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Poultry Farming Business: चाहिए नौकरी से अधिक पैसा तो पॉल्‍ट्री फार्मिंग में आजमाएं हाथ, जानें यहां पूरी जानकारी

Poultry Farming Business: मर्गी पालन (पॉल्‍ट्री फार्मिंग) को कम पैसे पर किसी भी स्थान पर शुरू किया जा सकता है। इस व्यापार के लिए सरकार इसको शुरू करने वाले लोगों को लोन की सुविधा उपलब्ध करवा रही है।

Viren Singh
Written By Viren Singh
Published on: 2 March 2023 12:49 PM IST
Poultry Farming Business
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Poultry Farming Business (सोशल मीडिया) 

Poultry Farming Business: अगर आप 8 से 9 घंटे वाली की नौकरी करके थक गए हैं और कुछ अपना व्यापार (स्टार्टअप्स) शुरू करने की मंशा है तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होने वाली है। अगर आप कोई स्टार्ट अप्स का प्लान बना रहे हैं तो हमारे पास आपके लिए खास आइडिया है। आप मुर्गी पालन (पॉल्‍ट्री फार्मिंग) का व्यापार कम लागत और सरकारी सहायता के बीच शुरू कर सकते हैं। यकीन मानें अगर इसमें सफल हो गए तो महीने करोड़ों रुपये कमाने की अवसर पैदा हो सकते हैं।

किसी भी स्टार्टअप या व्यापार, बिजनेस पैसा लगाने की कोई सीमा निर्धारित नहीं है। यह एक गहरा समुद्र है, यहां पर जितना पानी डालोगे वह कम ही रहेगा...यानी मेरा मतलब पैसा निवेश है। मुर्गी पालन (पॉल्‍ट्री फार्मिंग) ऐसा व्यापार है, जिसको कम पैसों में किसी भी स्थान से शुरू किया जा सकता है। पॉल्ट्री फार्मिंग बिजनेस की खास यह होती है कि इसको शुरू करने पर आपको सरकार की ओर भी सहायता मुहैया करवाई जाती है।

दिन पर दिन बढ़ रहा बिजनेस

देश विदेशों में अंडे और चिकन की मांग दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। इस वजह से पॉलट्री फार्मिंग का बिजनेस घाटे वाला सौदा नहीं रहेगा गया है। बाजार की बढ़ी मांग को देखते हुए गांव व शहरों में तेजी से पॉल्‍ट्री फार्मिंग का बिजनेस खोल रहा है और कई युवा अच्छी खासी नौकरी छोड़कर इस बिजनेस में कूद कर महीने में लाखों रुपये की आय कमा रहे हैं।

दो तरह से होता है पॉल्टी फार्मिंग बिजनेस

अगर आप पॉल्टी फार्मिंग में बिजनेस में भविष्य संवारना चाहते हैं तो पहले यह तय कर लें कि इसमें आपको कौनसे प्रकार का व्यापार करना है। इसको दो प्रकार से शुरू किया जा सकता है। पहला अंडे का बिजनेस औ दूसरा चिकन का बिजनेस है। अंडे के लिए मुर्गियां पालनी होगी और चिकन के लिए ब्रायलर मुर्गियां पालनी होंगी।

नाबार्ड का मॉडल प्रोजेक्ट्स

नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्‍चर एंड रूरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) कहता है कि पॉल्‍ट्री फॉर्मिंग के मॉडल प्रोजेक्‍ट्स के मुताबिक, इसकी शुरुआत कम से कम 10 हजार मुर्गियों से शुरू करनी है। अगर आप इतनी मुर्गियों से व्यापार शुरू करते हैं तो काफी पैसा की आवश्यकता होती है। इसमें आपको 4-5 लाख रुपए का खुद इंतजाम करना होगा,जबकि बचा 75 फीसदी यानी कि 27 लाख रुपए तक का लोन मिल जाएगा। हालांकि आप जाएं तो इस व्यापार को 10 हजारु रुपये भी शुरू कर सकते हैं। लेकिन एक बाद याद रखें जितना अधिक निवेश होगा, लाभ भी उतना अधिक प्राप्त होगा।

व्यापार के लिए आर्दश जगह

वैसे तो मुर्गी पालन व्यापार के लिए काफी जगह की आवश्यकता होती है। जितना अधिक स्पेस होगा, मुर्गियां उतनी तेजी से बढ़ेगीं। इस बाजार से जुड़े लोग कहते हैं कि एक मुर्गी के लिए कम से कम 1 वर्ग फुट की स्पेस की जरूरत होती है। अगर यह स्पेस 1.5 वर्ग फुट का हो जाए तो और ही बढ़िया है,क्योंकि इससे अंडों या चूजों को नुकसान कम होता है। इसके अलावा फार्मिंग वाली जगह पर बिजली और पानी के साथ यातायात की सुलभ व्यवस्था होनी चाहिए।

मुर्गी पालन से कमाई

इस व्यापार का लाभ निवेश की राशि से निर्भर करता है। वैसे तो 4 महीने में चूजा अंडा देने के लिए तैयार होता है। मौजूदा समय बाजार में एक खुदरा अंडे की कीमत 4 और 5 रुपये चल रही है, इस हिसाब से 10000 लेयर बर्ड फर्म से हर दिन 40 हजार रुपये की कमाई कर सकते हैं। वहीं, थोक अंडे का भाव 3 रुपये के आस पास चल रहा है। थोक अंडा बेचकर 30 हजार रुपए महीना कमा सकते हैं। धीरे धीरे यह कमाई बढ़ती रहती है।

ऐसे मिल सकता है लोन

इस प्रॉफिट बिजनेस की शुरुआत करने के लिए चाहे तो लोन भी ले सकते हैं। नाबार्ड ट्री फार्म खोलने के लिए 75% लोन मुहैया करवाया है। इसके अलावा किसी भी बैंक से इस व्यापार के लिए लोन ले सकते हैं। हालांकि एक बात याद रखें कि आज जब इन संस्थाओं के पास लोन लेने जाएं तो ट्रेनिंग और सही प्लान होना चाहिए।



Viren Singh

Viren Singh

पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

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