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India Q1 GDP Growth: वित्त वर्ष की जबरदस्त शुरुआत, पहली तिमाही में 7.8% की दर से बढ़ी अर्थव्यवस्था,चीन-अमेरिका से भी आगे
FY24 Q1 GDP Data: मार्च तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.1 फीसद थी, जबकि पूरे वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था ने 7.2 प्रतिशत की दर से वृद्धि दर्ज की थी।
India Q1 GDP Growth: भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) ने चालू वित्त वर्ष की शानदार शुरुआत की है। आधिकारिक आंकड़ों की मानें तो पहली तिमाही के दौरान इंडियन इकॉनमी ने शानदार प्रदर्शन किया है। अर्थव्यवस्था 7.8 प्रतिशत की दर से ग्रोथ दर्ज की है। ध्यान देने वाली बात है, ये दुनिया की किसी भी प्रमुख अर्थव्यवस्था की तुलना में सबसे तेज ग्रोथ रेट है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने पहली तिमाही के लिए GDP के आंकड़े गुरुवार (31 अगस्त) शाम जारी किए। पहली तिमाही (First Quarter) के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था को सरकार द्वारा हाथ खोलकर खर्च करने, मजबूत उपभोक्ता मांग तथा सर्विस सेक्टर की उच्च गतिविधियों जैसे कारक (Factor) ने मदद की। इससे पहले, कोर सेक्टर के आंकड़े जारी किए गए थे। जिसके अनुसार, जुलाई में कोर सेक्टर की ग्रोथ रेट कम होकर 8 फीसद पर आ गई, जो जून में 8.3 फीसदी थी।
किस क्षेत्र में कैसा रहा विकास दर?
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, साल भर पहले की समान तिमाही अर्थात जून 2022 तिमाही में भारत की सकल घरेलू उत्पाद ग्रोथ रेट 13.1 प्रतिशत रही थी। उस तुलना में इस वर्ष वृद्धि दर प्रभावित हुई है। पहली तिमाही के दौरान कृषि क्षेत्र (Agricultural Sector) ने 3.5 फीसदी की दर से वृद्धि दर्ज की। जबकि, विनिर्माण क्षेत्र (construction sector) की ग्रोथ रेट 7.9 फीसद रही। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने निराश किया। इसकी विकास दर कम होकर 4.7 फीसदी पर आ गई है।
RBI का क्या था पूर्वानुमान?
तमाम विश्लेषक उम्मीद जता रहे थे कि, जून तिमाही में इंडियन इकॉनमी का प्रदर्शन बेहतर रहेगा। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पहली तिमाही में GDP ग्रोथ रेट 8 फीसदी रहने का अनुमान जताया था। कहने का मतलब, पहली तिमाही में ग्रोथ रेट रिजर्व बैंक के अनुमान से कुछ कम रही है। आरबीआई के अनुसार, देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की चारों तिमाहियों में क्रमश: 8%, 6.5 फीसदी, 6% और 5.7 फीसदी रह सकती है। इस तरह, RBI ने पूरे चालू वित्त वर्ष के लिए 6.5 प्रतिशत की ग्रोथ रेट का अनुमान जताया है।
कई एजेंसियों ने बढ़ाया अनुमान
आपको बता दें, भारत के लिए खुशखबरी कई मोर्चे पर है। अलग-अलग एजेंसियां ने हाल ही में भारत के ग्रोथ रेट के अनुमान को संशोधित किया। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पहले 2023 के लिए ग्रोथ रेट 5.9 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था, जिसे बाद में सुधार कर 6.1 फीसद किया। IMF ने 2024 में ग्रोथ रेट 6.3 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। वहीं, फिच रेटिंग (Fitch Ratings) ने भी वित्त वर्ष 2023-24 के लिए विकास दर के अनुमान को 6 फीसद से बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत किया था।
'वैश्विक विकास' का इंजन भारत
उल्लेखनीय है, भारत इस बेहतर प्रदर्शन के साथ 'वैश्विक विकास' का इंजन बना हुआ है। हिंदुस्तान का सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था होने का दर्जा भी बरकरार है। विश्व की अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के प्रदर्शन पर नजर डालें तो अमेरिका ने जून तिमाही के दौरान 2.1 प्रतिशत की दर से वृद्धि की। यह दर तिमाही आधार पर है। वहीं, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन ने जून तिमाही के दौरान साल भर पहले की तुलना में 6.3 फीसद वृद्धि दर दर्ज की। सालाना आधार पर ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था (UK Economy) जून तिमाही के दौरान 0.4 फीसदी की दर से बढ़ी। वहीं, जर्मनी 0.2 फीसद की ग्रोथ रेट के साथ मंदी से बाहर आने में सफल रहा।