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पाना है स्थिर रिटर्न...निवेश करें BOB के इन्फ्रास्ट्रक्चर बांड में, पहली किस्त जारी; जानें क्या होता है Infrastructure Bonds?

BOB Infrastructure Bonds: बीते अगस्त, 2023 में घरेलू बांड बाजार ने पिछले वित्तीय वर्ष में लगभग 8.2 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं। और इस चालू वित्त वर्ष में 9 लाख करोड़ रुपये जुटाकर एक नया रिकॉर्ड बनाने की उम्मीद है।

Viren Singh
Published on: 24 Nov 2023 2:15 PM IST (Updated on: 24 Nov 2023 2:15 PM IST)
Infrastructure Bonds
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Infrastructure Bonds (सोशल मीडिया) 

BOB Infrastructure Bonds: अगर आप पैसा लगाने का कोई स्थान खोज रहे हैं तो इन्फ्रास्ट्रक्चर बांड में निवेश कर सकते हैं। इन बांड की खास बात यह होती है कि यहां निवेशकों को अच्छा रिर्टन मिलता है, साथ ही यह ट्रैक्स फ्री बांड होते हैं। मतलब निवेशक को इन्फ्रास्ट्रक्चर बांड में निवेश करने से प्राप्त आय पर कोई भी टैक्स नहीं देना पड़ता है। निवेशक के इन पैसों का उपयोग देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर में किया जाता है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने शुक्रवार को इन्फ्रास्ट्रक्चर बांड की पहली किस्त जारी की है। बैंक ने पहली किस्त में 5000 करोड़ रुपए के इन्फ्रास्ट्रक्चर बांड जारी किया है। वहीं, बैंक इन्फ्रास्ट्रक्चर बांड के माध्मय से 10 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है, जिसकी 5 हजार करोड़ की पहली किश्त जारी हो गई है। ऐसे में कोई भी व्यक्ति इस बांड के माध्मय से पैसा निवेश कर अधिक लाभ कमा सकता है।

5 हजार करोड़ की पहली किस्त, इतना जुटाने का लक्ष्य

बैंक ऑफ बड़ौदा ने शुक्रवार को कहा कि उसने सात से 10 साल की अवधि के लिए पहली किश्त में 5,000 करोड़ रुपये तक के बुनियादी ढांचा बांड जारी करने का फैसला किया है। इसमें ₹1,000 करोड़ का बेस इश्यू शामिल है, जबकि 4000 करोड़ रुपये तक ग्रीन शू विकल्प भी शामिल है। बीओबी 10 हजार करोड़ रुपये का इन्फ्रास्ट्रक्चर बांड जारी करेगा, जिसकी पहली किस्त 5 हजार करोड़ रुपये की 24 नवंबर को जारी हो गई है।

जानिए बांड की लॉक इन अवधि

बीओबी ने यह बांड 7 और 10 साल की अवधि के लिए जारी किये हैं। वैसे तो आमतौर पर इन्फ्रास्ट्रक्चर बांड पांच साल की लॉक-इन अवधि के साथ आते हैं। इस लॉक इन टाइम में कोई भी निवेशक इन बांड को बेच नहीं सकता है। लॉक-इन अवधि खत्म होने के बाद निवेशकों के पास नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) या बीएसई जैसे स्टॉक एक्सचेंजों पर इन बांडों का व्यापार करने की सुविधा होती है।

स्थिर रिटर्न का सबसे अधिक विकल्प

बुनियादी ढांचा बांड पर विशेषज्ञों का कहना है कि इन बांडों को जारी करने से बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा मिलता है। स्थिर रिटर्न चाहने वाले व्यक्तियों के लिए यह बांड सबसे अच्छा निवेश विकल्प होता है।

इंफ्रास्ट्रक्चर बांड में व्यापार करने के लिए निवेशकों को डीमैट खाते और पैन की आवश्यकता होती है। वे इन बांडों के लिए भौतिक रूप में भी आवेदन कर सकते हैं और इसके लिए स्व-सत्यापित पैन कार्ड की आवश्यकता होगी। केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) प्रक्रिया के हिस्से के रूप में उनके पास पहचान और पते का प्रमाण होना आवश्यक है।

इस आयु के लोग कर सकते हैं निवेश

बैंक ऑफ बड़ौदा या फिर किसी भी बुनियादी ढांचा बांड निवेश में आयु 18 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले लोग ही कर सकते हैं। साथ ही, हिंदू अविभाजित परिवारों (एचयूएफ) भी निवेश सकते हैं। निवेश करने वाले लोग सभी भारतीय हों। यहां पर निवेश करना आपके देश के विकास और उन्नति में भागीदारी को प्रोत्साहित करती है।

जानिए क्या होता है इन्फ्रास्ट्रक्चर बांड

बता दें कि इन्फ्रास्ट्रक्चर बांड भारत के भीतर विभिन्न संस्थाओं द्वारा उपयोग किए जाने वाले महत्वपूर्ण वित्तीय साधनों के रूप में काम करते हैं। इसमें सरकारें, बैंक और अधिकृत बुनियादी ढांचा कंपनियां शामिल हैं। वे देश भर में विविध विकासात्मक परियोजनाओं के वित्तपोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर बांड आमतौर पर बैंकों द्वारा जारी किए जाते हैं। यहां पर दो प्रकार का इंफ्रास्ट्रक्चर बांड जारी होते हैं। पहल कर-बचत बांड और दूसरा नियमित आय बांड होता है।

घरेलू बांड बाजार चालू वित्त वर्ष में बना सकता रिकॉर्ड

मिली जानकारी के मुताबिक, बीते अगस्त, 2023 में घरेलू बांड बाजार ने पिछले वित्तीय वर्ष में लगभग 8.2 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं। और इस चालू वित्त वर्ष में 9 लाख करोड़ रुपये जुटाकर एक नया रिकॉर्ड बनाने की उम्मीद है।



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Viren Singh

Viren Singh

पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

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