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FD Interest Rate: महंगाई को रोकने के लिए क्या बैंक बढ़ा सकती हैं जमा ब्याज दरें? जानिए क्या हैं मौजूदा दरें
FD Interest Rate: विशेषज्ञों के मुताबिक, जो उपभोक्ता अपने सरप्लस को फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, उन्हें 1 से 2 साल की अवधि के लिए बने रहना चाहिए।
FD Interest Rate: देश में महंगाई को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार यानी 7 दिसंबर, 2022 को अपने रेपो रेट में 35 आधार अंकों की वृद्धि कर दिया है। इस बढ़ोतरी के बाद यह 6.25 प्रतिशत हो गया है। रेपो रेट की बढ़ोतरी के बाद से अब बैंकों से लोगों को कार लोन के अलावा अन्य सभी लोन लेना महंगा हो गया है तो वहीं, लोन पर चली रही समान मासिक किस्तें (ईएमआई) भी महंगी हो गई हैं,जोकि लोगों की आर्थिक स्थिति पर असर डालेगा। वहीं, रेपो रेट की बढ़ोतरी कुछ मामले पर राहत भी देती है।
बढ़ सकती हैं एफडी दरें
आरबीआई द्वारा रेपो रेट में बढ़ोतरी से लोगों के लिए राहत का विषय यह है कि आने वाले दिनों में जमा ब्याज दरों में वृद्धि हो सकती है। अगर बैंक एफडी ब्याज दरों में बढ़ोतरी करता है तो आने वाले समय लोगों को इस पर और अधिक ब्याज मिलने की संभावना है।
एक अपेक्षाकृत जोखिम मुक्त साधन सावधि जमा (एफडी) आम तौर पर उच्च ब्याज दर व्यवस्थाओं में आकर्षक हो जाता है। आरबीआई बीते एक साल के अंदर चार बार रेपो रेट में इजाफा कर चुका है और इस दौरान रेपो में 190 आधार अंकों इजाफा हो चुका है। आरबीआई के इस कदम के बाद देश की सरकारी और निजी क्षेत्र की बैंक भी अपनी जमा ब्याज दरों और एफडी दरों में बढ़ोतरी की हैं। इसके बाद मौजूदा समय प्रमुख बैंक लंबी अवधि वाले एफडी पर 7 फीसदी का ब्याज प्रदान कर रही हैं।
मुद्रास्फीति से जुड़ी होती हैं जमा दरें
आपको बता दें कि जमा दरें मुद्रास्फीति की दर से जुड़ी हुई हैं। ऐसे में बैंक आमतौर पर जमाकर्ताओं को अच्छा रिटर्न प्रदान करते हैं। बाजार विशेषज्ञ का कहना है कि लगातार रेपो रेट की वृद्धि होने से बैंक एफडी ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी कर रही हैं। आने वाले समय में बैंक अपनी जमा ब्याज दरों मे फिर बढ़ोतरी कर सकती हैं।
ऐसे में जमाकर्ताओं यह करना चाहिए
विशेषज्ञों के मुताबिक, जो उपभोक्ता अपने सरप्लस को फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, उन्हें 1 से 2 साल की अवधि के लिए बने रहना चाहिए। चूंकि सावधि जमा दरों में वृद्धि होने की उम्मीद है। उपभोक्ताओं को एफडी कराते समय ऑटो-नवीनीकरण सुविधा से बचना चाहिए, ताकि उच्च ब्याज दरों पर एफडी को नवीनीकृत करने की अनुमति मिल सके। वहीं, अगले कुछ महीनों में एफडी पर निवेश करना निवेशकों के लिए एक अच्छा कदम होगा।
मौजूदा समय यह एफडी ब्याज दर
पिछले रेपो रेट में हुई बढ़ोतरी के बाद से देश की सरकारी और निजी क्षेत्र की बैंकों ने अपने एफडी और जमा ब्याज दरों मे बढ़ोतरी की थी। जिसके बाद से लोगों को एफडी पर अच्छा ब्याज दर मिल रहा है। आइये जानते हैं कि देश की प्रमुख बैंक लोगों को एफडी पर कितना फीसदी का ब्याज दे रही हैं।