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Ashneer Grover: फिर बढ़ीं अशनीर ग्रोवर की मुश्किलें, BharatPe के फाउंडर की याचिका पर दिल्ली HC की फटकार
Ashneer Grover: भाविक कोलाडिया ने कंपनी में अपने शेयरों को पुनः प्राप्त करने के लिए अपने पूर्व साथी अशनीर ग्रोवर के खिलाफ मामला दायर किया था। कोलाडिया ने पिछले साल अगस्त में BharatPe से इस्तीफा दे दिया था।
Ashneer Grover: दिल्ली हाई कोर्ट ने भारत पे के पूर्व सह संस्थापक अशनीर ग्रोवर के खिलाफ दायर की गई एक याचिका पर बुधवार को सुनवाई की। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने BharatPe के पूर्व एमडी अशनीर ग्रोवर से 30 दिनों में जवाब मांगा है। आपको बता दें कि ग्रोवर हाल ही में एक नया स्टार्टअप्स शुरू किया है। जिसका नाम 'थर्ड स्टार्टअप्स' रखा है। और इससे लिए लोगों की भर्ती भी शुरू कर दी है।
इस याचिका पर की दिल्ली हाई कोर्ट
दरअसल, BharatPe के सह-संस्थापक भाविक कोलाडिया ने अपने पूर्व सह-संस्थापक से कंपनी शेयर वापस लेने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिस पर हाई कोर्ट ने बुधवार को सुनवाई की। सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने ग्रोवर से कहा है कि कोलाडिया द्वारा अपने स्वयं के रूप में दावा किए गए 16,110 शेयरों पर कोई तीसरा पक्ष अधिकार न बनाए।
कोलाडिया के वकील ने न्यायालय को यह बताया
आगे उच्च न्यायालय ने कहा कि अब कानूनी रूप से अंतिम निष्कर्ष प्रस्तुत करना संभव नहीं है, धोखाधड़ी के आरोपों को परीक्षण के दौरान साबित करना होगा। भाविक कोलाडिया की ओर से पेश हुए वकील ने न्यायालय को बताया कि आज तक भाविक को शेयर बेचने के बावजूद धन प्राप्त नहीं हुआ है। वह एक अवैतनिक विक्रेता के रूप में शेयर वापस पाने का हकदार है। ग्राहक विश्वास कारक के कारण सह-संस्थापक अशनीर से प्रभावित था। हम अंदर (जेल में) थे। पहले बातचीत होती थी, लेकिन अब सुलह की कोई संभावना नहीं है।
ग्रोवर के वकील ने दिया यह जवाब
उधर, न्यायालय में जबाव देते हुए ग्रोवर के वकील ने कहा कि बेचने के समझौते का हवाला दिया जा रहा है। यह एक जाली दस्तावेज है। भाविक ने रुपये पर कर भी चुकाया। उसे 88 लाख का भुगतान किया है।
2017 में इन लोगों ने की थी भारत पे की स्थापान
आपको बता दें कि भाविक कोलाडिया ने कंपनी में अपने शेयरों को पुनः प्राप्त करने के लिए अपने पूर्व साथी अशनीर ग्रोवर के खिलाफ मामला दायर किया था। कोलाडिया ने पिछले साल अगस्त में BharatPe से इस्तीफा दे दिया था। समाचार रिपोर्टों ने पहले सुझाव दिया था कि ग्रोवर कोलाडिया की ओर से BharatPe के कुछ शेयर रखते थे। कोलाडिया और शाश्वत नाकरानी ने 2017 में BharatPe की स्थापना की। 2018 में, ग्रोवर कंपनी के सीईओ और सह-संस्थापक के रूप में बोर्ड पर आए।