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ED Action: ईडी ने कसा व्यवसायी गौतम थापर पर शिकंजा, इस मामले में जब्त की 78.18 करोड़ रुपये की कई अचल संपत्ति
ED Action: ईडी ने बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत हरियाणा के गुरुग्राम में 52.11 एकड़ भूमि में फैली 24 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है, जिसकी वैल्यू 78.18 करोड़ रुपये की है।
ED Action: प्रवर्तन निदेशायल (ED) ने अवंता समूह के अध्यक्ष एवं कारोबारी गौतम थापर खिलाफ बैंक धोखाधड़ी के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने शनिवार को बताया कि यस बैंक में 466 करोड़ रुपये से अधिक के कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी की जांच के तहत व्यवसायी गौतम थापर की एक कंपबनी की 78.18 करोड़ रुपये की 24 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है।
78.18 की संपत्तियां हुई जब्त
कार्रवाई की जानकारी देते हुए ईडी ने बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत हरियाणा के गुरुग्राम में 52.11 एकड़ भूमि में फैली 24 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है, जिसकी वैल्यू 78.18 करोड़ रुपये की है। ईडी ने गौतम थापर की लाभकारी कंपनी मेसर्स ऑयस्टर बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड से संबंधित संपत्ति पर कार्रवाई की है। कुर्क की गई संपत्तियां गुरुग्राम और हरियाणा में मौजूद हैं।
ईडी की जांच से पता चला है कि मेसर्स ऑयस्टर बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड ने वर्ष 2018 में फर्जी ओएंडएम समझौतों के आधार पर यस बैंक लिमिटेड से 514.27 करोड़ रुपये का ऋण प्राप्त किया था। इस ऋण राशि में से 14.11 करोड़ रुपये की राशि यस बैंक ने ऋण प्रसंस्करण शुल्क के रूप में अपने पास रख ली और उसके बाद 500.11 करोड़ रुपये की शेष राशि मेसर्स ओबीपीएल ने फर्जी ओएंडएम समझौतों की आड़ में अपनी सहयोगी कंपनियों को हस्तांतरित कर दी। ऋण संदिग्ध परिस्थितियों में दिया गया था, इसलिए यह अंततः बैंक के लिए एक गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) बन गया और 500.11 करोड़ रुपये के ऋण में से केवल 47.75 करोड़ रुपये की राशि ही वसूल की जा सकी और 466.51 करोड़ रुपये की पीओसी वसूल नहीं हो सकी।
सार्वजनिक धन के दुरुपयोग का आरोप
मेसर्स ऑयस्टर बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड, अवंता रियल्टी लिमिटेड और अन्य पर 2017 से 2019 की अवधि के दौरान सार्वजनिक धन के डायवर्जन और दुरुपयोग के लिए आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और जालसाजी करने और यस बैंक को 466.51 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने का आरोप है। इस मामले में गौतम थापर और राणा कपूर सहित 18 व्यक्तियों के खिलाफ अभियोजन शिकायत पहले ही नई दिल्ली के एक विशेष पीएमएलए अदालत में दायर की जा चुकी है। इस मामले में ईडी गौतम थापर को गिरफ्तार भी कर चुकी थी, मगर हेल्थ इश्यू की वजह से वह जमानत में बाहर हैं। ईडी की इस घोटाले की जांच जारी है।