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क्रिप्टोकरेंसी की बड़ी आहट, कॉइनबेस ने शुरू किया भारत में ऑपरेशन
क्रिप्टोकरेंसी में डील करने वाले विश्व के एक बड़े एक्सचेंज ‘कॉइनबेस’ ने भारत में अपना काम शुरू करने का एलान किया है।
नई दिल्ली: क्रिप्टोकरेंसी में डील करने वाले विश्व के एक बड़े एक्सचेंज 'कॉइनबेस' ने भारत में अपना काम शुरू करने का एलान किया है। कॉइनबेस डिजिटल करेंसी खरीदने, बेचने और स्टोर करने का बहुत बड़ा सिक्योर्ड प्लेटफार्म है। कैलिफ़ोर्निया, अमेरिका में इस कंपनी की स्थापना 2021 में हुई थी।
कॉइनबेस के सीईओ ब्रायन आर्मस्ट्रांग ने एक ट्वीट करके भारत में काम शुरू करने और लोगों की भर्ती करने की घोषणा की है। इससे साफ़ है कि अब भारत में क्रिप्टोकरेंसी का बाजार गरमाने वाला है और आने वाले दिनों में शायद कोई ऐसी घोषणा हो जिससे ये लगे कि सरकार और रिजर्व बैंक का इस दिशा में सकारात्मक रुख है। कॉइनबेस ने भारत में अपना ऑपरेशन शुरू करने का फैसला सोच समझ कर ही किया होगा।
कॉइनबेस के सह संस्थापक व सीईओ ब्रायन आर्मस्ट्रांग ने कहा है कि कॉइनबेस भारत में अपना दफ्तर बना रहा है, हमारी टीम तैयार है। आइये हमें ज्वाइन करिए। दूसरी ओर एक ब्लॉग पोस्ट में कॉइनबेस के वाईस प्रेसिडेंट इंजीनियरिंग एंड साईट लीड पंकज गुप्ता ने लिखा है कि हमारे टेक हब का ये शुरूआती दौर है लेकिन हमने भविष्य के लिए महत्वाकांक्षी प्लान बना रखे हैं। हम जल्द ही सैकड़ों विश्वस्तरीय इंजिनियर बहाल करना चाहते हैं। पंकज गुप्ता को इसी साल अप्रैल में कॉइनबेस ने अपने भारत स्थित कार्यालय का प्रमुख नियुक्त किया है।
पंकज गुप्ता ने कहा कि उनकी कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर, क्लाउड, प्लेटफ़ॉर्म, पेमेंट, क्रिप्टो, ब्लाकचेन, डेटा इंजीनियरिंग, मशीन लर्निंग, प्रोडक्ट इंजीनियरिंग समेत क्षेत्रों में काम करेगी और इन सभी क्षेत्रों में उसकी टीमें होंगी। कॉइनबेस के लिए कर्मचारी रिमोट लोकेशन (वर्क फ्रॉम होम) से काम कर सकेंगे। पंकज गुप्ता के अनुसार कंपनी की रणनीति रिमोट वर्किंग को पहली प्राथमिकता देने की है जिसके जरिये कंपनी लचीला और आधुनिक कामकाजी माहौल प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी भारत के सभी हिस्सों से लोगों को नियुक्त करेगी ताकि सर्वश्रेष्ट टैलेंट को अपने साथ जोड़ सके। इसके साथ कॉइनबेस के भारत के प्रमुख शहरों में दफ्तर भी होंगे ताकि काम करने के लिए हाइब्रिड और लचीला वातावरण उपलब्ध हो सके। कॉइनबेस की वेबसाइट के अनुसार डिज़ाइन, इंजीनियरिंग, मशीन लर्निंग और ह्यूमन रिसोर्सेज जैसे विभागों में भर्तियाँ निकाली गयीं हैं।
भारत में क्रिप्टो करेंसी के प्रति उत्साह बीते साल डेढ़ साला में बहुत तेजी से बढ़ा है। आलम ये है कि साल भर में क्रिप्टोकरेंसियों में निवेश 19900 फीसदी बढ़ गया है। एक साल पहले तक जहां बिटकॉइन जैसी करेंसियों में 20 करोड़ डॉलर का निवेश था वहीं आज की तारीख में ये 40 अरब डॉलर का हो चुका है। ब्लॉकचेन फोरेंसिक फर्म चेनालिसिस के अनुसार सिर्फ बिटकॉइन ही नहीं, दर्जनों अन्य क्रिप्टोकरेंसियों में लोग जमा कर पैसा लगा रहे हैं।
चेनालिसिस के डेटा से पता चलता है कि सरकार का जरा सा भी जो नरम रुख है उससे हजारों गुना ज्यादा उत्साह स्थानीय निवेशकों में है। भारत में क्रिप्टोकरेंसी के प्रति सबसे ज्यादा भूख 18 से 35 उम्र वालों में है। ये वर्ग जबर्दस्त ढंग से क्रिप्टो को न केरल फॉलो कर रहा है बल्कि उसमें लगातार निवेश बढ़ाता जा रहा है। भारत में डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोग क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग या निवेश में लगे हुए हैं। तुलनात्मक रूप से देखें तो अमेरिका में 80 लाख लोग क्रिप्टो करेंसी से जुड़े हुए हैं।