TRENDING TAGS :
Diwali-Dhanteras 2022: धनतेरस-दिवाली के भीड़ भाड़ संभलकर खरीदें चांदी, नहीं तो त्योहार होगा अशुभ
Diwali Dhanteras 2022 Buying Silver: इन सब पर बात करते हुए डिश ज्वेल्स के संस्थापक दिशा सोमानी बताती हैं कि चांदी के आभूषण या कलाकृतियां खरीदते वक्त आप जितनी राशि का भुगतान कर रहे हैं।
Diwali Dhanteras 2022 Buying Silver: दिवाली त्योहार नजदीक है। इस त्योहार में लोग कीमती आभूषण सोना और चांदी की जमकर खरीदारी करते हैं, जोकि दिपावली पर कीमती आभूषणों को खरीदना सनातन धर्म में शुभ माना गया है। इन दोनों कीमती आभूषण में सोना एक महंगी धातु है। इस त्योहार के सीजन में बाजार में लोग सोना कम चांदी खरीदने में ज्यादा ध्यान देते हैं। इसके पीछे की वजह यह है कि जहां आपको एक ग्राम सोना खदीने के लिए हजार रुपये खर्चा करना पड़ता,जबकि एक ग्राम चांदी खरीदने के लिए सैंकड़ों रुपये ही खर्च करना पड़ता हैं। हालांकि कभी आपने सोचा है कि चांदी खरीदते समय ज्वैलर्स इसकी गणना कैसे करता है और हमको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि चीजों की सही जानकारी प्राप्त हो कि यह चांदी शुद्ध है या नहीं।
सोमानी ने बताया कैसे होती है चांदी की गणना
इन सब पर बात करते हुए डिश ज्वेल्स के संस्थापक दिशा सोमानी बताती हैं कि चांदी के आभूषण या कलाकृतियां खरीदते वक्त आप जितनी राशि का भुगतान कर रहे हैं। उसमें आमतौर पर आभूषणों की लागत, मेकिंग चार्ज, हॉलमार्किंग शुल्क (यदि कोई हो) और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) शामिल होते हैं। वह बताती हैं कि ज्वैलर्स चांदी के आभूषणों की कीमत की गणना कैसे करते हैं। उदाहरण के तौर पर मान लीजिए आप एक चांदी की पायल खरीदने की योजना बना रहे हैं, जिसका वजन 36.040 ग्राम है। सुनार चांदी की कीमत 65 रुपये प्रति ग्राम या 65,000 रुपये प्रति किलो तय किया है। तब चांदी के गहनों का मूल्य 65 x 36.040 x 0.925 = 2,166.91 रुपये होगा। यहां 0.925 एक व्यक्ति को बताता है कि चांदी की पायल में 92.5 फीसदी शुद्ध चांदी होती है। इसमें मेकिंग चार्ज, हॉलमार्किंग चार्ज (यदि कोई हो) और जीएसटी 3 फीसदी जोड़ी होती है।
इन बातों का लोग रखे ध्यान
सोमानी लोगों को यह बात ध्यान रखने के लिए कहती हैं कि कुछ ज्वैलर्स चांदी की कीमतों में मेकिंग चार्ज जोड़े होते हैं,जबकि कुछ अलग से मेकिंग चार्ज का उल्लेख करते हैं। अब ग्राहकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि वह ज्वैलर्स से कुछ भी खरीदें को उसके बिल में साफ तौर पर हर चीजें उल्लेखित हों। जैसे आभूषण का वजन,गहने की शुद्धता, हॉलमार्क, और अन्य शुल्क जो लगा है। उन्होंने बताया कि आभूषण की मेकिंग चार्ज का प्रति ग्राम या प्रतिशत के आधार पर लगाया जा सकता है। उदाहरण के लिए, चांदी के गहनों पर मेकिंग चार्ज 10-15 रुपये प्रति ग्राम या वजन का 10 फीसदी हो सकता है। अगर इन बातों का आपने ध्यान नहीं रखता को घर नकली चांदी लेकर आ जाएंगे और त्योहार अशुभ हो सकता है।
जानिए चांदी की शुद्धता
जैसे सोने के कैरेट होते हैं, वैसे चांदी की भी शुद्धता होती है। चांदी 999, 925 और 900 आदि कैरेट की होती है। 999 शुद्धता वाली चांदी को शुद्ध चांदी माना गया है। इसके आभूषण सादे बने होते हैं। वहीं, 925 की शुद्धता वाली चांदी में 92.5 फीसदी चांदी मिली होती है,जबकि शेष सीसा, तांबा, निकल या एल्युमीनियम का इस्तेमाल होता है। वैसे चांदी के आभूषणों और कलाकृतियों की हॉलमार्किंग अनिवार्य नहीं है। हालांकि, ज्वैलरी आभूषण की हॉलमार्किंग कराने का अनुरोध कर सकता है,जिसका शुल्क बहुत कम होता है।
बाजार में आ रही इस तरह की भी चांदी
उन्होंने कहा कि मीनाकारी वर्क से भी ग्राहक चांदी के आभूषण या पायल खरीद सकते हैं लेकिन यह जरूर पूछ लें कि बिक्री तो प्रभावित नहीं होगी। उन्होंने बताया कि आजकल ज्वैलर्स रोडियम प्लेटिंग या गोल्ड प्लेटिंग की पेशकश कर रहे हैं। रोडियम कोटिंग चांदी को खराब होने से बचाती है। कई ज्वैलरी चांदी की कीमती में इन शुल्कों को जोड़ हुए होते हैं।