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दानवीरों की सूची में अजीम प्रेमजी फिर अव्वल, 27 करोड़ प्रतिदिन किया दान, देखें लिस्ट में अंबानी-अडानी कहां

India Biggest Philanthropists: एडलगिव हुरुन इंडिया फिलैंथरोपी, 2021 के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 में विप्रो (Wipro) के संस्थापक अजीम प्रेमजी ने कुल 9,713 करोड़ रुपए दान दिए।

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Written By amanPublished By Chitra Singh
Published on: 29 Oct 2021 8:09 AM GMT
India Biggest Philanthropists
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अजीम प्रेमजी, मुकेश अंबानी, गौतम अडानी (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

India Biggest Philanthropists: भारतीय आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी विप्रो (Wipro) के संस्थापक अजीम प्रेमजी (Azim Premji) का नाम प्रत्येक वर्ष परोपकार से जुड़े कार्यों में खर्च, दान आदि के लिए सुनने को मिलता है। उनकी गिनती भारत के सबसे परोपकारी शख्स के रूप में होती है। एक बार फिर परोपकारी अरबपतियों (Billionaires) की लिस्ट में विप्रो के संस्थापक शीर्ष पर बरकरार हैं। बता दें, कि अजीम प्रेमजी ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 9,713 करोड़ रुपए दान (9,713 crore donation) में दिया है। इस आंकड़े को अगर प्रति दिन के हिसाब से देखें तो यह 27 करोड़ रुपए के करीब बैठता है। मतलब भारत के एक अरबपति अजीम प्रेमजी प्रतिदिन 27 करोड़ रुपए दान कर रहे हैं।

एडलगिव हुरुन इंडिया फिलैंथरोपी, 2021 (EdelGive Hurun India Philanthropy List 2021) के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 में अर्थात ये वो दौर था जब देश कोरोना महामारी के दौरान आर्थिक संकट से जूझ रहा था, दौरान अजीम प्रेमजी ने कुल 9,713 करोड़ रुपए दान दिए। अजीम प्रेमजी अपने परोपकारी और परमार्थ कार्यों की वजह से देश के अन्य अरबपतियों से अलग दिखते रहे हैं। कार्य करने वाले भारतीयों के बीच अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है। इतना ही नहीं, रिपोर्ट की मानें, तो महामारी से प्रभावित वर्ष में अजीम प्रेमजी ने पहले की तुलना में एक चौथाई दान बढ़ा दिया।

कोरोना टीकाकरण के लिए बढ़ाई दान राशि

अजीम प्रेमजी के फाउंडेशन की तरफ से 10 राज्यों में कोरोना महामारी के चलते टीकाकरण कार्य को तेज करने के लिए आवंटित धन 1,125 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 2,125 करोड़ रुपए कर दिया था। साथ ही जरूरत पड़ने पर दान की राशि को बढ़ाने का भी भरोसा दिया।

अजीम प्रेमजी (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

शिव नाडर दूसरे, अंबानी तीसरे स्थान पर

विप्रो प्रमुख के बाद, इस लिस्ट में दूसरा नाम आईटी क्षेत्र के एक अन्य दिग्गज एचसीएल (HCL Technologies ) के फाउंडर शिव नाडर (Shiv Nadar) का है। नाडर ने परमार्थ कार्यों के लिए 1,263 करोड़ रुपए का दान दिया। जबकि, इसी लिस्ट में एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ( Mukesh Ambani) का नाम आता है। मुकेश अंबानी ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान परोपकारी कार्यों में 577 करोड़ रुपए का योगदान दिया।

कुमार मंगलम चौथे तो नीलेकणि पांचवें स्थान पर

परोपकारी अरबपतियों की इस सूची में आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला का नाम चौथे स्थान पर है। कुमार मंगलम बिड़ला ने 377 करोड़ रुपए का दान दिया। इस लिस्ट में आईटी की ही एक और दिग्गज कंपनी इंफोसिस (Infosys) के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि (Nandan Nilekani) का स्थान पांचवां है। इस वित्त वर्ष में उन्होंने ज्यादा दान देकर सूची में दो स्थान ऊपर चढ़कर पांचवे पायदान तक पहुंचे हैं। नंदन नीलेकणि ने कुल 183 करोड़ रुपए दान में दिए हैं।

हिंदुजा, बजाज, अडानी भी क्रम से

वहीं, देश के प्रमुख व्यापारी हिंदुजा परिवार ने 166 करोड़ रुपए का दान दिया, जिससे इस लिस्ट में वे छठे स्थान पर हैं। बजाज परिवार भी दानवीरों की सूची में पाए। बजाज परिवार ने 136 करोड़ रुपए का दान दिया, हुरुन इंडिया परोपकार लिस्ट में वह सातवें स्थान पर है। जबकि, आठवें स्थान पर संयुक्त रूप से गौतम अडानी और अनिल अग्रवाल कायम हैं। दोनों ने ही 130 करोड़ रुपए दान में दिए।

गौतम अडानी (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

डाबर समूह का बर्मन परिवार दसवें स्थान पर

देश के प्रतिष्ठित डाबर समूह का बर्मन परिवार 114 करोड़ रुपए दान के साथ दसवें स्थान पर है। जबकि, लार्सन एंड टुब्रो के पूर्व अध्यक्ष एएम नाइक 112 करोड़ रुपए के दान के साथ इस सूची में 11 वें स्थान पर हैं। उन्होंने धर्मार्थ कार्यों के लिए अपनी आय का 75 फीसदी देने की बात कही है।

राकेश झुनझुनवाला और नितिन-निखिल कामथ भी

इस साल इस लिस्ट में 17 जोड़ियां दिखी हैं, जिसने कुल 261 करोड़ रुपए दान में दिए। इस सूची में शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला का नाम भी है। उन्होंने 50 करोड़ रुपए के दान देने के साथ सबसे उदार प्रवेशकर्ता के रूप में परोपकार सूची 2021 में जगह बनाई है। वहीं, जिरोधा के सह-संस्थापक नितिन और निखिल कामथ ने जलवायु परिवर्तन के समाधान पर काम करने वाले संगठनों, कंपनियों और व्यक्तियों के समर्थन के लिए अगले कुछ वर्षों में 750 करोड़ रुपए देने का वादा किया है। इन दानवीरों की सूची में वे 35वें स्थान पर हैं।

नितिन और निखिल कामथ-राकेश झुनझुनवाला (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

दान देने में महिलाएं भी पीछे नहीं

एडलगिव हुरुन इंडिया फिलैंथरोपी, 2021 की धर्मार्थ सूची में इस साल नौ महिलाएं शामिल हैं। इनमें, रोहिणी नीलेकणि ने 69 करोड़ रुपए दान में दिए। जबकि, USV की लीना गांधी तिवारी ने 24 करोड़ रुपए का दान दिया। वहीं, थर्मेक्स की अनु आगा ने 20 करोड़ रुपए दान किए।

वर्तमान दानवीरों की लिस्ट में अधिकांश दान के पैसे का इस्तेमाल एजुकेशन, हेल्थ जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए जा रहा है। कोरोना महामारी के दौरान भी बाजार के दिग्गजों द्वारा दान में जी भरकर पैसे खर्च करना एक सकारात्मक रुख को बयां करता है।

Chitra Singh

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