TRENDING TAGS :
Farming Business Ideas: बेशकीमती है इस पौधे के फूल का तेल, करें एक बार खेती और पाएं 5 साल तक लाखों का मुनाफा
Farming Business Ideas: एक बार खेती के बाद 4 से 5 साल तक इसकी खेती से उत्पादन हासिल कर सकते हैं। इन उत्पादन में हर साल लाखों रुपए की कमाई कर सकते हैं।
Farming Business Ideas: हमारे देश में कई ऐसे पौधों की खेती की जाती है, जिसका अपना अलग महत्व होता है। यानी ये पौधों का उपयोग औषधी के रूप में होता है। इससे तैयार हुईं यह औषधियां मानव को इलाज के लिए काम में लाई जाती हैं। इस वजह से बाजार में इन पौधों की मांग अधिक रहती है और किसान को अच्छी लागत मिलती है। अगर आप किसानी खेती से जुड़े हुए हैं तो आज हम आपको एक ऐसे औषधी पौधे के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी खेती पर जिस जिस किसान में हाथ डाला है, वह लखपित हो गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस पौधे का उपयोग कई प्रकार की बीमारियों से छूटकारा पाने के लिए होता है, जिस वजह से बाजार में इसकी मांग अधिक होती।
जिरेनियम के फूलों से बनी हैं औषधियां
दरअसल, हम बात कर रहे हैं जिरेनिमय पौधे की खेती। जिरेनिमय एक प्रकार का सुगंधिक पौधा भी होता है। इसको गरीबों का गुलाब भी कहते हैं। इसके पौधे से प्राप्त फूल से तेल निकाला जाता है, जो औषधी के साथ साथ कई और काम में लाया जाता है। जिरेनियम का उपयोग एरोमाथेरेपी, सौंदर्य प्रसाधन, इत्र और सुगंधित साबुन बनाने में किया जाता है। इसके अलावा जिरेनियम तेल उपयोग औषधी के रूप में भी होता है। इसका तेल अल्जाइमर, तंत्रिका विकृति और विकारों की समस्या को दूर सकता है। साथ ही, मुंहासों, सूजन और एक्जिमा जैसी स्थिति में भी इसके तेल का उपयोग करते हैं। इसके साथ ही मांसपेशिया और त्वचा, बाल और दांतों को होने वाले नुकसान में भी इसका प्रयोग गुणकारी माना गया है। विभिन्न प्रकार के औषधी गुणों से भरपूर्ण होने की वजह से बाजार में जिरेनिमय की काफी मांग होती है, जो भी किसान इसकी खेती कर रहा है, वह बंपर कमाई कर रहा है।
कैसे करें जिरेनियम की खेती?
जिरेनियम की खेती यूपी में भी होने लगी है। बदायूं, कासगंज, संभल जैसे कई जिले किसान जिरेनियम की खेती की खेती कर रहे हैं। इसके अलावा इसकी खेती कहीं पर भी की जा सकती है। कम बारिश वाले क्षेत्र में भी यह पौधा तैयार हो जाता है। मार्च महीना इसकी खेती के लिए सबसे अच्छा माना गया है। मार्च में पौधों को पॉली हाउस में लगा देना चाहिए। फिर इसको छह महीने तक पॉली हाउस में रखना चाहिए। इस दौरान बारिश का पानी नहीं पड़े। हालांकि समय समय पर सिंचाई करते रहना चाहिए। छह महीने का बाद यह पौधा बड़ा हो जाए तो एक पौधा 10 कटिंग काट सकते हैं। इस तरह से आपके पास पौधों की संख्या बढ़ जाती है और फिर इसको अपने खेत में लगा सकते हैं।
खेती की होनी चाहिए यह मिट्टी
जिरेनियम की खेती के लिए बलुई दोमट और शुष्क मिट्टी होनी चाहिए। कम नमी वाली हल्की जलवायु जिरेनियम अधिक पैदा होता है। यह उस क्षेत्र में करना चाहिए यहां पर सालाना जलवायु 100 से 150 सेंटीमीटर हो। इसकी मिट्टी का पीएचमान 5.5 से 7.5 होना चाहिए। जिरेनियम के पौधे आप केंद्रीय औषधीय एवं पौधा संस्थान से खरीद कर अपने खेतों में लगा सकते हैं। इसकी खेती कर किसान कम पैसे में बड़ा मुनाफा कमा सकते हैं।
जिरेनिम से करें मोटी कमाई
इसकी खेती से कमाई की बात करें तो काफी अच्छी होती है। यह थोड़ी महंगी फसल है। जिरेनियम की खेती करने के लिए 1 लाख की लागत लगती है। इसके पौधे से निकाल तेल बाजार में काफी महंगा बिकता है। यह 20 हजार रुपये लीटर तक बिकता है। एक बार खेती के बाद 4 से 5 साल तक इसकी खेती से उत्पादन हासिल कर सकते हैं। इन उत्पादन में हर साल लाखों रुपए की कमाई कर सकते हैं। जितने अधिक क्षेत्रफल में किसान इसकी खेती करेंगे, जितनी अधिक कमाई की संभावना होगी।