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Infosys New CEO: इंफोसिस को डूबने से बचाया था, 'सलिल पारेख' को फिर से मिली कमान, CEO और MD के रूप में हुए नियुक्त
Infosys New CEO: देश की सबसे प्रतिष्ठित मल्टीनेशनल आईटी कंपनी इंफोसिस ( Infosys) ने अगले 5 वर्षों के लिए सलिल पारेख को सीईओ और एमडी के रूप में फिर से नियुक्त किया है।
New Delhi: देश की सबसे प्रतिष्ठित मल्टीनेशनल आईटी कंपनी इंफोसिस ( Infosys) ने अगले 5 वर्षों के लिए सलिल पारेख को सीईओ और एमडी के रूप में फिर से नियुक्त किया है। बता दें कि 57 वर्षीय पारेख के सीईओ और एमडी रहे हैं इंफोसिस जनवरी 2018 से और पिछले 4 वर्षों में सफलतापूर्वक इंफोसिस का नेतृत्व किया है। सलिल पारेख फर्म के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक के रूप में, शेयरधारकों के अनुमोदन के अधीन, 1 जुलाई, 2022 से पांच साल की अवधि के लिए 31 मार्च, 2027 तक प्रभावी रहेंगे।
एक समय था जब बेहद विवादों में घिरी थी। इंफोसिस ( Infosys) के फाउंडर सदस्यों और तात्कालीन सीईओ विशाल सिक्का के बीच सार्वजानिक तौर पर एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी चल रही थी। जिससे इंफोसिस के क्लाइंट ( Clients) के साथ-साथ निवेशकों ( Investors) का भरोसा डगमगा रहा था।
सलिल पारेख ने सबसे पहले क्लाइंट्स का भरोसा जीता
इंफोसिस ( Infosys), टीसीएस ( TCS) से लगातार पिछड़ती जा रही थी। ऐसे में सन 2018 में जब सलिल पारेख ( Salil Parekh) ने इंफोसिस ( Infosys) के सीईओ ( Chief Executice Officer) और मैनेजिंग डायरेक्टर ( Managing Director) का कार्यभार संभाला तब कंपनी ने बड़े डील हासिल किए तो काफी संख्या में नए क्लाइंट कंपनी के साथ जुड़े। 2018 में इंफोसिस के सीईओ का पदभार संभालने के बाद सलिल पारेख ने सबसे पहले क्लाइंट्स का भरोसा जीता।
सलिल पारेख के कार्यकाल में प्रॉफिट में जबरदस्त उछाल
सलिल पारेख ( Salil Parekh) के कार्यकाल में इंफोसिस के रेवेन्यू के साथ प्रॉफिट में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। 2 जनवरी 2018 के बाद से इंफोसिस के मार्केट कैपिटलाईजेशन में 200 फीसदी बढ़ चुका है। जो अभी 6.37 लाख करोड़ रुपये है। 2018 में इंफोसिस के रेवेन्यू में डिजिटल रेवेन्यू की हिस्सेदारी केवल 25.5 फीसदी थी जो सलिल पारिख के कार्यकाल में बढ़कर 58.5 फीसदी पर जा पहुंची है।100 मिलियन डॉलर वाले बड़े क्लाइंट्स की संख्या 20 से बढ़कर 37 हो गई है। आज इंपोसिस का पास 4 बिलियन डॉलर कैश है और कंपनी पर कोई कर्ज बकाया नहीं है।
सलिल पारेख के पास आईटी सेवा में तीस से अधिक वर्षों का अनुभव
सलिल पारेख के पास आईटी सेवा उद्योग में तीस से अधिक वर्षों का वैश्विक अनुभव है, जिसमें उद्यमों के लिए डिजिटल परिवर्तन को चलाने, व्यवसाय में बदलाव लाने और सफल अधिग्रहण का प्रबंधन करने का एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है।
इससे पहले, सलिल कैपजेमिनी में समूह कार्यकारी बोर्ड के सदस्य थे, जहां उन्होंने 25 वर्षों तक कई नेतृत्व पदों पर कार्य किया। उन्होंने कॉर्नेल विश्वविद्यालय से कंप्यूटर विज्ञान और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग डिग्री और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे से वैमानिकी इंजीनियरिंग में प्रौद्योगिकी स्नातक की डिग्री प्राप्त की है।