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रिलायंस इंडस्ट्री ने की बड़ी डील: अब दवा भी बेचेगी कंपनी, इनको लगेगा झटका
रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रमुख मुकेश अंबानी अब अपनी पकड़ रिटेल ई-कॉमर्स में करने की तैयारी कर चुके हैं। अमेजन व फ्लिपकार्ट को कड़ी टक्कर देने के लिए कई ई-कॉमर्स कंपनियों का अधिग्रहण करने की योजना तैयार की है। इस योजना के जरिये अंबानी रिटेल ऑनलाइन सेक्टर में अपनी पहुंच को और अधिक मजबूत बनाना चाहते हैं।
मुंबई रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रमुख मुकेश अंबानी अब अपनी पकड़ रिटेल ई-कॉमर्स में करने की तैयारी कर चुके हैं। अमेजन व फ्लिपकार्ट को कड़ी टक्कर देने के लिए कई ई-कॉमर्स कंपनियों का अधिग्रहण करने की योजना तैयार की है। इस योजना के जरिये अंबानी रिटेल ऑनलाइन सेक्टर में अपनी पहुंच को और अधिक मजबूत बनाना चाहते हैं।
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620 करोड़ रुपए का निवेश
अब रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ऑनलाइन फार्मेसी कंपनी नेटमेड्स के साथ करार किया है। कंपनी ने 620 करोड़ रुपये का निवेश किया है। रिलायंस ने विटालिक हेल्थ और उसकी सब्सिडियरी कंपनियों में करीब 60 फीसदी हिस्सेदारी ली है जिन्हें सामूहिक रूप से नेटमेड्स के रूप में जाना जाता है। रिलायंस ने सहायक कंपनियों त्रिसारा हेल्थ प्राइवेट लिमिटेड, नेटमेड्स मार्केट प्लेस लिमिटेड और दाधा फार्मा डिस्ट्रिब्यूशन प्राइवेट लिमिटेड में 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है।
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ईशा अंबानी ने कहा-
रिलायंस की रिटेल डायरेक्टर ईशा अंबानी ने एक बयान में कहा कि यह निवेश हमारी उस प्रतिबद्धता के अनुरूप ही है जिसमें हमने भारत में हर व्यक्ति तक डिजिटल पहुंच की बात की है। नेटमेड्स के अधिग्रहण से अब रिलायंस रिटेल लोगों को अच्छी क्वालिटी और किफायती हेल्थ केयर प्रोडक्ट और सेवाएं मुहैया करा सकेगा। नेटमेड्स ने जिस तरह से बहुत कम समय में देशव्यापी डिजिटल फ्रेंचाइजी विकसित की है उससे हम प्रभावित हुए हैं।
नेटमेड्स
नेटमेड्स एक ई-फार्मा पोर्टल है जिसके द्वारा प्रिस्क्रिप्शन आधारित और ओवर-द-काउंटर दवाएं और अन्य हेल्थ उत्पादों की बिक्री की जाती है। इसकी सेवाएं देश के करीब 20,000 स्थानों में उपलब्ध हैं। इसके अलावा कंपनी दवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी भी करती है। इसकी प्रमोटर चेन्नई आधारित कंपनी दाधा फार्मा है। यह 2015 से काम कर रही है।
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जबरदस्त प्रतियोगिता
बता दें इससे देश के ऑनलाइन फार्मेसी कारोबार में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा शुरू होने वाली है, पिछले हफ्ते ही दिग्गज बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन ने भी ऑनलाइन फार्मेसी कारोबार में कदम रखा है। कंपनी ने बेंगलुरु से ई-फार्मेसी सेवा शुरू की है और फ्लिपकार्ट भी इसमें उतरने का मन बना रहा है।
करार के मुताबिक रिलायंस ने विटालिक में 60 फीसदी इक्विटी होल्डिंग ली है, जबकि इसकी सब्सिडियरी ट्रेसरा हेल्थ, नेटमेड्स मार्केट प्लेस और फार्मा डिस्ट्रिब्यूशन में उसे 100 फीसदी हिस्सेदारी मिलेगी।
रिलायंस जिवामे के लिए 16 करोड़ डॉलर का भुगतान कर सकती है, जबकि अर्बन लैडर सौदा तीन करोड़ डॉलर में हो सकता है। इसके अलावा चर्चा है कि रिलायंस दूध डिलीवरी कंपनी मिल्कबास्केट को भी खरीद सकती है। अंबानी ने जियो प्लेटफॉर्म में हिस्सेदारी बेचकर 20 अरब डॉलर से अधिक की राशि जुटाई है। वे इसका इस्तेमाल घरेलू ई-कॉमर्स कंपनियों को खरीदने में कर सकते हैं।