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बेजोस-ब्रैन्सन नहीं हैं अंतरिक्ष यात्री, FAA ने बदली Astronaut की परिभाषा

FAA New Astronaut Definition: ब्रैन्सन और जेफ़ बेजोस की आसमानी यात्रा के तुरंत बाद अमेरिका के FAA ने अंतरिक्ष यात्री की परिभाषा ही बदल दी है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani LalPublished By Shreya
Published on: 27 July 2021 4:04 PM IST
बेजोस-ब्रैन्सन नहीं हैं अंतरिक्ष यात्री, FAA ने बदली Astronaut की परिभाषा
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जेफ बेजोस-रिचर्ड ब्रैन्सन (फाइल फोटो साभार- सोशल मीडिया)

FAA New Astronaut Definition: खरबपति उद्यमी जेफ़ बेजोस (Jeff Bezos) और रिचर्ड ब्रैन्सन (Richard Branson) भले ही कोई दावा करते रहें लेकिन अमेरिकी सरकार, नासा (NASA) और अंतरिक्ष विज्ञानी इन दोनों को अंतरिक्ष यात्री नहीं मानते हैं। ब्रैन्सन और जेफ़ बेजोस की आसमानी यात्रा के तुरंत बाद अमेरिका के फ़ेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने अंतरिक्ष यात्री की परिभाषा (Antariksh Yatri Ki Paribhasha) ही बदल दी है।

20 जुलाई को एफएए (FAA) ने एक नया दस्तावेज प्रकाशित किया जिसमें अंतरिक्ष यात्री (Astronaut) कहलाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश (Guidelines) दिए हुए हैं। दिशा निर्देश में कहा गया है कि अब से किसी को अंतरिक्ष यात्री तभी माना जाएगा जब वह दो अनिवार्यताओं को पूरा करेगा।

पहली शर्त है कि वह व्यक्ति स्पेस फ्लाइट (Space Flight) के चालक दल का हिसा हो और दूसरी शर्त ये कि वह व्यक्ति अंतरिक्ष यात्रा से जुड़ी सुरक्षा में योगदान करे। एफएए ने अब 'व्यावसायिक अंतरिक्ष यात्री' (Commercial Space Astronaut) नामक नई शब्दावली गढ़ी है। व्यावसायिक अंतरिक्ष यात्री उसे माना जाएगा जो पृथ्वी से कम से कम 80 किलोमीटर ऊपर तक जाए।

फ़ेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

इसलिए FAA ने बदल दी परिभाषा

एफएए ने कहा है कि जेफ़ बेजोस और रिचर्ड ब्रैन्सन, दोनों ने भले ही पृथ्वी से दूरी संबंधी अनिवार्यता पूरी की है लेकिन ये लोग बाकी शर्तें पूरी नहीं कर सके हैं। ये शर्तें उड़ान के दौरान ऐसी गतिविधियाँ प्रदर्शित करने से सम्बंधित हैं जो सार्वजानिक सुरक्षा और उड़ान के दौरान मानव सुरक्षा में योगदान के लिए जरूरी हैं। एफएए ने कहा है कि व्यावसायिक अंतरिक्ष यात्री की प्रतिष्ठा को बनाये रखने के लिए परिभाषा बदलना जरूरी था। एफएए ने 17 साल बाद अपने नियम बदले हैं।

अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का भी कहना है कि जेफ़ बेजोस और ब्रैन्सन अंतरिक्ष यात्री की परिभाषा में नहीं आते हैं क्योंकि पूरी यात्रा में इनका कोई योगदान नहीं था। न तो वे चालक दल का हिस्सा थे और न उन्होंने यां को ऑपरेट किया। इसके अलावा अंतरिक्ष यात्री जो काम उड़ान के दौरान करते हैं वो भी इन लोगों ने नहीं किया। सिर्फ यान में बैठे यात्री को पायलट नहीं कहा जा सकता है।

नासा (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

नासा को 2 अरब डालर देने की पेशकश

जेफ़ बेजोस ने अंतरिक्ष अभियान के अपने प्रतिद्वंद्वी एलोन मस्क की बराबरी करने के लिए अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के सामने एक पेशकश की है। बेजोस ने कहा है कि अगर नासा मस्क की तरह उनको भी अंतरिक्ष यान बनाने का कॉन्ट्रैक्ट देता है तो वे इसका 2 अरब डालर का खर्चा वहां करने को तैयार हैं। दरअसल नासा ने मस्क की स्पेसएक्स कंपनी को 2.9 अरब डालर का एक कॉन्ट्रैक्ट दिया है जिसके तहत स्पेसएक्स को चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यात्री उतारने के लिए एक यान का निर्माण करना है।

इस कॉन्ट्रैक्ट के लिए बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन (Blue Origin) और एक अन्य कंपनी डैनेटिक्स ने भी बोली लगाई थी लेकिन उनके ऑफर रिजेक्ट हो गए थे। अब बेजोस ने नासा के सामने नई पेशकश की है और 2 अरब डालर के बदले अंतरिक्ष यान बनाने का प्रस्ताव रखा है।

जेफ बेजोस (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

बेजोस की अंतरिक्ष यात्रा

खरबपति उद्यमी जेफ बेजोस की अंतरिक्ष यात्रा (Jeff Bezos Ki Antariksh Yatra) 20 जुलाई को भारतीय समय के मुताबिक शाम 6 बज कर 42 मिनट पर शुरू हुई थी। उनके साथ 3 और यात्री - उनके भाई मार्क, 82 साल की वैली फंक और नीदरलैंड के 18 वर्षीय ओलिवर डेमेन शामिल थे। इन लोगों ने जेफ बेजोस की स्पेस कंपनी ब्लू ओरिजिन (Blue Origin) के कैप्सूल में अंतरिक्ष का दौरा किया।

बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन का टूरिज्म रॉकेट न्यू शेपर्ड चार लोगों को लेकर अंतरिक्ष में गया और कुछ ही देर में सकुशल धरती पर लौट आया। इस यात्रा की खास बात यह रही कि चार मिनट उड़ान भरने के बाद वह 100 किलोमीटर ऊपर यानी कारमन लाइन को पार कर गया। इतनी ऊँचाई पर सभी यात्रियों को तीन मिनट के लिए माइक्रोग्रैविटी में भारहीनता का अनुभव हुआ। इसमें बैठे लोगों ने अत्यधिक ऊंचाई से पृथ्वी को निहारा।

अंतरिक्ष यात्रा से लौटने के बाद जेफ़ बेजोस ने अमेज़न के ग्राहकों और कर्मचारियों को इस यात्रा के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इन्हीं लोगों की बदौलत ये यात्रा मुमकिन हुई। बेजोस ने कहा कि ये उनके जीवन का सर्वोत्तम दिन है, इस यात्रा में उनको अविश्वसनीय रूप ने अच्छा महसूस हुआ। उन्होंने कहा वे बार बार ऐसी यात्रा पर जाना चाहेंगे।

11 मिनट की रही अंतरिक्ष यात्रा

ये यात्रा कुल 11 मिनट की थी और इस पर खर्चा प्रति मिनट 25 लाख 40 हजार डालर का आया। बेजोस की ब्लू ओरिजिन कंपनी ने ऐसा अंतरिक्ष यान बनाया जिसे बारबार इस्तेमाल किया जा सकता है। 11 जुलाई को ब्रिटिश अरबपति रिचर्ड ब्रैंसन के वर्जिन स्पेस शिप की फ्लाइट ने अंतरिक्ष यात्रा कर इतिहास रच दिया था। वह 85 किमी तक गए थे।

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Shreya

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