांता अयोध्या में लगा हुआ है। इंडियन एक्सप्रेस की पड़ताल से पता चलता है कि कई लोगों ने रियल एस्टेट पोर्टफोलियो को संभालने के लिए अलग-अलग सहायक कंपनियों को शामिल किया है, जबकि कईयों ने खरीद को मैनेज करने के लिए कंपनियां स्थापित करने से पहले अपने नाम पर जमीन खरीदी है। उनमें से अधिकांश ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वे खरीदी गई जमीन पर होटल या आवासीय परियोजनाएं बनाने की योजना बना रहे हैं। रजिस्ट्री के रिकॉर्ड के अनुसार, पिछले पांच सालों में अयोध्या और उसके आसपास एक करोड़ रुपये से ज़्यादा की ज़मीन खरीदने वाली कंपनियों और ट्रस्टों में कई दिग्गज शामिल हैं।


हाउस ऑफ़ अभिनन्दन लोढ़ा (मुंबई), लगभग 105 करोड़ रुपये : रिकॉर्ड बताते हैं कि जून 2023 और मार्च 2024 के बीच रियल एस्टेट की इस दिग्गज कंपनी ने मंदिर से लगभग 12 किलोमीटर दूर, सरयू के किनारे तिहुरा माझा में जहाँ तटबंध को चार लेन की सड़क में अपग्रेड किया जा रहा है, 17.73 हेक्टेयर कृषि ज़मीन और 12,693 वर्ग मीटर आवासीय ज़मीन खरीदी। इसमें बिक्री समझौते में सूचीबद्ध 217 वर्ग मीटर ज़मीन शामिल है। कुल खरीद 74.15 करोड़ रुपये की है। बाद में फर्म ने उसी गाँव में लगभग 31.24 करोड़ रुपये में 7.54 हेक्टेयर ज़मीन और खरीदी।

इस कंपनी का स्वामित्व अभिनंदन मंगल प्रभात लोढ़ा के पास है जो महाराष्ट्र के मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा के पुत्र और दिवंगत गुमानमल लोढ़ा के पोते हैं। गुमानमल लोढ़ा गुवाहाटी उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और भाजपा सांसद थे, जो 1980 के दशक के अंत में राम मंदिर आंदोलन में अग्रणी रहे थे। कंपनी के सीईओ समुज्जवल घोष ने बताया कि - पांच साल से अधिक के ट्रैक रिकॉर्ड के साथ हमने महाराष्ट्र और गोवा जैसे कई राज्यों में अपनी उपस्थिति स्थापित की है, अयोध्याजी में हमारा हालिया विस्तार एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हमारी विस्तार रणनीति राज्य और केंद्र दोनों सरकारों द्वारा चल रहे बुनियादी ढांचे के विकास की पहलों के साथ जटिल रूप से जुड़ी हुई है, जिसमें सांस्कृतिक और पर्यटन स्थलों पर विशेष जोर दिया गया है।


अडानी ग्रुप (अहमदाबाद) : पिछले साल 18 सितंबर को, कंपनी ने ‘’होमक्वेस्ट इंफ्रास्पेस’’ नामक एक सहायक कंपनी को शामिल किया, जिसने नवंबर और दिसंबर के बीच मंदिर परिसर से लगभग 6 किमी दूर माझा जामथारा में 1.4 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि खरीदी। खरीद का कुल मूल्य: 3.55 करोड़ रुपये था। एक प्रवक्ता ने कहा कि लेन-देन सभी कानूनों और नियमों के अनुसार किया गया था। और कंपनी ने भविष्य के विकास के लिए एक निजी पार्टी से जमीन का अधिग्रहण किया है।


व्यक्ति विकास केंद्र (कर्नाटक), 9.03 करोड़ रुपये : बेंगलुरु स्थित इस इकाई ने 7 फरवरी, 2022 को प्रयागराज के दयानंद पाठक (मेसर्स वीपीडीपी) और अब्दुल सलाम (अयोध्या) से मंदिर से लगभग 6 किमी दूर माझा जामथारा में 5.31 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि खरीदी। रिकॉर्ड बताते हैं कि यह ज़मीन मूल रूप से 21 अक्टूबर, 2021 को सिर्फ़ 1.26 करोड़ रुपये में समझौते के तहत ली गई थी। इस समझौते को व्यक्ति विकास केंद्र को बिक्री से तीन दिन पहले 4 फरवरी, 2022 को आगे बढ़ाया गया था। केंद्र खुद को श्री श्री रविशंकर के द आर्ट ऑफ़ लिविंग के तत्वावधान में पंजीकृत सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट के रूप में वर्णित करता है।

गलगोटिया होटल एंड रिसॉर्ट्स (दिल्ली), 7.57 करोड़ रुपये : कंपनी की ओर से, इसके निदेशक ध्रुव गलगोटिया ने दिसंबर 2023 में मंदिर से लगभग 8 किलोमीटर दूर महेशपुर (गोंडा) में 3432.32 वर्ग मीटर आवासीय भूमि खरीदी। होटलों के अलावा यह ग्रुप शैक्षणिक संस्थान, एक रियल एस्टेट व्यवसाय, एक प्रकाशन और अस्पताल भी चलाता है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा - हम एक अस्पताल और एक होटल बनाने जा रहे हैं।


द इनोवेटर्स डिजिटल एड्स (यूपी) : प्रयागराज की इस फर्म के मालिक मयंक जायसवाल हैं, जो समाजवादी नेता दिवंगत सालिगराम जायसवाल के पोते हैं। इसने अप्रैल से अगस्त 2023 के बीच मंदिर से लगभग 14 किलोमीटर दूर बनवीरपुर में 29,030 वर्ग मीटर आवासीय जमीन खरीदी, जिस पर 29 करोड़ रुपये खर्च हुए। कंपनी को 2005 में बैनर, विज्ञापन, डिजिटल विज्ञापन और विज्ञापन तथा प्रचार के लिए शुरू किया गया था, उसके बाद इसने रियल एस्टेट में भी काम शुरू किया। जायसवाल ने बताया कि हमने वहां एक फाइव स्टार होटल का निर्माण शुरू कर दिया है।


सावरथिया डेवलपर्स (कर्नाटक), 26.64 करोड़ रुपये : कंपनी और उसके निदेशकों जगदीश सावरथिया (बेंगलुरु) और राजेंद्र अग्रवाल (जयपुर) ने दिसंबर 2020 से अगस्त 2023 के बीच शाहनवाजपुर माझा (अयोध्या) और इब्राहिमपुर और महेशपुर (गोंडा) में मंदिर से 7-9 किलोमीटर दूर 12.82 हेक्टेयर कृषि, 1,100 वर्ग मीटर आवासीय और 3,638.75 वर्ग मीटर औद्योगिक भूमि खरीदी। अधिकांश खरीद कंपनी और उसके निदेशकों की ओर से की गई। परिवार के सूरजमल लक्ष्मीदेवी सावरथिया चैरिटेबल ट्रस्ट के लिए 3,638.7 वर्ग मीटर औद्योगिक भूमि खरीदी गई। सावरथिया ने बताया कि हम शाहनवाजपुर में एक धर्मशाला परियोजना चला रहे हैं और सरयू के पार महेशपुर और इब्राहिमपुर गांवों में विला योजनाएं लाने की उम्मीद है।


रामकुलम रीजेंसी एलएलपी (यूपी), 7.30 करोड़ रुपये : इस फर्म और इसके मालिक जितेंद्र निगम और उनकी पत्नी कल्पना ने अक्टूबर 2020 से मार्च 2023 के बीच मंदिर से 6-10 किलोमीटर दूर माझा बरहटा और माझा जमथरा में 5.0553 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि और कुढ़ा केशवपुर में 2,530 वर्ग मीटर आवासीय भूमि अपने नाम पर और/या इन फर्मों के नाम पर खरीदी। निगम ने दिसंबर 2023 में कुढ़ा केशवपुर की जमीन 30,000 रुपये में अपनी फर्म रामकुलम रीजेंसी को ट्रान्सफर कर दी। जीतेन्द्र निगम ने कहा - हम कुढ़ा केशवपुर में एक होटल बना रहे हैं। हमारे पास एक पोल्ट्री फार्म भी है। माझा बरहटा की जमीन राज्य सरकार ने अधिग्रहित कर ली है।

श्री रामजयम एस्पायर (यूपी), 5.60 करोड़ रुपये : कंपनी की ओर से नोएडा के अभिषेक बंसल और गीता कत्याल ने मंदिर से करीब 16 किलोमीटर दूर हरिपुर जलालाबाद में 1.48 हेक्टेयर कृषि और 3,726.9 वर्ग मीटर आवासीय जमीन अगस्त 2023 और जनवरी 2024 के बीच खरीदी। यह इकाई रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज द्वारा रखे गए रिकॉर्ड में शामिल नहीं है।

त्रिवेणी ट्रस्ट (एनसीआर), 5.91 करोड़ रुपये : गुरुग्राम और सैनिक फार्म में स्थित यह ट्रस्ट धानुका एग्रीटेक से संबंधित है। इसके मई 2023 में मंदिर से लगभग 9 किलोमीटर दूर दुर्गागंज (गोंडा) में 2.1 हेक्टेयर कृषि भूमि 5.91 करोड़ रुपये में खरीदी, जबकि घोषित सर्किल रेट मूल्य 2.73 करोड़ रुपये था। ट्रस्ट को धानुका एग्रीटेक के तहत एक निवेश वाहन के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।

एबीएमएम माहेश्वरी फाउंडेशन (महाराष्ट्र) : व्यवसायी श्याम सुंदर मदनलाल सोनी द्वारा संचालित नागपुर स्थित इकाई को दिसंबर 2017 में ‘गैर लाभकारी’’ के रूप में बताया गया था। इसने अप्रैल 2023 में मंदिर से लगभग 8 किलोमीटर दूर महेशपुर (गोंडा) में 0.344 हेक्टेयर कृषि भूमि खरीदी। इसके अलावा, दो अन्य फर्म चलाने वाले सोनी ने जुलाई 2023 में अपने नाम पर उसी गांव में 0.061 हेक्टेयर जमीन 71.50 लाख रुपये में खरीदी। सोनी ने बताया - सारी जमीन ट्रस्ट के लिए है, कुछ भी किसी व्यक्ति के लिए नहीं है। हम अपने समाज के लिए एक इमारत बनाने जा रहे हैं।

भारद्वाज ग्लोबल इंफ्रावेंचर्स (यूपी) : 2018 में बनी और चार भाइयों द्वारा संचालित लखनऊ स्थित इस फर्म ने दिसंबर 2022 और फरवरी 2023 के बीच मंदिर से लगभग 13 किलोमीटर दूर लोलपुर एहतमाली (गोंडा) में 0.97 हेक्टेयर कृषि भूमि और 8,742.32 वर्ग मीटर आवासीय भूमि खरीदी। कंपनी के निदेशकों में से एक रामेंद्र प्रताप सिंह ने कहा - हमने दो होटल ब्रांडों के लिए एक प्रमुख ग्रुप के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिन्हें हम बनाएंगे। हम 2027 तक दोनों परियोजनाओं को पूरा कर लेंगे।


अवधसिटी डेवलपर्स (यूपी) : कंपनी ने दिसंबर 2021 और सितंबर 2023 के बीच मंदिर से लगभग 13 किलोमीटर दूर लोलपुर एहतमाली और इब्राहिमपुर (गोंडा) में 2.76 हेक्टेयर और 810 वर्ग मीटर जमीन खरीदी। इनमें से 1.011 हेक्टेयर जमीन मंदिर के रखवाले मंदिर राम जानकी सर्वराकर से 14 सितंबर, 2023 को 1.15 करोड़ रुपये में खरीदी गई। ग्यारह दिन बाद डेवलपर्स ने जमीन 1.30 करोड़ रुपये में बेच दी। फर्म को अप्रैल 2022 में बनाया गया था और पिछली खरीद उसके निदेशकों के नाम पर थी।

जाखोदिया मिनरल प्राइवेट लिमिटेड (छत्तीसगढ़) : इसके निदेशक जय किशन जाखोदिया रायपुर में एक उद्योगपति हैं, जो छत्तीसगढ़ की राजधानी और ओडिशा के राउरकेला में कंपनियाँ चलाते हैं। मार्च 2022 और अक्टूबर 2023 के बीच, उन्होंने मंदिर से 6 किलोमीटर दूर माझा जमथरा में 4.55 हेक्टेयर कृषि भूमि 2.68 करोड़ रुपये में खरीदी। जाखोदिया ने इन खरीदों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

अवध एंटरप्राइजेज (यूपी): फर्म के मालिकों में से एक अयोध्या में भाजपा मंडल उपाध्यक्ष रमाकांत पांडे हैं। कंपनी ने 2022 में मंदिर से लगभग 7 किलोमीटर दूर बरहटा माझा में महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट से 1.83 हेक्टेयर जमीन खरीदी। पांडे ने कहा, इसमें से अधिकांश जमीन राज्य सरकार ने अधिग्रहित की है। मैंने ट्रस्ट से बाजार दर पर जमीन खरीदी और मुझे सर्किल रेट पर भुगतान किया गया, जिसे कई सालों से संशोधित नहीं किया गया है।


अयोध्या सरयू इंफ्रा एलएलपी (तेलंगाना): इसने दिसंबर 2021 से अक्टूबर 2023 के बीच मंदिर से 9-13 किलोमीटर दूर सरायरासी माझा, रामपुर हलवारा माझा, माझा जमथरा (अयोध्या) और लोलपुर एहतमाली और दुर्गागंज (गोंडा) में 1.78 करोड़ रुपये में कुल 10.43 हेक्टेयर जमीन खरीदी या अनुबंध पर ली। कंपनी का गठन 14 फरवरी, 2022 को हैदराबाद में हुआ। पिछली खरीद तेलंगाना के वारंगल के वेणुगोपाल मुंडाडा के नाम पर हुई थी। रिकॉर्ड से पता चलता है कि कंपनी का लक्ष्य रियल एस्टेट के क्षेत्र में कारोबार करना है।



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Shalini singh

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