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Bank Strike: बैंक हड़ताल से बढ़ने लगा संकट, ATM में खत्म हो रहे पैसे

Bank Strike: दरअसल, शनिवार को महीने के अंतिम शनिवार और रविवार को अवकाश और सोमवार तथा मंगलवार के हड़ताल को मिला लें तो लगातार चार दिन बैंक बंद हैं।

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Written By aman
Published on: 28 March 2022 7:07 AM GMT
Bank strike latest news: bank strike hit services no cash in atm
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Bank Strike : (Social media)

Bank Strike: बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंक कर्मचारियों (Bank Employees) हड़ताल का असर अब दिखने लगा है। आज और कल यानी 28 और 29 मार्च को बैंक कर्मचारियों से जुड़े संगठन ने हड़ताल की घोषणा की है। दरअसल, शनिवार को महीने के अंतिम शनिवार और रविवार को अवकाश और सोमवार तथा मंगलवार के हड़ताल को मिला लें तो लगातार चार दिन बैंक बंद हैं। एक तरफ बैंक बंद और अब एटीएम से भी पैसे खाली होने लगे हैं तो आम आदमी सहित व्यापारियों की मुश्किलें अब बढ़ने लगी है।

कैश की कमी से व्यापारियों को कारोबार सुचारू रूप से चलाने में खासी दिक्कत पेश आ रही है। हालांकि, देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने हड़ताल के मद्देनजर कहा है कि इसका असर कामकाज पर पड़ेगा। कहा जा रहा है कि इस हड़ताल में सभी बैंकों के कर्मचारी शामिल हो रहे हैं। इसी वजह से एटीएम सेवा (ATM services) भी प्रभावित हो सकती है।


ये अलग बात है कि नोटबंदी के बाद और कोरोना महामारी के दरमियां लोगों ने कैशलेस ट्रांजेक्शन को तवज्जो देना शुरू किया है। आप चाहें तो नेटबैंकिंग सर्विस का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। एटीएम सेवा तो 24 घंटे उपलब्ध है मगर, आशंका जताई जा रही है कि लगातार बैंक बंद रहने से कैश की किल्लत हो सकती है।


उल्लेखनीय है, कि केंद्र सरकार ने आईडीबीआई बैंक (IDBI) सहित दो बैंकों के निजीकरण का ऐलान किया है। ज्ञात हो, कि सरकार ने पिछले बजट में ही इसका ऐलान किया था। तभी से बैंक यूनियन निजीकरण का विरोध कर रहे हैं। बैंक यूनियन की मांग है, कि सरकार बैंकों के निजीकरण के अपने इस प्रस्ताव को वापस ले। इसके अलावा भी बैंक कर्मियों की अन्य मांगे हैं। खासकर उन लोगों को ज्यादा दिक्कतें आ रही है हो कैश के जरिए ही काम करते हैं। देश में मजदूरों सहित कई ऐसे कामगारों का वर्ग है जो अपना काम कैश में ही करते हैं। ऐसे में उस वर्ग के लोगों को ज्यादा दिक्कतें पेश आ रही हैं।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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