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Mobile Tariff Hike: टेलीकॉम कंपनियां नए साल में देंगी झटका! बढ़ा सकती है मोबाइल टैरिफ

Mobile Tariff Hike: 5जी सर्विस लॉन्च होने के बाद टेलीकॉम कंपनियों पर मार्जिन और रेवेन्यू को लेकर दबाव बढ़ता जा रहा है। इसलिए कंपनियां टैरिफ बढ़ा सकती हैं।

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Written By aman
Published on: 2 Jan 2023 3:59 PM GMT (Updated on: 2 Jan 2023 4:09 PM GMT)
Mobile Tariff Hike:
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प्रतीकात्मक चित्र (Social Media)

Mobile Tariff Hike: देश की मोबाइल सेवा प्रदाता टेलीकॉम कंपनियां टैरिफ बढ़ाने की तैयारी में जुटी है। जी हां, नए साल में टेलीकॉम कंपनियां आपको झटका देने की तैयारी कर रही है। माना जा रहा 5जी टेलीकॉम सर्विस (5G Telecom Service in India) उपलब्ध कराने में कंपनियों ने भारी-भरकम निवेश किया है। जिससे नेटवर्क्स कॉस्ट (Network Cost) में इजाफा हुआ है। जिसके चलते टेलीकॉम कंपनियां टैरिफ बढ़ाने पर विचार कर रहे है। जानकार बताते हैं आने वाले दिनों में प्रीपेड (Prepaid) से लेकर पोस्टपेड (Postpaid) दोनों ही प्रकार की टैरिफ कंपनियां बढ़ाने का ऐलान कर सकती है।

ब्रोकरेज हाउस आईआईएफएल सिक्योरिटीज (IIFL Securities) ने एक रिपोर्ट जारी कर ये बातें कही हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि निकट भविष्य में 5जी सेवा से जुड़े प्रति यूजर्स औसत रेवेन्यू (ARPU) बढ़ना बेहद कठिन है। ऐसे में कंपनियों के पास 4जी टैरिफ (4g Tariff) को बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। ब्रोकरेज हाउस के हवाले से कहा गया है कि 2023 के मध्य में 4जी टैरिफ में बढ़ोतरी संभव है। क्योंकि, अगले साल यानी 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। इलेक्शन नजदीक होने पर अगर टैरिफ बढ़ाया जाता है तो उसका मौजूदा राजनीतिक पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।


Vodafone-idea के टैरिफ में 25% तक इजाफा !

कोटक (Kotak) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, वोडाफोन-आइडिया (Vodafone-idea) को कर्ज अदायगी के लिए 25 प्रतिशत तक टैरिफ बढ़ाना होगा। इसके साथ ही 2027 तक सरकार का बकाया चुकाने के लिए बड़ी बढ़ोतरी टैरिफ में करनी पड़ेगी। वहीं, ब्रोकरेज हाउस (Brokerage House) का मानना है कि पोस्टपेड टैरिफ (Postpaid Tariff) भी बढ़ने के आसार हैं।

5G नीलामी में खर्च की बड़ी राशि, यही विकल्प

देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनियों रिलायंस जियो (Reliance Jio) और भारती एयरटेल (Bharti Airtel) देश के कई शहरों में 5जी मोबाइल सेवा (5g mobile service) लॉन्च कर चुकी है। गौरतलब है, इन कंपनियों ने 5जी स्पेक्ट्रम (5G spectrum) हासिल करने के लिए मोटी रकम खर्च की है। इन्होंने निलामी में बड़ी राशि खर्च की है। तीनों मौजूदा टेलीकॉम कंपनियों ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में 1 लाख 50 हजार 173 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इन कंपनियों को लाइसेंस फीस (license fee) भुगतान के लिए अपना राजस्व बढ़ाना होगा। ऐसे में टेलीकॉम कंपनियों मोबाइल टैरिफ बढ़ाना ही एकमात्र विकल्प है।


टैरिफ में कितनी हो सकती है वृद्धि

विदेशी ब्रोकरेज हाउस जेफरीज (Jefferies) के विश्लेषकों (Analysts) ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि टेलीकॉम कंपनियां नए साल में 10 प्रतिशत तक मोबाइल टैरिफ में वृद्धि करने का ऐलान कर सकती है।जेफरीज ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा कि भारती एयरटेल (Bharti Airtel) और रिलायंस जियो (Reliance Jio) वित्त वर्ष 2020-23, 2023-24 तथा 2024-25 की चौथी तिमाही (Fourth quarter of 2024-25) में 10 प्रतिशत तक मोबाइल टैरिफ में बढ़ोतरी कर सकती है।

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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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