Economic Survey: जानिए क्या मायने होते हैं आर्थिक सर्वेक्षण के? देश में कब हुई थी इसकी शुरुआत

Economic Survey: भारत में पहली बार आर्थिक सर्वेक्षण देश के आजाद होने के तीन साल बाद पेश किया गया था। साल 1950-51 में भारत में पहली बार आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया था।

Viren Singh
Written By Viren Singh
Published on: 31 Jan 2023 7:36 AM GMT (Updated on: 31 Jan 2023 8:53 AM GMT)
Economic Survey
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Economic Survey (सोशल मीडिया) 

Economic Survey: केंद्र की मोदी सरकार 2.0 का अपना आखिरी पूर्ण केंद्रीय बजट 2023-24 को 1 फरवरी को पेश करने जा रही है। मंगलवार से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ संसद बजट सत्र की शुरूआत हो गई है। हालांकि बुधवार यानी कल बजट पेश होने से पहले आज मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का आर्थिक सर्वे पेश करने जा रही है। पेश होने वाले यह आर्थिक सर्वेक्षण एक प्रकार से केंद्रीय बजट की झलक प्रस्तुत करता है। आइये जानते हैं बारे में और पहली बार इस सर्वेक्षण को देश में कब प्रस्तुत किया गया था।

2023 का आर्थिक सर्वेक्षण हो गया संसद में पेश

मिली जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू संसद भवन में बजट सत्र के दोनों सदनों को संबोधित कर चुकी हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोक सभा में वित्त वर्ष 2022-23 का आर्थिक सर्वेक्षण (economic survey) पेश कर दिया है। इसके बाद इस सर्वेक्षण को राज्यसभा में भी रखा जाएगा। इसके साथ पूरी तरह से बजट 2023 सत्र की शुरू हो जाएगी।

कौन पेश करता देश का आर्थिक सर्वेक्षण

आपको यह जनाना भी जरूरी हो जाता है कि आखिर देश का आर्थिक सर्वेक्षण को कौन पेश करता है? वैसे तो देश के आर्थिक सर्वेक्षण को संसद भवन में केंद्रीय वित्त मंत्री पेश करते हैं। इस बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण को पेश किया है। लेकिन इस आर्थिक सर्वेक्षण के बारे में विस्तार से जानकारी देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) प्रेस के सामने रखते हैं। 2023 आर्थिक सर्वेक्षण के बारे में संपूर्ण जानकारी मीडिया के समक्ष डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन रखेंगे।

आर्थिक सर्वेक्षण के मायने

दरअसल, आर्थिक सर्वेक्षण देश की अर्थव्यवस्था की जानकारी देता है और सरकार के बजट का रुपरेखा होता है। इसके आते ही यह पता चल जाता है कि सरकार जो केंद्रीय बजट पेश करने जा रही है, उसमें क्या क्या है ? सीधे शब्दों में कहें तो यह भारतीय अर्थव्यवस्था के सेहत का लेखा-जोखा होता है। इसके जरिए सरकार लोगों के सामने जानकारी देती है कि देश की अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति क्या है और सरकार की कितनी योजनाएं तेजी के आगे बढ़ी हैं और किस क्षेत्र में कितना निवेश मिला है।

कौन करता है आर्थिक सर्वेक्षण तैयार

केंद्रीय बजट से पहले पेश किये जाने वाले आर्थिक सर्वेक्षण को तैयार करने की जिम्मेदार देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) के नेतृत्व वाली टीम के कंधों पर होती है। इस टीम में सीईए के साथ वित्त और आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ भी शामिल होते हैं।

पहली बार देश में इस पेश हुआ था आर्थिक सर्वेक्षण

भारत में पहली बार आर्थिक सर्वेक्षण आजाद देश के तीन साल बाद पेश किया गया था। साल 1950-51 में भारत में पहली बार आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया था। हालांकि उसके बाद 1964 से वित्त मंत्रालय के लोग केंद्रीय बजट से पहले आर्थिक सर्वेक्षण जारी करते हैं।

जानिए कब से सरकार शुरू कर देती बजट की तैयार

आपको बता दें कि हलवा सेरेमनी आयोजित होने के बाद बजट छपने की आखिरी प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है। वहीं, सरकार बजट तैयार करने की पेश होने से पहले कई महीने पहले से शुरू कर देती है। बजट को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा वित्त व आर्थिक और बाजार विशेषज्ञों के साथ बैठकों का दौर शुरू हो जाता है। बजट 2023 की इस बार कवायद वित्त मंत्रालय 10 अक्टूबर, 2022 से शुरू कर दी थी। बीते दो साल की तरह इस बार भी केंद्र सरकार केंद्रीय बजट 2023-24 पेपरलेस होगा। बजट पेश होने के बाद मोबाइल एप पर हिन्दी व अंग्रेजी में उपलब्ध होगा।

Viren Singh

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पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

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