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Gautam Adani: बैंकों का कर्जा चुकाने के लिए फण्ड जुटाएंगे अडानी

Gautam Adani: सितंबर के महीने में एक रिसर्च फर्म क्रेडिट साइट्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि अडानी की कंपनियों में तय मानक से ज्यादा कर्ज है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 24 Nov 2022 4:03 PM IST
Adani Group Chairman Gautam Adani
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Adani Group Chairman Gautam Adani (photo: social media)

Gautam Adani: अरबपति व्यवसायी गौतम अडानी का अडानी ग्रुप बैंकों से लिए कर्जों को कम करने की तैयारी कर रहा है और इस क्रम में पांच अरब डॉलर का फंड जुटाने का प्लान बनाया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक बैंकों ने अडानी ग्रुप को अपने कर्जों के कम करने को कहा है। सितंबर के महीने में एक रिसर्च फर्म क्रेडिट साइट्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि अडानी की कंपनियों में तय मानक से ज्यादा कर्ज है। लेकिन कंपनी ने इसे खारिज करते हुए कहा था कि यह कर्ज सरकार द्वारा तय मानकों के अंदर ही है।

ब्लूमबर्ग में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अडानी ग्रुप ने बैंकों के बढ़ते कर्ज को कम करने के लिए अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी और मुबादला इन्वेस्टमेंट कंपनी जैसी फर्मों के अधिकारियों से बातचीत की है। अडानी ग्रुप ने कनाडा पेंशन प्लान इन्वेस्टमेंट बोर्ड और कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी से भी बातचीत की है।

बताया जाता है कि अडानी ग्रुप की कंपनी फ्लैगशिप कंपनी, अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की योजना 2023 तक 1.8 से 2.4 अरब डॉलर का फंड जुटाने की है। कंपनी ने 25 नवंबर 2022 को इस मामले पर बैठक करने वाली है। समझा जाता है कि पैसा जुटाने के लिए अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड 5 से 10 अरब डॉलर का शेयर इश्यू ला सकता है। कंपनी अपने शेयर्स आदि बेचकर आने वाले दिनों में 10 बिलियन डॉलर तक जुटा सकती है। फिलहाल ये सब चर्चाएँ हैं और कंपनी ने इस मामले पर फिलहाल किसी तरह टिप्पणी नहीं की है। वैसे, 2020 में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी बैंकों के कर्जे निपटाने के लिए 27 अरब डॉलर से ज्यादा जुटाए थे।

इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी ने इस ग्रुप में निवेश किया

इक्विटी धन जुटाने की योजनाएँ अडानी समूह अपने व्यवस्थित पूंजी प्रबंधन कार्यक्रम का हिस्सा हैं, जो 2019 से लागू हैं और जिसके तहत कतर निवेश प्राधिकरण और अबू धाबी स्थित इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी ने इस ग्रुप में निवेश किया है। इस आकार की एक इक्विटी वृद्धि से कंपनियों के शेयरों की लिक्विडिटी को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही ग्रुप के ऋण अनुपात में सुधार होगा।

सितंबर में अडानी ने कहा था कि उनका समूह अगले दशक में 100 अरब डॉलर का निवेश करेगा, मुख्य रूप से ऊर्जा संक्रमण और डिजिटल अवसरों के साथ-साथ एयरोस्पेस और रक्षा, धातु और पेट्रोकेमिकल्स जैसे क्षेत्रों में। इसमें से 70 फीसदी ऊर्जा संक्रमण के लिए निर्धारित किया गया है। गौतम अडानी ने अपने समूह की योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा था कि एक एकीकृत हाइड्रोजन आधारित मूल्य श्रृंखला में 70 अरब डॉलर का निवेश करने की हमारी प्रतिबद्धता है।



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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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