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Adani Enterprises AGM 2022: गौतम अडानी ने शेयरधारकों से कहा- 'हमारी प्रगति देश के विकास के साथ'

Adani Enterprises AGM 2022:अडानी ग्रुप के वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए चेयरमेन गौतम अडानी ने शेयरधारकों से 'दिल की बात' की। कहा, भारत में उनका निवेश आगे भी जारी रहेगा।

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Newstrack Network
Published on: 26 July 2022 3:41 PM IST
gautam adani addressing shareholders at the annual general meeting 2022 adani enterprises agm
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Gautam Adani (social media) 

Adani Enterprises AGM 2022 : देश ही नहीं दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में शामिल अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी (Adani Group Chairman Gautam Adani) ने मंगलवार (26 जुलाई 2022) को अडानी इंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) की वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों (shareholders) को संबोधित किया। उन्होंने शेयरहोल्डर्स के साथ ग्रुप की सफलता, विस्तार की रणनीति तथा भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी दी।

इससे पहले, पिछले साल यानी 12 जुलाई 2021 को वार्षिक शेयरहोल्डर समिट (Annual Shareholder Summit) रखा गया था, जिसे गौतम अडानी ने ही संबोधित किया था। आपको बता दें कि, हर वार्षिक आम बैठक में गौतम अडानी अपने शेयरधारकों को नए-नए आइडिया देते हैं। तो आइए आपको बताएं की आज हुई एजीएम की बैठक में गौतम अडानी ने अपने शेयरधारकों से क्या बातें की।

मौजूदा हालात देश के सामर्थ्य का परीक्षण ले रहे

अपने संबोधन की शुरुआत में गौतम अडानी बोले, 'यह कहना कि वर्तमान में हमारी दुनिया अज्ञात जल में है, एक प्रकार से ख़ामोशी होगी। इन्फ्लेशन में वृद्धि, बाधित फ़ूड सप्लाई, ह्यूमन डिस्प्लेसमेंट में वृद्धि, एक्सपोज्ड हेल्थ केयर सिस्टम, ठहरा हुआ एजुकेशन का स्तर, मुद्रा अस्थिरता, और लड़खड़ाता हुआ रोजगार सृजन, ये सभी बहुस्तरीय संकट के हानिकारक प्रभावों के संकेत हैं जो हर देश के सामर्थ्य या लचीलेपन का परीक्षण ले रहे हैं।'

भारत ने वैश्विक दबाव को संभाला

भारत ने रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine War) के बीच चल रहे संघर्ष में अपनी गरिमा को मजबूती से बनाए रखा है। साथ ही साथ अपनी जमीन भी बरकरार रखी है। भारत की कूटनीतिक स्थिति उसके विश्वास का प्रतीक है और भारत के प्रत्येक नागरिक को इस बात पर गर्व महसूस करना चाहिए। वैश्विक दबाव के बावजूद अपने पक्ष को संभाला है। यह एक नए आत्मविश्वास वाले भारत का संकेत है और भविष्य के वर्षों के लिए इस बहुध्रुवीय दुनिया में एक अग्रदूत के रूप में खुद को देखने की उम्मीद करनी चाहिए।

रिन्यूएबल एनर्जी पर जोर

गौतम अडानी आगे कहते हैं, 'इसके अलावा हमें अक्सर जलवायु परिवर्तन (Climate change) पर व्याख्यान दिया गया। जबकि, हम उन बहुत कम देशों में से एक हैं जिन्होंने कोविड और ऊर्जा संकट के बावजूद, अपने रिन्यूएबल एनर्जी फूटप्रिंट्स को गति प्रदान की है। हमने यह काम ऐसे समय में किया है, जब कई विकसित देशों रिन्यूएबल एनर्जी गोल्स की तरफ कदम बढ़ाना रोक दिया है। 2015 के बाद से भारत की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता में लगभग 300 फीसदी की वृद्धि हुई है। यहां तक कि रिन्यूएबल एनर्जी में पिछले वर्ष 20-21 की तुलना में कैपिटल इन्वेस्टमेंट के तहत आश्चर्यजनक रूप से 125 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। भारत को अब कोई रोकने नहीं जा रहा, क्योंकि भारत की बढ़ती मांग का 75 प्रतिशत से अधिक, रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादन के माध्यम से पूरा होने की उम्मीद है।'

GDP ग्रोथ 8 प्रतिशत होगा

उन्होंने कहा, इस मामले में हमारी सरकार को इसका श्रेय दिया जाना चाहिए, जिस तरह से उसने अपनी भूमिका निभाई है और सर्वांगीण संतुलन अधिनियम को प्रबंधित किया है। साथ ही, कोविड संकट से बाहर आकर हम ऐसे माहौल में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बन गए हैं जहां कई अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाएं मंदी के कगार पर खड़ी हैं। हमें अपने कारोबार से मिले संकेतों को देखते हुए, मुझे विश्वास है कि इस चालू वर्ष में भारत का अनुमानित जीडीपी ग्रोथ नंबर 8 प्रतिशत होगा, जो अपने आप में काफी बेहतर है।

अडानी ग्रुप के लिए 2021-22 ब्रेकआउट साल रहा

अपने संबोधन में गौतम अडानी कहते हैं, 'अब मैं अपनी कंपनी के बारे में बात करता हूं। अडानी ग्रुप के लिए साल 2021-22 एक और ब्रेकआउट साल था। मैंने अक्सर कहा है कि हमारे अतीत में हमारा भरोसा, हमारे भविष्य में विश्वास करने की क्षमता को परिभाषित करता है, जिसका अनुवाद हम वर्तमान में किए गए बड़े बेटस में करते हैं। हम कभी भी भारत में निवेश करने से पीछे नहीं हटे हैं, और न ही हमने कभी अपने निवेश को धीमा किया है। हम मानते हैं कि हमारे पैमाने, विविध व्यवसाय और परफॉरमेंस के ट्रैक रिकॉर्ड ने हमें बाजार की विभिन्न स्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखने के लिए एक मजबूत स्थिति दी है। हमें आगे बढ़ने का भरोसा, हमारे देश और देशवासियों की आकांक्षाओं में हमारे विश्वास से आता है। अदाणी समूह की सफलता, भारतीय विकास की कहानी के साथ इसके सामान उद्देश्य पर आधारित है, और यह मेरा दृढ़ विश्वास है कि भारत के समान कोई अन्य राष्ट्र नहीं है।'

ग्रीन एनर्जी में 70 अरब डॉलर का निवेश

उन्होंने कहा, 'भविष्य में हमारे विश्वास और भरोसे को प्रदर्शित करने वाला सबसे अच्छा सबूत, भारत के ग्रीन ट्रांजिशन को सुविधाजनक बनाने के लिए 70 बिलियन डॉलर का हमारा निवेश है। हम पहले से ही सोलर पावर में दुनिया के सबसे बड़े डेवलपर्स में से एक हैं। वहीं रिन्यूएबल एनर्जी में हमारी ताकत हमें ग्रीन हाइड्रोजन को, भविष्य का ईंधन बनाने के प्रयास में और अधिक सशक्त बनाएगी। हम भारत को तेल और गैस के आयात पर अत्यधिक निर्भर देश से, एक ऐसे देश में बदलने की दौड़ में सबसे आगे हैं, जो एक दिन क्लीन एनर्जी का नेट एक्सपोर्टर बन सकता है। एक ऐसा परिवर्तन जो असाधारण तरीके से भारत के एनर्जी फूटप्रिंट्स को फिर से आकार देने में मदद करेगा।'

अन्य उद्योगों में भी आवश्यक प्रगति की

अब जबकि हमारे पास एक प्रमुख ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो (Global Renewable Energy Portfolio) है, बावजूद इसके हमने पिछले 12 महीनों में कई अन्य उद्योगों में भी आवश्यक प्रगति की है। एक झटके में हम भारत के सबसे बड़े एयरपोर्ट ऑपरेटर बन गए हैं। हमारे द्वारा संचालित किये जा रहे एयरपोर्ट्स के आसपास, हम एरोट्रोपोलिस विकसित करने और लोकल कम्युनिटी बेस्ड इकोनॉमिक सेंटर्स बनाने से जुड़े व्यवसायों में लगे हुए हैं।

भारत में दूसरे सबसे बड़े सीमेंट निर्माता बने

हम भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माता के रूप में विकसित हो रहे हैं, साथ ही देश के कुछ बड़े रोड कॉन्ट्रैक्ट्स जीत रहे हैं, जबकि पोर्ट्स, लॉजिस्टिक्स, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन, सिटी गैस व पाइप्ड नेचुरल गैस जैसे व्यवसायों में पहले से पर्याप्त मार्केट शेयर बढ़ रहा है। अदाणी विल्मर का हमारा सफल आईपीओ, हमें देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी बनाता है और भारत में होल्सिम की संपत्ति के अधिग्रहण के बाद, जिसमें देश भर में दो सबसे अधिक मान्यता प्राप्त ब्रांड, एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स शामिल हैं, अब हम भारत में दूसरे सबसे बड़े सीमेंट निर्माता बन गए हैं। यह कार्यस्थल पर हमारे समीपता-आधारित बिज़नेस मॉडल का एक उपयोगी उदाहरण है।

अडानी ग्रुप की कई क्षेत्रों में एंट्री

इसके अलावा, हमने डेटा सेंटर, डिजिटल सुपर ऐप और इंडस्ट्रियल क्लाउड से लेकर रक्षा और एयरोस्पेस, मेटल और मटेरियल तक के क्षेत्रों में भी एंट्री की है, और यह सभी सरकार के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं।

'मैं एक असाध्य आशावादी हूं

गौतम अडानी आगे कहते हैं, 'मैं एक असाध्य आशावादी हूं। मेरा हमेशा से मानना था कि भारत एक उद्यमी के लिए सीखने, विकसित होने और फलने-फूलने के लिए सबसे महान देशों में से एक है। आज, मैं देश के आर्थिक कद को पुनः प्राप्त करने और वैश्विक मामलों में एक प्रायमरी फ़ोर्स के रूप में हमारी स्थिति वापस पाने के लिए, युवाओं में एक वास्तविक शक्ति देखता हूं। जैसा कि मैंने अतीत में कहा है, अब तक का सबसे बड़ा मध्यम वर्ग भारतीय होगा। यह कामकाजी उम्र और उपभोग करने वाली जनसंख्या में वृद्धि के साथ बढ़ेगा, जो कई दशकों तक विश्व स्तर पर बेजोड़ रहने वाला है। इन सबका भारत के आर्थिक विकास पर महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।'

60 हजार करोड़ दान देने का फैसला

उन्होंने आगे कहा, यहां पर मैं अपने कुछ विशेष शब्दों के साथ 2022 को एक वर्ष के रूप में प्रतिबिंबित करने के लिए कुछ क्षण लेना चाहता हूं। यह मेरे प्रेरक और आदर्श पिता शांतिलाल अडानी की 100वीं जयंती और मेरे 60वें जन्मदिन का प्रतिनिधित्व करता है। इस माइलस्टोन को चिह्नित करने के लिए, अदाणी परिवार एक साथ आया। विशेष रूप से ग्रामीण भारत पर ध्यान केंद्रित करते हुए, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और कौशल विकास से संबंधित धर्मार्थ गतिविधियों के लिए 60,000 करोड़ रुपये का योगदान देने का फैसला किया। इन तीन क्षेत्रों को अलग-अलग के बजाय समग्र रूप से देखा जाना चाहिए। क्योंकि ये सामूहिक रूप से एक समान और भविष्य के लिए तैयार भारत के कार्यवाहक बनाते हैं।

गौतम अडानी बोले, 'हमारे पास भारत में लाखों लोगों को स्थायी रूप से गरीबी से बाहर निकालने का अवसर है। हम इसके लिए न केवल अपने बल्कि अपने देश के भी ऋणी हैं। लार्ज प्रोजेक्ट प्लानिंग और निष्पादन में हमारा अनुभव और अदाणी फाउंडेशन द्वारा चल रहे कार्यों से सीखने से, हमें इन कार्यक्रमों को उन समाजों के क्षेत्रों में विशिष्ट रूप से गति देने तथा लागू करने में मदद मिलेगी, जिन्हें उनकी सबसे अधिक आवश्यकता है।'



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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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