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Budget 2021: बजट में हो सकता है 'Bad Bank' का ऐलान, बैंकों पर क्या होगा असर

मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान निजी क्षेत्र की अगुवाई में बैड बैंक (Bad Bank) की स्थापना की वकालत की है। सुब्रमण्यन का कहना है कि निजी क्षेत्र की अगुवाई में बैड बैंक की स्थापना बेहद जरूरी है, ताकि वित्तीय क्षेत्र के NPA से निपटा जा सके।

Shreya
Published on: 1 Feb 2021 10:46 AM IST
Budget 2021: बजट में हो सकता है Bad Bank का ऐलान, बैंकों पर क्या होगा असर
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वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि ये बजट 2021 जनता की उम्मीदों के अनुसार होगा। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास मूल मंत्र के साथ चलने वाला होगा।

नई दिल्ली: आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का आम बजट पेश करने जा रही हैं। सुबह 11 बजे बजट पेश किया जाएगा। कोरोना महामारी के चलते सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए ये बजट काफी अहम माना जा रहा है। इस बजट से सभी को काफी उम्मीदें हैं। इस बीच कहा जा रहा है कि वित्त मंत्री अपने बजट में सभी बैंकों के हित में 'बैड बैंक' बनाने का फैसला कर सकती हैं।

बैड बैंक के गठन से NPA के एकीकरण में मिलेगी मदद

बता दें कि मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान निजी क्षेत्र की अगुवाई में बैड बैंक (Bad Bank) की स्थापना की वकालत की है। सुब्रमण्यन का कहना है कि निजी क्षेत्र की अगुवाई में बैड बैंक की स्थापना बेहद जरूरी है, ताकि वित्तीय क्षेत्र के NPA से निपटा जा सके। इससे फैसले की प्रक्रिया में तेजी आएगी। बैड बैंक के गठन से एनपीए के एकीकरण में मदद मिलेगी।

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GNPA अनुपात 13.5 प्रतिशत होने की उम्मीद

बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने अपने सितंबर-2020 से सितंबर 2021 के हालिया फाइनेंसियल स्टेबिलिटि रिपोर्ट में ये उम्मीद जताई थी कि वाणिज्यिक बैंकों के ग्रोस नॉन परफॉर्मिंग असेट्स यानी GNPA अनुपात 7.5 फीसदी से बढ़कर 13.5 प्रतिशत हो जाएगा। साथ ही मैक्रोइकोनॉमिक इनवायरमेंट के और बिगड़कर गंभीर दबाव वाले परिदश्य में तब्दील होने की स्थिति में GNPA रेशियो बढ़कर 14.8 फीसदी होने की बात कही गई है।

बैंकों के डूबे कर्ज में हो सकता है इजाफा

इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चार बैंक सितंबर 2021 तक न्यूनतम पूंजी स्तर (Minimum capital level) को पूरा करने में विफल साबित हो सकते हैं। ये बात मौजूदा आर्थिक दबावों का परीक्षण करने से सामने आई है। अगर आर्थिक दबाव बना रहता था तो इनकी संख्या बढ़कर 9 हो जाएगी। वहीं माना ये भी जा रहा है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते RBI द्वारा दी गई नियामिक छूट को वापस लेने के बाद बैंकों के डूबे कर्ज में काफी ज्यादा इजाफा हो सकता है।

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bad bank (फोटो- सोशल मीडिया)

आज हो सकती है घोषणा

बताते चलें कि सरकार बीते काफी वक्त से बैड बैंक के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज यानी सोमवार को बजट 2021-22 में इसको लेकर कुछ कदमों की घोषणा कर सकती हैं।

क्या होता है बैड बैंक?

बैड बैंक का मतलब ऐसे संस्थान से होता है जो कर्जदाताओं के डूबे कर्ज को लेगा और समाधान की प्रक्रिया आगे बढ़ाएगा। बता दें कि बैंक ऋणदाताओं की ओर से बीते काफी समय से बैड बैंक की स्थापना की मांग की जा रही है, ताकि इस मुश्किल घड़ी में उन पर डूबे कर्ज का दबाव कुछ कम हो सके।

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