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Adani Group: कभी घरों में जाकर साड़ियां बेचते थे अडानी ग्रुप के मालिक गौतम अडानी, जानिए कैसे बने बिजनेस टायकून
Adani Group:गौतम अडानी आज भले ही एक बड़ा नाम हैं लेकिन एक समय ऐसा भी था जब पैसों की तंगी से झूझ रहे थे। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि अडानी इस ग्रुप को कैसे फर्श से अर्श पर ले गए।
Adani Group: भारत के मशहूर इंडस्ट्रलिस्ट गौतम अडानी की इस समय हर तरफ ज़ोर शोर से चर्चा हो रही है दरअसल अमेरिकी रिसर्च फॉर्म हिंडोनवर्ग रिसर्च की ओर से एक रिपोर्ट पेश की गयी है जिसने हर किसी को हैरान कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार इस अमेरिकी फॉर्म ने अडानी के कारोबार को काफी बुरी तरह से नुक्सान पहुंचाया है। जिसकी वजह से अडानी ग्रुप घाटे में जा रही है। लेकिन अडानी ग्रुप को हिलाना इतना आसान भी नहीं है ये एक बहुत बड़ा ग्रुप है जिसे सालों की मेहनत ने बनाया है। जिसके बाद इस अरबों डॉलर रुपए के कारोबार के साथ खड़ा किया गया है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि अडानी अपने इस ग्रुप को कैसे फर्श से अर्श पर ले गए।
क्या है गौतम अडानी की कहानी
गौतम अडानी आज भले ही एक बड़ा नाम हैं लेकिन एक समय ऐसा भी था जब पैसों की तंगी के चलते वो कॉलेज नहीं जा पाए। लेकिन आज समय ने ऐसी करवट बदली कि वो खुद लोगों को नौकरी पर रख रहे हैं। अडानी ग्रुप का नाम सिर्फ शेयर मार्केट में ही नहीं बल्कि बंदरगाह ऊर्जा रसद कृषि व्यवसाय रियल एस्टेट हवाई अड्डे प्राकृतिक गैस और कई क्षेत्रों को नियंत्रित करता है।
गौतम अडानी ने अपना ये मुकाम हासिल करने के लिए खूब मेहनत की है साथ ही उनकी लगन का नतीजा है जो वो अपनी कंपनी को यहाँ तक लेकर आये हैं। लेकिन उन्होंने अपने जीवन में काफी कठिन समय भी देखा है जब वो अपने पिता के साथ घर घर जाकर साड़ियां बेचा करते थे। इसके बाद उनकी मुलाकात हुई मलाई महादेविया से दोनों दोस्त बन गए और आज भी दोनों साथ हैं। उन्होंने पहले अपना कारोबार अहमदाबाद में शुरू किया उसके बाद वो मुंबई चले गए।
गौतम अडानी मात्र 16 साल की उम्र में घर से निकल गए और उन्होंने अपनी जेब में केवल 10 रूपए लिए थे। इसके बाद उन्होंने मुंबई में एक हीरा व्यापारी की दुकान पर नौकरी कर ली उन्होंने वहां कुछ महीने काम किया इसके बाद भाई मनसुखलाल के बुलाने पर वो वहां से चले गए और भाई के साथ ही मिलकर प्लास्टिक फैक्ट्री में काम किया। इसके बाद साल 1988 में उन्होंने भाई के साथ मिलकर एक प्लास्टिक फैक्ट्री में कुछ समय काम किया।
लेकिन उनके सपने काफी ऊँचे थे फिर दोनों ने मिलकर एक कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज की स्थापना की। इस तरह उन्होंने बिज़नेस की दुनिया में कदम रखा और वो पूरी दुनिया में छाह गए।