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Indian Economy: 2047 तक भारत की अर्थव्यवस्था पहुंच सकती 40 ट्रिलियन डॉलर, बोले मुकेश अंबानी

Indian Economy: रिलायंस इंडस्ट्रीज लौकिक बरगद के पेड़ की तरह और बड़ी होती जाएगी। कंपनी भारत की पहली कार्बन फाइबर फैक्ट्री स्थापित करने जा रही है।

Viren Singh
Written By Viren Singh
Published on: 29 Dec 2022 12:57 PM IST
Mukesh Ambani statement
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Mukesh Ambani statement (सोशल मीडिया) 

Indian Economy: रिलायंस परिवार दिवस समारोह 2022 में गुरुवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के अध्यक्ष मुकेश अंबानी शामिल हुए। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा कि भारत 2047 तक 40 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है और अगले 25 साल भारत के 5,000 साल पुराने इतिहास में परिवर्तनकारी होने जा रहे हैं। हम ऐसे समय में जी रहे हैं, जब दुनिया 21वीं सदी को 'भारत की सदी' के रूप में देख रही है। भारत तेज आर्थिक विकास हासिल करने के लिए तैयार है।

कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम 2047 तक, हमारी स्वतंत्रता की शताब्दी, टिकाऊ और स्थिर तरीके से 40 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकते हैं। यह लक्ष्य यथार्थवादी और प्राप्त करने योग्य है, क्योंकि भारत को युवा जनसांख्यिकी, परिपक्व लोकतंत्र और प्रौद्योगिकी की नई अधिग्रहीत शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने कहा कि जब दुनिया के कई हिस्सों में अनिश्चितता, अस्थिरता और यहां तक कि प्रतिगमन को देखा जा सकता है तो भारत को विश्व स्तर पर 'चमकते स्थान' के रूप में माना जा रहा है।

रिलायंस स्थापित करेगी पहली कार्बन फाइबर फैक्ट्री

अंबानी कंपनी की आगामी योजना पर बात करते हुए कहा कि रिलायंस कंपनी भारत की पहली कार्बन फाइबर फैक्ट्री स्थापित करने और पॉलिएस्टर और विनाइल जैसे अन्य क्षेत्रों में क्षमता जोड़ने के लिए अगले पांच वर्षों में अपने O2C व्यवसाय में 75,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी जामनगर में पूरी तरह से एकीकृत नई ऊर्जा विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने की दिशा तेजी के काम कर रही है। यह निवेश कंपनी का 75,000 करोड़ रुपए होगा।

20 सालों से मुकेश अंबानी कर रहे अध्यक्षता

मुकेश अंबानी बीते 20 सालों से रिलायंस इंडस्ट्रीज की अध्यक्षता कर रहे हैं और समूह को चला रहे हैं। रिलायंस ग्रुप पेट्रोकेमिकल्स, तेल और गैस, दूरसंचार और खुदरा क्षेत्र में काम कर रहा है। रिलायंस का लगभग 60% राजस्व तेल-शोधन और पेट्रोकेमिकल्स से आता है। हालांकि समूह खुदरा, दूरसंचार और प्रौद्योगिकी में विविधता लाकर तेल-शोधन पर अपनी निर्भरता कम कर रहा है। साथ ही, नए ऊर्जा व्यवसाय में भी प्रवेश कर रहा है।

20 सालों में 42 गुना बढ़ा रिलायंस का मार्केट कैप

आपको बता दें कि बिजनेस टाइकून मुकेश अंबानी ने इस हफ्ते रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शीर्ष पर 20 साल पूरे किए, जब उन्होंने पदभार संभाला, तब से मार्केट कैप में देसी जायंट 42 गुना बड़ा हो गया। वर्ष 2002 में अपने पिता धीरूभाई अंबानी के निधन के बाद मुकेश अंबानी ने आरआईएल की बागडोर संभाली। उनके नेतृत्व में रिलायंस खुदरा और दूरसंचार उपक्रमों के साथ ऊर्जा और कपड़ा क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया। इस रिलायंस समूह के बाजार पूंजीकरण में तगड़ा इजाफा देखने को मिला। समूह का 2002 में बाजार पूंजीकरण जहां 42,000 करोड़ रुपये था। वहीं, 2022 में यह तगड़ी वृद्धि के साथ 17.81 लाख करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी का राजस्व 45,411 करोड़ रुपये से 17 गुना बढ़कर 792,756 करोड़ रुपये हो गया। यह 20 वर्षों में 15.4% सीएजीआर है। इस बीच, शुद्ध लाभ 20 गुना बढ़कर 3,280 करोड़ रुपये से 67,845 करोड़ रुपये हो गया, जो 16.35% सीएजीआर से बढ़ रहा है।

लौकिक बरगद पेड़ की तरह है रिलायंस समूह

रिलायंस समूह के अध्यक्ष पद पर रहते हुए 20 साल पूरे होने पर मुकेश अंबानी ने एक भावुक भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लौकिक बरगद के पेड़ की तरह और बड़ी होती जाएगी। साल बीतेंगे और दशक बीतेंगे। रिलायंस लौकिक बरगद के पेड़ की तरह बड़ा होता रहेगा। इसकी शाखाएं व्यापक रूप से फैलेंगी, इसकी जड़ें और गहरी होंगी और यह भारतीयों की बढ़ती संख्या के जीवन को स्पर्श करेगी।



Viren Singh

Viren Singh

पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

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