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Best Farming Business Ideas: इस फसल से किसान बन सकता है अमीर, एक महीने में 20 लाख की कमाई
Best Farming Business Ideas: अगर कोई किसान जामुन की खेती करना चाह रहा है तो वह अपनी राज्य सरकार से इससे लिए मदद भी ले सकता है। हालांकि उसको देखने को होगा कि राज्य सरकार जामुन खेती पर सब्सिडी दे रही है या फिर नहीं।
Best Farming Business Ideas: जामुन में आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम और विटामिन सी भारी मात्रा में पाया जाता है, इस वजह से इसको एंटीऑक्सिडेंट फल कहा जाता है। जामुन खाने से हमारी शरीर की इन्युनिटी बढ़ती है, जो बीमारियों से लड़ने में मदद करती है। जब भी जामुन का सीजन हो तो कोशिश करें कि आप जामुन जरूर खाएं। जामुन के इन्ही गुणों की वजह से लोगों के बीच इसकी मांग इतनी अधिक रहती है कि विक्रेता सप्लाई तक नहीं कर पाते हैं। ऐसे में अगर आप किसान हैं तो गर्मी के सीजन में जामुन की खेती कर अच्छा खासा लाभ कमा सकते हैं। इतना ही नहीं, अगर आपके पास इसकी खेती करने के लिए पैसे की कमी है तो आप राज्य सरकार से भी मदद ले सकते हैं। राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत कई राज्यों की सरकारें किसानों को जामुन की खेती के लिए सब्सिडी की सुविधा भी दे रही हैं।
गनाहेड़ा के जामुन पूरे भारत में फेसम
जामुन की खेती कितनी प्रॉफिटबल है, इसका उदाहरण इस बात से लगाया जा सकता है कि राजस्थान के अजमेर जिले के गनाहेड़ा गांव जामुन की खेती करने के मामले में पूरे देश में फेमस है। इसी गांव में रहने वाले एक किसान शायर सिंह रावत हैं जो जामुन की खेती लाखों रुपये की कमाई रहे हैं। रावत कहा कि पुष्कर का जामुन पूरे भारत में प्रसिद्ध है, क्योंकि यहां जो जामुन पैदा होता है, उसकी क्वालिटी अच्छी है। साइज में मोटा होता है और यह बाजार से 10 रुपये किलो ऊपर बिकता है। उन्होंने कहा अगर कोई किसान जामुन की खेती करता है तो वह एक बीधे में करीब इसके 20 पेड़ लगा सकता है।
एक में लाखों की कमाई
किसान रावत ने कहा कि हम चार से पांच बागीचे में जामुन की खेती करते हैं। इसका सीजन साल में एक महीने का होता है, जो मध्यम जून से शुरू होता है और जुलाई तक चलता है। सीजन में जामुन का दाम 60 से 70 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से बिकता है। जिसके चलते हमारी सीजन में अच्छी कमाई हो जाती है। यह कमाई लाखों में हो जाती है।
कैसे करें जामुन की खेती?
अगर कोई किसान जामुन की खेती करना चाह रहा है तो वह अपनी राज्य सरकार से इससे लिए मदद भी ले सकता है। हालांकि उसको देखने को होगा कि राज्य सरकार जामुन खेती पर सब्सिडी दे रही है या फिर नहीं। बिहार बागवानी विभाग कहता है कि किसान एक हेक्टेयर में जामुन के 250 पौधे आराम से लगा सता है। इसका पेड़ 4 से 5 साल बाद फल देना शुरू कर देता है। हालांकि 8 साल बाद इसका पेड़ पूरी तरह तैयार हो जाता है और उपज बढ़कर एक पेड़ से 80 से 90 किलो हो जाती है। इस हिसाब से किसान एक हेक्टेयर से करीब 22-25 हजार किलो उत्पादन कर लेता है। याद रखें इसकी खेती करते वक्त खेत में जल निकासी की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए, वरना पौधे सड़ जाते हैं।
एक महीने में 20 लाख की कमाई
बाजार में आमतौ पर जामुन का भाव 100 से लेकर 200 रुपए तक बिकता है। इस लिहाज से जामुन के एक हेक्टेयर के बाग से इसकी खेती करने वाला किसान एक महीने के अंदर करीब 20 लाख तक की कमाई कर सकते हैं।
खेती पर मिलेती है सब्सिडी
बिहार सरकार एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत सूक्ष्म सिंचाई आधारित शुष्क बागवानी योजना के अंतर्गत उद्यान निदेशालय की तरफ से किसानों को जामुन की खेती पर 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी की सुविधा प्रदान कर रही है। नियम के मुताबिक, सरकार एक हेक्टेयर में जामुन की खेती करने पर लागत 60,000 रुपए प्रति इकाई निर्धारित की गई है, जिस पर किसानों को 50 फीसदी यानी 30,000 रुपए तक की सब्सिडी दी जाती है। ऐसे अगर आप बिहार राज्य के किसान है तो अधिकारिक वेबसाइट horticulture.bihar.gov.in पर जाकर आवेदन कर इस योजना का लाभ दे सकते हैं।