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PMI Sector: सर्विस सेक्टर पर पड़ी महंगाई की मार, जुलाई में सुस्त पड़ी रफ्तार, 4 महीने में हुई सबसे कम ग्रोथ

PMI Sector Growth in July 2022 : Service Sector की एक्टिविटी ग्रोथ जुलाई 2022 में चार महीने में सबसे कम रही। लेकिन, अभी भी यह आगे बढ़ रही है।

aman
Written By aman
Published on: 3 Aug 2022 2:38 PM IST
india s services sector growth falls to four months low in july 2022
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प्रतीकात्मक चित्र 

PMI Sector Growth in July 2022 : व्यापार जगत में लगातार बढ़ती प्रतिस्पर्धा के दबाव, ऊंची मुद्रास्फीति (High Inflation) तथा प्रतिकूल मौसम की वजह से पिछले महीने यानी जुलाई 2022 में मांग प्रभावित रही। इस वजह से देश के सेवा क्षेत्र (Service Sector) में गतिविधियों की रफ्तार सुस्त रही। यह बीते चार महीने में सबसे कम रही। दरअसल, ये जानकारी एक मासिक सर्वे (Monthly Survey) में बुधवार (3 अगस्त 2022) को सामने आई।

आपको बता दें कि, एसएंडपी ग्लोबल का इंडिया सर्विसेज पीएमआई (India Services PMI) बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स जून महीने में 59.2 से गिरकर 55.5 पर आ गया। यह बीते चार महीने में सबसे कम है। इन आंकड़ों से जाहिर है कि, 'सर्विस सेक्टर की गतिविधियों (India's Service Sector Growth) की रफ्तार जुलाई महीने में धीमी हो गई।

12वें महीने सर्विस सेक्टर एक्टिविटी में विस्तार

बीते महीने यानी जुलाई 2022 में सेवा क्षेत्र सर्विस सेक्टर (Service Sector) की एक्टिविटी ग्रोथ चार महीने में सबसे धीमी रही, लेकिन अभी भी यह आगे बढ़ रही है। आपको बता दें, यह लगातार 12वां महीना है, जब सर्विस सेक्टर की गतिविधियों में विस्तार देखा गया है। परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) की भाषा में 50 से अधिक अंक का मतलब होता है कि गतिविधियों में विस्तार हो रहा है। वहीं, 50 से कम अंक संकुचन को दिखाता है।

'सेल्स' और 'आउटपुट' दोनों का विकास सुस्त

इस सर्वे के अनुसार, बेहतर मांग तथा विज्ञापन के दम पर कुछ सेवा प्रदाता (Service Providers) की बिक्री जुलाई माह में बेहतर रही। मगर, तेज प्रतिस्पर्धा तथा प्रतिकूल मौसम की वजह से कारोबार में तेजी प्रभावित हुई। एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस (S&P Global Market Intelligence) की इकनॉमिक्स एसोसिएट डायरेक्टर पोलियाना डी लीमा (Pollyanna De Lima) के मुताबिक, लगातार बढ़ते कंपटीशन, ऊंची मुद्रास्फीति और प्रतिकूल मौसम के कारण मांग प्रभावित हुई है। इस वजह से देश की 'सेवा अर्थव्यवस्था' (Service Economy) की रफ्तार में खासी कमी हुई है।

जुलाई में बिक्री रही बेहतर

इस सर्वे की मानें तो जिन सर्विस प्रोवाइडर ने जुलाई महीने में बिक्री अच्छी रहने की जानकारी दी है, उन्होंने इसकी वजह मांग की अनुकूल परिस्थितियां और विज्ञापन का लाभ मिलने की बात कही। हालांकि, सर्वे के भागीदारों (survey participants) ने कहा है कि, 'तीव्र प्रतिस्पर्धा और प्रतिकूल मौसम के कारण वृद्धि प्रभावित हुई है।'



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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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