TRENDING TAGS :
LIC IPO में 30 हजार करोड़ तक लगीं बोलियां, अन्य क्षेत्रों में हो सकती है फण्ड की कमी
LIC IPO Subscription : आज एलआईसी आईपीओ में सब्सक्रिप्शन लेने का अंतिम दिन है। अब तक एलआईसी आईपीओ (LIC IPO) के लिए 30 करोड तक की बोलियां लगाई जा चुकी हैं।
LIC IPO : भारतीय जीवन बीमा निगम (Life Insurance Company) का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (Initial Public Offering) घरेलू बाजारों के लिए भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ (IPO) है। इस आईपीओ में अब तक 30 हजार करोड रुपए तक की बोलियां निवेशकों द्वारा लगाई जा चुकी हैं। अनुमान है कि गोलियों के अंत तक यह आंकड़ा एक लाख करोड़ रुपए तक भी पहुंच सकता है। एलआईसी की इस आईपीओ के लिए आज 9 मई सोमवार तक ही निवेशक सब्सक्राइब कर सकते हैं।
यह इसका हुआ सर्वाधिक सब्सक्राइब
लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के आईपीओ में निवेशकों ने अलग-अलग श्रेणियों में बढ़-चढ़कर निवेश किया है। सब्सक्रिप्शन शुरू किए जाने के चौथे दिन तक बीमा धारकों के लिए रिजर्वेशन में 4 गुना से अधिक सब्सक्राइब पूरा हो चुका है। जिसमें खुदरा निवेशकों ने 1.40 गुना सब्सक्राइब किया है वही लाइव इंश्योरेंस कंपनी के कर्मचारियों के लिए 3.50 गुना हिस्सा रिजर्व रखा गया है। अगर गैर संस्थागत निवेशकों की बात करें तो इस हिस्से में करीब 100 फ़ीसदी से अधिक सब्सक्राइब हुआ है इसके अलावा संस्थागत खरीदारों के हिस्से में 60 फ़ीसदी से अधिक सब्सक्राइब हुआ है।
पूंजी में आ सकती है कमी
खुदरा निवेशकों के बीच एलआईसी के आईपीओ की विशेष रूप से लोकप्रियता देखी गई। इस हफ्ते बंद के दौरान भी सब्सक्रिप्शन के आंकड़ों में भारी उछाल दर्ज किया गया। इस स्तर पर आईपीओ में निवेश के कारण उद्योग जगत की ओर से यह आशंका जताई जा रही की अन्य मुद्दों के लिए पूंजी की कमी आ सकती है। क्योंकि एलआईसी के आईपीओ में निवेश के बाद बाजार का बहुत सारा धन अवरुद्ध हो जाएगा।
गौरतलब है कि भारत सरकार एलआईसी आईपीओ के जरिए करीब 21000 करोड रुपए जुटाने की ओर ध्यान दे रही है। बता दें भारत सरकार ने एलआईसी में अपनी 3.5 फ़ीसदी हिस्सेदारी बेच रही है। अब तक एलआईसी आईपीओ में बिक्री के लिए करीब 22.11 करोड़ इक्विटी शेरों की पेशकश की जा चुकी है। हालांकि कंपनी के मौजूदा पॉलिसी धारकों के लिए एलआईसी आईपीओ का 10 फ़ीसदी हिस्सा पहले से ही आरक्षित रखा गया है। इसके अलावा लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के कर्मचारियों के लिए एलआईसी आईपीओ में करीब 15 लाख से अधिक शेयरों को सुरक्षित रखा गया है।