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Equity market: भारत की बढ़ रही है आर्थिक ताकत, इक्विटी बाजार में शानदार रिटर्न्स, चीन रह गया काफी पीछे
Equity market: रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2000 से अब तक जहां चीन के इक्विटी बाजार ने सालाना औसतन 4.0 प्रतिशत के रिटर्न्स दिए हैं तो वहीं भारत के इक्विटी बाजार ने इसी दौरान 6.9 प्रतिशत की सालाना दर से शानदार रिटर्न्स दिए हैं।
Equity market: भारत आज दुनिया में बड़ी आर्थिक ताकत बन गया है। कई मामलों में तो भारत ने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। एक रिपोर्ट में यह सामने आया है कि साल 2000 से अब तक भारत के इक्विटी बाजार ने काफी अच्छा रिटर्न दिया है। भारत के इक्विटी बाजार ने चीन के इक्विटी बाजार से भी अधिका का रिटर्न्स दिए हैं। इस रिपोर्ट को ड्यूश बैंक ने तैयार किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने काफी शानदार आर्थिक प्रगति की है और इसके इक्विटी बाजार का प्रदर्शन भी ठीक-ठाक ही रहा है, लेकिन देखा जाए तो इसके मुकाबले में भारत के इक्विटी बाजार ने काफी बेहतर रिटर्न्स दिए हैं।
भारत के बाजार ने दिए 6.9 प्रतिशत के रिटर्न्स
रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2000 से अब तक जहां चीन के इक्विटी बाजार ने सालाना औसतन 4.0 प्रतिशत के रिटर्न्स दिए हैं तो वहीं भारत के इक्विटी बाजार ने इसी दौरान 6.9 प्रतिशत की सालाना दर से शानदार रिटर्न्स दिए हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत का इक्विटी बाजार सबसे ज्यादा रिटर्न्स देने वाला बाजार रहा फिर चाहे वो उभरते हुए बाजार हों या फिर विकसित बाजार। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2024 में भारत और अमेरिका उन शीर्ष बाजारों में शामिल रहे, जो रिकॉर्ड हाई CAPE (Cyclically Adjusted Price to Earnings) अनुपात पर ट्रेडिंग कर रहे हैं।
अर्थव्यवस्था में तेजी का मिल रहा निवेशकों को फायदा
भारत के इक्विटी बाजार में तेजी का कारण देश की तेज आर्थिक विकास को माना जा रहा है। निवेशक भारत की विकास दर को देखते हुए काफी बढ़-चढ़ कर भारतीय शेयर बाजार में अपना पैसा लगा रहे हैं। उन्हें अच्छे रिटर्न्स की संभावना दिख रही है। वहीं चीन की अर्थव्यवस्था भी इन दिनों गिरावट के दौर से गुजर रही है। चीन की अर्थव्यवस्था में गिरावट का एक बड़ा कारण उनके आयात-निर्यात के निराशाजनक प्रदर्शन को भी माना जा रहा है। चीन को इस समय यूरोप और अमेरिका के बाजारों में निर्यात के लिए काफी चुनौती मिल रही है। वहीं अमेरिकी बाजार में इस तेजी का कारण तकनीकी प्रभुत्व और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) को माना जा रहा है। जानकारों की मानें तो भारत का शेयर बाजार इस समय कुछ निराशाजनक प्रदर्शन कर रहा है, लेकिन इसके कुछ ही दिनों तक जारी रहने के संकेत हैं। फिर उसके बाद बाजार आने पुराने फार्म में लौट आएगा।