TRENDING TAGS :
ICICI Bank: बढ़ी मंहगाई के बीच ICICI बैंक का ग्राहकों झटका, कर दिये कर्ज महंगे
ICICI Bank: पिछले महीने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मुद्रास्फीति का हवाला देते हुए बेंचमार्क नीति दर को 25 आधार अंकों से बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया था। RBI के इस कदम के बाद ICICI ने कर्ज ब्याज दरों में इजाफा कर दिया है।
ICICI Bank: अगर आप हाल के दिनों में ICICI बैंक से अपने सपनों को पूरा करने के लिए कोई कर्ज लेने का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। रिजर्व बैंक द्वारा बीत दिनों रेपो रेट में बढ़ोतरी किये जाने के बाद से लगातार देश के सरकारी और निजी बैंक अपने कर्ज ब्याज दरों और सावधि जमा (FD) ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रही हैं, जिसकी वजह से लोगों को लोन लेना महंगा होता जा रहा है। निजी क्षेत्र के ऋणदाता आईसीआईसीआई बैंक ने भी बुधवार को अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में इजाफा कर दिया है। बैंक के इस कदम से अब लोगों को पहले की तुलना में बढ़ती महंगाई के बीच होम, ऑटो, एजुकेशन और पर्सनल लोन लेने पर दोहरा झटका झेलना पड़ेगा।
बढ़ी हुई नई दरें 1 मार्च हो गईं लागू
आईसीआईसीआई बैंक की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, बैंक ने अपने MCLR में 10 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी की। बढ़ी हुई नई दरें 1 मार्च, 2023 से लागू हो गई हैं। बैंक ने ओवनाइट की MCLR को संसोधित कर अब 8.50 फीसदी कर दिया गया है.
1 महीने से लेकर 1 साल की कर्ज ब्याज दरें
इसके अलावा 1 महीने वाले लोन की MCLR दरों को बढ़ा कर 8.50 फीसदी कर दिया गया है। तीन महीने के लिए एमसीएलआर को संशोधित कर 8.55 फीसदी किया गया है। छह महीने की अवधि के लिए नया एमसीएलआर 8.70 फीसदी और एक साल के लिए 8.75 फीसदी है।
आईसीआईसीआई बैंक की संशोधित एमसीएलआर दरें:
कार्यकाल---संशोधित दर
- रातोंरात--8.50%
- एक माह--8.50%
- तीन महीने--8.55%
- छह महीने--8.70%
- एक वर्ष--8.75%
हाल ही में बढ़ी थीं एफडी ब्याज दरें
बता दें कि हाल ही में आईसीआईसीआई बैंक ने 2 करोड़ रुपये से 5 करोड़ रुपये से कम की थोक सावधि जमा (एफडी) पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की थी। बैंक ने यह भी सूचित किया था कि ग्राहक सुविधा के अनुसार एक निश्चित अवधि के लिए डिजिटल और शाखा चैनल के माध्यम से आईसीआईसीआई बैंक की सावधि जमा में निवेश कर सकते हैं।
जानिए छठी बार में कितना बढ़ा रेपो रेट
पिछले महीने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मुद्रास्फीति का हवाला देते हुए बेंचमार्क नीति दर को 25 आधार अंकों से बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया था। यह छठी बार था जब आरबीआई द्वारा पिछले साल मई से ब्याज दर में बढ़ोतरी की गई थी। इस दौरान आरबीआई की ओर से कुल रेपो रेट में 250 आधार अंक बढ़ोतरी की गई थी। इससे पहले केंद्रीय बैंक ने दिसंबर 2022 में ब्याज दरों में 35 बीपीएस की बढ़ोतरी की थी। मई में रेपो रेट में 40 बीपीएस और जून, अगस्त और सितंबर में 50 आधार अंकों की रेपो रेट में बढ़ोतरी की थी।