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Budget 2023: सबसे अधिक बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड इस वित्त मंत्री के नाम, बाद में पीएम पद की जिम्मेदारी भी संभाली
Budget 2023: बजट से जुड़ा एक दिलचस्प सवाल यह है कि आखिर किस वित्त मंत्री ने सबसे अधिक बार देश का बजट पेश किया। वित्त मंत्रालय की कमान संभालते हुए 10 बार देश का बजट पेश किया।
Budget 2023: बजट से देश के लोगों की ढेर सारी उम्मीदें जुड़ी रहती हैं और यही कारण है कि बजट में की जाने वाली घोषणाओं का हर किसी को बेसब्री से इंतजार रहता है। बजट से जुड़ा एक दिलचस्प सवाल यह है कि आखिर किस वित्त मंत्री ने सबसे अधिक बार देश का बजट पेश किया। काफी संख्या में लोगों को इस सवाल का जवाब नहीं मालूम और ऐसे में बजट पेश किए जाने के दिन इस सवाल का जवाब जानना भी जरूरी है।
1947 में देश की आजादी के बाद सबसे अधिक बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम दर्ज है। उन्होंने वित्त मंत्रालय की कमान संभालते हुए 10 बार देश का बजट पेश किया। बाद में 1977 में देश में जनता पार्टी की सरकार बनने पर उन्होंने प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी भी संभाली।
मोरारजी देसाई के नाम दर्ज है रिकॉर्ड
पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने पहले दौर में 13 मार्च 1958 से लेकर 29 अगस्त 1963 तक देश के वित्त मंत्री के रूप में जिम्मेदारी संभाली। इसके बाद दूसरे दौर में वे 1967 से लेकर 1969 तक देश के वित्त मंत्री रहे। वित्त मंत्रालय की कमान संभालने के दौरान उन्होंने 10 बार देश का बजट पेश किया। इसके साथ ही उन्होंने दो बार देश का अंतरिम बजट भी पेश किया।
मोरारजी देसाई के साथ जुड़ा हुआ एक दिलचस्प तथ्य यह भी है कि 1964 और 1968 में उन्होंने अपने जन्मदिन के दिन देश का बजट पेश किया। दरअसल मोरारजी देसाई का जन्मदिन 29 फरवरी को पड़ता था। इस कारण उनका जन्मदिन चार वर्ष बाद आता था। जन्मदिन के दिन बजट पेश करने का रिकॉर्ड भी मोरारजी देसाई के नाम ही दर्ज है।
मोरारजी ने छह बार वित्त मंत्री रहते हुए बजट पेश किया जबकि चार बार उन्होंने उपप्रधानमंत्री के रूप में भी बजट पेश किया था। बाद में 1977 में देश में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद मोरारजी देसाई ने प्रधानमंत्री के रूप में भी जिम्मेदारी संभाली। हालांकि वे अपना कार्यकाल नहीं पूरा कर सके थे।
चिदंबरम ने नौ बार बजट पेश किया
मोरारजी देसाई के बाद सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के नाम दर्ज है। पी चिदंबरम 9 बार देश का आम बजट पेश कर चुके हैं। चिदंबरम पहली बार 1996 से 21 अप्रैल 1997 तक वित्तमंत्री रहे। इसके बाद उन्होंने इंद्रकुमार गुजराल सरकार में मई 1997 से 19 मार्च 1998 तक वित्तमंत्री की जिम्मेदारी संभाली। इसके बाद मनमोहन सिंह के नेतृत्व में बनी यूपीए-1 और यूपीए-2 में भी उन्हों ने वित्त मंत्री के रूप में देश का बजट पेश किया।
दो वित्त मंत्री बाद में देश के राष्ट्रपति भी बने
आर वेंकटरमण और प्रणब मुखर्जी देश के दो ऐसे वित्त मंत्री हुए जिन्होंने बाद में देश के राष्ट्रपति के रूप में भी कार्य किया। आर वेंकटरमण ने वित्तमंत्री रहते हुए तीन बार बजट पेश किया, जबकि प्रणब मुखर्जी ने वित्तमंत्री रहते हुए आठ बाहर देश का बजट पेश किया। सबसे अधिक बार बजट पेश करने के मामले में प्रणब मुखर्जी का तीसरा नंबर है।
इस वित्त मंत्री को नहीं मिला बजट पेश करने का मौका
आजाद भारत के इतिहास में देश में एक वित्त मंत्री ऐसे भी हुए जिन्हें एक बार भी बजट पेश करने का मौका नहीं मिला। दरअसल के सी नियोगी को 1948 में सिर्फ 35 दिनों के लिए देश के वित्त मंत्री की जिम्मेदारी संभालने का मौका मिला। इस कारण उन्हें बजट पेश करने का मौका नहीं मिला। नियोगी के बाद जॉन मथाई को देश का वित्त मंत्री बनाया गया था और मथाई ने ही उस समय में बजट पेश किया था।