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Merge: भारत के इस बिजनेस में रिलायंस बना महाराजा, इस कंपनी के साथ साइन किया नॉन-बाइंडिंग टर्मशीट, जानें पूरा मामला
Reliance Disney Merge: डिज्नी के भारतीय कारोबार की एस्टिमेटेड वैल्यूएशन 10 बिलियन डॉलर (83,163 करोड़ रुपए) आंकी गई। जनवरी या फिर फरवरी में डील पूरी हो सकती है।
Reliance Disney Merge: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के मुखिया मुकेश अंबानी ने कारोबार विस्तार को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। रिलांयस ने सोमवार को अमेरिकी मीडिया कंपनी वॉल्ट डिज्नी के भारतीय कारोबार को खरीदने के लिए एक नॉन-बाइंडिंग टर्मशीट (एग्रीमेंट) साइन किया है। इस साइन के साथ ही, रिलायंस के पास भारत में सबसे बड़े मीडिया और एंटरटेनमेंट बिजनेस की कमान हो गई है। रिलायंस डिज्नी की अधिकतम 51 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की है, जबकि शेष 49 फीसदी हिस्सेदारी डिज्नी के पास रहेगी। डिज्नी के भारत के कारोबार को 15 फीसदी अधिग्रहण करने के लिए मुकेश अंबानी ने 83 हजार करोड़ से अधिक रुपए खर्च करिये हैं।
ऐसे होगी डील पूरी
दोनों कंपनियों के बीच यह डील स्टॉक और कैश मर्जर होगी। इस डील को फरवरी 2024 तक पूरी होने की उम्मीद है, लेकिन इसको जनवरी, 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। रिलायंस जनवरी तक सभी रेगुलेटरी अप्रूवल्स और कॉमर्शियल जरूरतों को पूरा करने की तैयारी में हैं।
10 बिलियन डॉलर का कारोबार
डिज्नी के भारतीय कारोबार की एस्टिमेटेड वैल्यूएशन 10 बिलियन डॉलर (83,163 करोड़ रुपए) आंकी गई। जनवरी या फिर फरवरी में डील पूरी होते ही डिज्नी के अपने भारतीय कारोबार में मामूली हिस्सेदारी रह जाएगी। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस डील से भारत के सबसे बड़े मनोरंजन साम्राज्यों में से एक का निर्माण होगा, जो ज़ी एंटरटेनमेंट और सोनी जैसे टेलीविजन हितों और नेटफ्लिक्स और अमेज़ॅन प्राइम सहित स्ट्रीमिंग दिग्गजों के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा। इस डील के लिए रिलायंस के अधिकारी ने लंदन में बैठक की।
साल की शुरुआत से अधिग्रहण विचार
रिलायंस अपनी मीडिया और मनोरंजन इकाई Viacom18 के माध्यम से कई टीवी चैनल और JioCinema स्ट्रीमिंग ऐप चलाता है। इंडियन प्रीमियर लीग क्रिकेट टूर्नामेंट की मुफ्त स्ट्रीमिंग की पेशकश को लेकर अंबानी डिज्नी के साथ एक भयंकर लड़ाई में फंस गए हैं, जिसके डिजिटल अधिकार कभी भारत में डिज्नी के पास थे। इससे पिछले कुछ महीनों में डिज्नी के स्ट्रीमिंग ऐप हॉटस्टार के यूजर्स की संख्या में गिरावट आई है। इस साल की शुरुआत से डिज्नी अपने भारतीय व्यवसाय के लिए बिक्री या संयुक्त उद्यम (जेवी) साझेदारी पर काम कर रहा है, जिसमें कई टीवी चैनल शामिल हैं।
कारोबार के संचालन के लिए बनेगी यूनिट
इकोनॉमिक टाइम्स ने कहा कि प्रस्तावित सौदे में स्टॉक स्वैप के माध्यम से स्टार इंडिया का नियंत्रण लेने के लिए रिलायंस की वायाकॉम18 के तहत एक इकाई बनाई जाएगी। इसमें कहा गया है कि पार्टियां व्यवसाय में $1 बिलियन से $1.5 बिलियन का निवेश करने की योजना पर काम कर रही हैं। ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, बोर्ड में रिलायंस और डिज्नी से समान संख्या में निदेशकों को लाने की उम्मीद है। इसमें प्रत्येक में कम से कम दो प्रतिनिधि होंगे। वे कम से कम दो स्वतंत्र निदेशक रखने पर भी विचार किया जा रहा है। आने वाले हफ्तों में इसमें बदलाव देने देखने को मिल सकता है।
डिज्नी के साथ डील ने इन लोगों ने भी दिखाई रुचि
डिज्नी के भारतीय मीडिया और एंटरटेनमेंट बिजनेस के अधिग्रहण के लिए कुछ महीने पहले दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी के अलावा सन टीवी के मालिक कलानिधि मारन के साथ कुछ प्राइवेट इक्विटी फर्म ने रुचि दिखाते हुए बात की थी, लेकिन यह डिज्नी की यह डील रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी के साथ पूरी हुई। बीते अक्टूबर महीने में डिज्नी के मुकेश अंबानी के साथ डील में आगे बढ़ने का फैसाल लिया था।