×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

2023 में 6 फीसदी से अधिक विकास दर होने के बाद भी भारत वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण के बारे में है चिंतित: सीतारमण

FM Sitharaman: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक के दौरान विकास समिति की 107वीं बैठक में शामिल हुईं।

Viren Singh
Published on: 13 April 2023 4:23 PM IST
2023 में 6 फीसदी से अधिक विकास दर होने के बाद भी भारत वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण के बारे में है चिंतित: सीतारमण
X
FM Sitharaman (सोशल मीडिया)

FM Sitharaman: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमेरिका में कहा कि देश की अर्थव्यवस्था इस साल छह प्रतिशत से अधिक की अनुमानित विकास दर रहने की उम्मीद है, लेकिन उसके बाद भी भारत भारत वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण और भू-राजनीतिक माहौल को लेकर चिंतित है। मौजूदा विपरीत परिस्थितियों और तनावपूर्ण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं ने दुनिया भर की अर्थव्यस्था पर अपना जबरदस्त दबाव डाला है। इस वजह से मुद्रास्फीति को दबाने के लिए लगातार उच्च ब्याज दरों बढ़ी हैं और मुद्रा मूल्यह्रास हुआ है।

वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं ने डाला भोजन, ईंधन पर असर

ये बातें केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में चल रही अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक के दौरान विकास समिति की 107वीं बैठक में कही। उन्होंने इस दौरान ग्लोबल लीडर्स को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में बैंकिंग क्षेत्र में हालिया उथल-पुथल ने वैश्विक आर्थिक सुधार की चुनौतियों को और बढ़ा दिया है। बढ़े हुए राजकोषीय दबाव विशेष रूप से ईएमडीई और एलडीसी पर असर डाला है। वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में लगातार हो रहीं रुकावटों ने भोजन, ईंधन और उर्वरक आपूर्ति पर दबाव डाल रही हैं, जिसकी वजह से विकासशील देशों में गरीबों, वंचितों और हाशिए पर रहने वालों पर अपना प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।

कोरोना टीकाकरण अभियान दी अर्थव्यस्था को तेजी

उन्होंने कहा कि चुनौतियों और वैश्विक विपरीत परिस्थितियों के बावजूद आईएमएफ ने अपने वैश्विक आर्थिक आउटलुक में भारत के लिए 6 प्रतिशत से अधिक आर्थिक विकास दर का अनुमान लगाया है, जिससे यह उस दर से बढ़ने वाली एकमात्र प्रमुख अर्थव्यवस्था बन गया है। वित्त वर्ष 2023 में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में एक प्रबंधनीय चालू खाता घाटा और उच्चतम विकास दर के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था ने कोविड-महामारी के साथ-साथ भू-राजनीतिक स्पिल-ओवर की अशांति को कम करने में लचीलापन दिखाया है। उन्होंने कहा कि एक आशावादी कारोबारी माहौल, मजबूत औद्योगिक उत्पादन और कोविड के खिलाफ तेजी से टीकाकरण अभियान ने भारत की अर्थव्यवस्था को एक मजबूत गति प्रदान की है। भारत महामारी से आगे बढ़ गया है और कई दिशों से आगे निकल गया है।

WBG को मजबूत संस्थान में बदलने का आह्वान

वैश्विक मंच पर कोरोना महामारी के खिलाफ केंद्र सरकार के ओर से चलाए गए कोरोनो टीकाकरण अभियान की प्रशंसा की। मंत्री ने कहा कि अद्वितीय (कोविड-विरोधी) टीकाकरण अभियान ने न केवल त्वरित आर्थिक सुधार सुनिश्चित किया है बल्कि इस वर्ष और उससे आगे के लिए आर्थिक संभावनाओं को भी सुनिश्चित किया है। कृषि और श्रम सुधारों के सफल कार्यान्वयन ने मध्यम अवधि के विकास को बढ़ावा दिया है। केंद्रीय मंत्री ने 'विकास समिति' को बताया और कहा कि WBG के 'विकास रोड मैप' चर्चा की पृष्ठभूमि पर हम विश्व बैंक समूह (WBG) को एक बड़े और विकसित होने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, क्योंकि बेहतर बैंक नई दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने के लिए उद्देश्य के लिए उपयुक्त है। इसके अलावा उन्होंने सभी शेयरधारकों और हितधारकों से डब्ल्यूबीजी को एक ऐसे संस्थान में बदलने के लिए आह्वान किया, जिसका मजबूत दृष्टिकोण के साथ वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करने में सक्षम हो।

WBG इन लक्ष्यों पर केंद्रित कर ध्यान

वित्त मंत्री ने कहा कि डब्ल्यूबीजी को 'गरीबी से मुक्त विश्व' के अपने दृष्टिकोण के साथ-साथ 'अत्यधिक गरीबी समाप्त करने' और 'साझा समृद्धि को बढ़ावा देने' के दोहरे लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखना चाहिए, जो समावेशी, लचीला और टिकाऊ हो। वित्त मंत्री ने कहा कि खाद्य असुरक्षा, पानी और ऊर्जा की पहुंच और सामर्थ्य, डिजिटलीकरण और ऋण स्थिरता जैसी वैश्विक विकास चुनौतियों पर ध्यान देना भी महत्वपूर्ण है।



\
Viren Singh

Viren Singh

Next Story