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अब जोमैटो और स्विगी पर चला DGGI का हंटर, जारी हुआ 750 करोड़ जीएसटी नोटिस, ये रही वजह
DGGI: रिपोर्ट में कहा गया है कि कराधान निकाय ने दोनों कंपनियों को जुलाई 2017 और मार्च 2023 के बीच की अवधि के लिए जीएसटी का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी पाया गया है।
DGGI: जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (DGGI) ने देश के शीर्ष दो खाद्य वितरण एग्रीगेटर्स जोमैटो और स्विगी को माल और सेवा कर (GST) नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस इन दोनों कंपनियों को जीएसटी टैक्स न भरे जाने और जीएसटी नियमों का पालन न किए जाने को लेकर नोटिस जारी किया है। दोनों कंपनियों को यह नोटिस 750 करोड़ रुपये का जारी किया गया है।
इतने का मिला नोटिस
मिली जानकारी के मुताबिक, भारत के ऑनलाइन फूड डिलीवरी बाजार में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखने वाली Zomato को DGGI ने 400 करोड़ रुपये का जीएसटी नोटिस जारी किया है। वहीं, स्विगी को 350 रुपये का जीएसटी नोटिस भेजा गया है। हालांकि इस नोटिस पर अभी तक दोनों फूडटेक कंपनियों की ओर से कोई जबाव नहीं आया है।
इन वजहों से मिला नोटिस
एक रिपोर्ट के मुताबिक, डीजीजीआई ने जोमैटो और स्विगी को टैक्स नोटिस भेजने का फैसला किया क्योंकि वह डिलीवरी को एक सेवा मानता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कराधान निकाय ने दोनों कंपनियों को जुलाई 2017 और मार्च 2023 के बीच की अवधि के लिए जीएसटी का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी पाया गया है।
फॉफिट में जोमैटो
ज़ोमैटो ने इस महीने की शुरुआत में सितंबर 2023 को समाप्त तिमाही के लिए अपनी आय की रिपोर्ट दी थी।इस तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 36 करोड़ रुपए रहा। हालांकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में कंपनी को 251 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था। वहीं इस तिमाही में परिचालन से राजस्व बढ़कर ₹2,848 करोड़ हो गया, जो 72 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करता है, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह ₹1,661 करोड़ था।
रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों कंपनियों फूड डिलीवरी पर ग्राहकों से डिलीवरी चार्ज लेती है, उसे डीजीजीआई कंपनियों के रेवेन्यू के तौर पर देख रही है। इन कंपनियों ने जबसे सर्विस देनी शुरू की है, तबसे इन कंपनियों द्वारा लिए गए डिलीवरी चार्ज पर 18% जीएसटी लगाकर दोनों कंपनियों को जीएसटी नोटिस जारी किया गया है।
इन कंपनियों को भी जारी हो चुका नोटिस
डीजीजीआई इस वक्त एक्शन मोड पर है। वह पिछले हफ्ते भी कई कंपनियों को जीएसटी नोटिस जारी कर चुका है। इसमें डाबर, डीवीज़ लैब सहित कई नाम शामिल हैं। उससे पहले ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को भी हजारों करोड़ों रुपये के जीएसटी नोटिस जारी किये थे। वहीं, गैर-सूचीबद्ध स्विगी के सीईओ श्रीहर्ष मजेटी ने मई में एक ब्लॉग पोस्ट में कहा था कि कंपनी मार्च 2023 को समाप्त तिमाही में लाभदायक हो गई।