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Wedding Season: बैंड-बाजा और बाराती से चहका बाजार, 5000 करोड़ से ज्यादा का कारोबार

Wedding Season: फोटो देव उठनी एकादशी से शुरू होंगी शादियां, फरवरी तक मांगलिक कार्यक्रम होंगे। होटल, गेस्ट हाउस फुल, कपड़े, वाहन से लेकर ज्वेलरी व कैटरर्स सभी मालामाल हो रहे।

Snigdha Singh
Published on: 6 Nov 2024 10:51 PM IST
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Wedding Season: धनतेरस, दीवाली के बाद अब शहर के बाजार बेसब्री से सहालग के इंतजार में है। 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी से शादी-विवाह व मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी। यह सहालग इसलिए भी खास है कि इस बार बंपर शादियां होने का बड़ा फायदा कानपुर के कारोबार को होने जा रहा है। होटल, गेस्ट हाउस, सराफा, ऑटो मोबाइल्स, टेंट, कैटरिंग, कपड़े समेत तमाम सेक्टर से जुड़े कारोबारियों को सहालग में अच्छे कारोबार का भरोसा है। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, सहालग में लगभग 20 हजार शादियां होने से बैंड-बाजा और बारतियों की धूम रहेगी। इस अवधि में लगभग 5000 करोड़ से ज्यादा का कारोबार शहर को मिलेगा।

देवउठनी एकादशी के दिन ही शहर में शादियों की धूम है। कोई भी गेस्ट हाउस, होटल खाली नहीं है। डेढ़ हजार से अधिक शादियां देवउठनी एकादशी के दिन हैं। तमाम सेक्टरों के कारोबार पर गौर करें तो इस एक दिन में ही 250 करोड़ का कारोबार होगा।

छोटे-बड़े डेढ़ हजार गेस्ट हाउस व होटल, सभी बुक :

नवंबर, दिसंबर व फरवरी तक शहर में शादियों की भरमार है। इसको लेकर शहर व आसपास सटे इलाकों में लगभग डेढ़ हजार छोटे-बड़े होटल, गेस्ट हाउस हैं। नवंबर, दिसंबर में तो सभी की बुकिंग पहले से की जा चुकी है। जनवरी, फरवरी के लिए लोग होटल संचालकों से संपर्क कर रहे हैं। कई तिथियां तो ऐसी हैं, जिसमें खोजने के बाद भी कोई हॉल खाली नहीं मिल रहा है।

मनपसंद ज्वेलरी के आगे चढ़े भाव भी बेअसर :

शादियों में सबसे ज्यादा जरूरी वस्तुओं में ज्वेलरी होती है। इस बार सोने-चांदी के भाव में तेजी है, लेकिन इसका कोई असर सहालग की तैयारियों में लगे लोगों पर नहीं दिख रहा है। बहू-बेटी के लिए पसंद की ज्वेलरी देने का इरादा लेकर आए खरीदार जमकर जेवर खरीद रहे हैं। हालांकि इस बार हल्की ज्वेलरी का चलन बढ़ा है। बहू-बेटी के लिए ही नहीं बल्कि दामाद और बेटे के लिए भी अंगूठी, सोने की चेन, ब्रेसलेट आदि की खरीदारी हो रही है।

लग्जरी कार से लेकर शानदार बाइक का क्रेज :

शादियों में कार और बाइक उपहार में देने का भी रिवाज है। इस बार बंपर सहालग होने से ऑटो मोबाइल्स कारोबार भी बड़ी उम्मीद लेकर बैठा है। नवंबर से फरवरी तक शादियां होने से कार और बाइक कारोबार से जुड़े कारोबारियों को 400 करोड़ रुपये के व्यापार की उम्मीद है।पांच हजार बाइक व डेढ़ हजार कारें बिकने की बात कही जा रही है।

खोजे नहीं मिल रहे हलवाई, कैटरिंग वाले बुक :

शादी-विवाह में सबसे ज्यादा खाने-खिलाने पर खर्च होता है। एक से बढ़कर लजीज व्यंजन परोसने पर सभी का जोर रहता है। नवंबर से फरवरी ही नहीं बल्कि मार्च-अप्रैल तक हलवाई और कैटरिंग वालों की बुकिंग हो चुकी है। एक पार्टी में अमूमन पांच से छह सौ लोगों को खाना खिलाने की व्यवस्था है। इनके लिए एक दर्जन से अधिक व्यंजन परोसने का ऑर्डर है। नाश्ते का मैन्यू बिल्कुल अलग है। कानपुर कैटरर्स एसोसिएशन के वाइस चेयरमैन मयंक कोहली के अनुसार, इस बार 30 फीसदी कारोबार अधिक है।

12 नवंबर से गूंजेगी शहनाई, शुरू होंगे मंगलकार्य

ज्योतिष सेवा संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष आचार्य पवन तिवारी के अनुसार, 12 नवंबर देवउठनी एकादशी से मुंडन, विवाह, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। देवोत्थानी एकादशी से लेकर 15 दिसम्बर तक विवाह होंगे। 16 दिसम्बर से खरमास लगने के चलते एक माह तक विवाह नहीं होंगे। इस वर्ष के बाकी दो महीनों में विवाह के 17 मुहूर्त हैं। 17 व 18 नवंबर को विवाह हेतु उत्तम मुहूर्त हैं। 13 नवंबर को विवाह मुहूर्त है। इस दिन तुलसी विवाह भी है। 22, 23, 24,25, 26, 28 व 30 नवम्बर को भी विवाह होंगे। दिसम्बर में 2 दिसंबर को पहला शुभ विवाह मुहूर्त हैं। वर्ष का अंतिम विवाह मुहूर्त 15 दिसंबर को है। इससे पहले 3,4, 5, 9, 10, 14 दिसंबर को भी मुहूर्त हैं।

बंपर शादियों का कारोबारी अंकगणित

- 800 करोड़ रुपये खाने-खिलाने में होंगे खर्च

- 700 करोड़ रुपये होटल, गेस्ट हाउस में खर्च

- 600 करोड़ के कपड़ों की सहालग में बिक्री

- 500 करोड़ का खर्च ज्वेलरी खरीदने में आएगा

- 550 करोड़ रुपये का खर्च बैंड-बाजा में होगा

- 400 करोड़ की कार, बाइक शोरूम से निकलेंगी

- 400 करोड़ रुपये मिठाई, ड्राई फूट में होंगे व्यय

- 400 करोड़ अलग-अलग खाद्य सामग्री में लगेंगे

- 300 करोड़ की सजावट, टेंट लगवाने का खर्च

- 200 करोड़ रुपये के फल की खरीदारी में लगेंगे

- 100 करोड़ रुपये किराए पर वाहन लेने में खर्च

- 100 करोड़ रुपये ब्यूटी पॉर्लर आदि का खर्च

क्या कहते हैं कारोबारी

राजकुमार भगतानी, महामंत्री, कानपुर, होटल, गेस्ट हाउस एसोसिएशन के अनुसार शहर के होटल-गेस्ट हाउस सहालग के दम पर ही टिके हैं। इस बार बंपर शादियां होने से कारोबार अच्छा होगा।एक शादी में अमूमन दस लाख का खर्च आता है। इस तरह से फरवरी तक 20 हजार शादियां होगी। अधिकांश के लिए बुकिंग हो चुकी है।



Shalini singh

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