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Hindenburg: कौन हैं हिंडनबर्ग के फाउंडर नाथन एंडरसन? जिसने हिला दी है अडानी साम्राज्य की नींव

Hindenburg: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने गौतम अडानी के व्यापारिक साम्राज्य को हिलाकर रख दिया। 2017 में अपनी शुरुआत के बाद से अब तक फर्म ने 16 कंपनियों में कथित गड़बड़ी के खुलासे किए हैं।

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Written By aman
Published on: 3 Feb 2023 2:11 PM IST (Updated on: 3 Feb 2023 2:11 PM IST)
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Nathan Anderson and Gautam Adani (Social Media)

Hindenburg: एशिया के सबसे अमीर शख्स और दुनिया चौथे सबसे रईस व्यक्ति गौतम अडानी (Gautam Adani) को हालिया एक रिपोर्ट ने खासा नुकसान पहुंचाया है। इस रिपोर्ट ने गौतम अडानी के साम्राज्य को हिलाकर रख दिया है। एक निगेटिव रिपोर्ट ने इस बिजनेस टायकून को ऐसा झटका दिया कि मात्र तीन दिन में गौतम अडानी की संपत्ति करीब 6 अरब डॉलर यानी 4,89,20,64,00,000 रुपए डूब गए।

अडानी ग्रुप (Adani Group) की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में 24 जनवरी के बाद जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। एक झटके में गौतम अडानी की प्रॉपर्टी (Gautam Adani's property) अर्श से फर्श पर आती दिख रही है। हालांकि, इस रिपोर्ट में कुछ बड़े सवाल उठाए गए हैं। जिस पर अडानी समूह ने सफाई दी है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है अडानी भी अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं।

जानें कौन हैं हिंडनबर्ग के फाउंडर?

इस पूरे विवाद में एक नाम निकलकर आया, जिससे अब तक भारतीय अनजान थे। इसका नाम है अमेरिकी रिसर्च फर्म 'हिंडनबर्ग' (Hindenburg)। हिंडनबर्ग की नकारात्मक रिपोर्ट ने अडानी के व्यापारिक साम्राज्य के साख पर बट्टा लगाया है। इस रिपोर्ट से चारों उथल-पुथल मची है। अब लोगों के मन में हिंडनबर्ग को लेकर जिज्ञासा बढ़ चली है। हिंडनबर्ग के फाउंडर का नाम नाथन एंडरसन (Nathan Anderson) है। नाथन यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टीकट (University of Connecticut) से इंटरनेशनल बिजनेस में ग्रेजुएट डिग्री (Graduate degree in International Business) प्राप्त है।

ऐसे शुरू हुई हिंडनबर्ग रिसर्च

नाथन एंडरसन ने एक डेटा कंपनी जिसका नाम 'फैक्टसेट रिसर्च सिस्टम्स इंक' (FactSet Research Systems Inc) से करियर की शुरुआत की थी। इस कंपनी नाथन का काम इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनियों से जुड़ा था। वर्ष 2017 में नाथन एंडरसन ने अपनी शॉर्ट-सेलिंग फर्म 'हिंडनबर्ग रिसर्च' (Hindenburg Research) शुरू किया।

कैसे काम करती है हिंडनबर्ग रिसर्च?

आखिर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) का काम क्या है और ये कैसे करती है? आपको बता दें, हिंडनबर्ग रिसर्च एक फॉरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म है। यह इक्विटी (Equity), क्रेडिट (credit) और डेरिवेटिव्स (Derivatives) का विश्लेषण करती है। हिंडनबर्ग रिसर्च किसी भी कंपनी में हो रही गड़बड़ी का पता लगाती है और उस पर एक विस्तार से रिपोर्ट तैयार करती हसी। जब संबंधित कंपनी से जुड़ा डाटा उसे मिल जाता है तो फिर पब्लिश कर दिया जाता है। इस रिपोर्ट में अकाउंटिंग की गड़बड़ी, प्रबंधन स्तर पर खामियां तथा अनडिस्क्लोज्ड रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन जैसे फैक्टर्स पर विशेष नजर रखी जाती है। यह मुनाफा कमाने के लिए टारगेट कंपनी के खिलाफ शर्त लगाती है। हिंडनबर्ग रिसर्च की वेबसाइट पर लिखा गया है कि यह 'Man-Made Disasters' पर नजर रखती है।

ऐसे मिला हिंडनबर्ग नाम, 'शर्तों' से होती है कमाई

हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) को नाम 6 मई 1937 में न्यू जर्सी के मैनचेस्टर टाउनशिप में हुए 'हिडनबर्ग एयरशिप एक्सीडेंट' के नाम पर रखा गया है। वर्ष 2017 में अपनी कंपनी की शुरुआत के बाद अब तक ये फर्म करीब 16 कंपनियों में कथित गड़बड़ियों से संबंधित बड़े खुलासे कर चुकी है। हिंडनबर्ग की ट्विटर इंक (Twitter Inc.) से जुड़ी रिपोर्ट भी सुर्ख़ियों में रही थी। बताया जाता है हिंडनबर्ग कॉरपोरेट वर्ल्ड के सभी गलत काम पर नजर रखती है। ये कंपनी के रिकॉर्ड आदि को ट्रैक करती है। फिर इन कंपनियों को शॉर्ट करती है। इस फर्म को प्रॉफिट भी इन्हीं टारगेट कंपनियों के खिलाफ शर्त लगाकर होता है। हालिया मामले में हिंडनबर्ग रिसर्च ने एशिया के सबसे रईस शख्स गौतम अडानी पर रिपोर्ट पेश की है।

कभी इजराइल में ड्राइवर रहे हैं नाथन एंडरसन

हिंडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर नाथन एंडरसन (Nathan Anderson) पहले इजराइल में एंबुलेंस ड्राइवर का काम कर चुका है। नाथन हैरी मार्कपोलोस (Harry Markopolos) को अपना रोल मॉडल मानता है। हैरी भी एक एनालिस्ट हैं। हैरी ने बर्नी मेडॉफ की फ्रॉड स्कीम का पर्दाफाश किया था।

हिंडनबर्ग का अडानी समूह से 88 सवाल

अडानी ग्रुप (Adani Group) को लेकर आई नाथन एंडरसन की रिसर्च रिपोर्ट में अडानी समूह की सभी कंपनियों के लोन पर बड़े सवाल खड़े किए गए हैं। जिसमें दावा किया गया है कि अडानी समूह की 7 प्रमुख कंपनियां जिनके शेयर मार्केट में लिस्टेड हैं, उनमें 85 प्रतिशत से अधिक ओवरवैल्यूड हैं। हिंडनबर्ग रिसर्च की हालिया रिपोर्ट में अडानी समूह से 88 सवाल पूछे गए हैं।

गौतम अडानी के शेयर ने लगाया गोता

हिंडनबर्ग की रिसर्च रिपोर्ट के बाद अडानी समूह की कंपनियों के निवेशकों के सेंटीमेंट पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। जिसकी वजह से अडानी ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयरों में जोरदार गिरावट दर्ज की गई। इस रिपोर्ट के आने के बाद बुधवार को गौतम अडानी की कंपनियों के शेयरों ने 6 से 7 फीसद तक गोता लगाया। इसका असर गौतम अडानी की नेटवर्थ पर भी देखने को मिला।



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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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