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Pankaj Patel: 80 करोड़ के प्राइवेट जेट के मालिक दवाई कारोबारी पंकज पटेल, कई अहम दवाओं का निर्माण करती हैं इनकी कम्पनी

Pankaj Patel: जायडस ग्रुप के अध्यक्ष पंकज पटेल का पूरा नाम पंकजरामनभाई पटेल है। ये मूल रूप से प्रधानमंत्री के गढ़ कहे जाने वाले यानी गुजरात के रहने वाले हैं।

Jyotsna Singh
Written By Jyotsna Singh
Published on: 23 Sept 2023 1:34 PM IST (Updated on: 23 Sept 2023 5:38 PM IST)
Gujarat Medicine businessman Pankaj Patel
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Gujarat Medicine businessman Pankaj Patel  (photo: social media )

Pankaj Patel: देश की बड़ी फार्मा कंपनी जायडस कैडिला देश ही नहीं वरन विदेशों में भी अपनी मजबूत पहचान रखती है। वैक्सीन जायडस ग्रुप के अध्यक्ष पंकज पटेल का पूरा नाम पंकजरामनभाई पटेल है। ये मूल रूप से प्रधानमंत्री के गढ़ कहे जाने वाले यानी गुजरात के रहने वाले हैं। पंकजरामनभाई के शैक्षिक योग्यता की बात करें तो ये गुजरात विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ फ्रेमवर्क और मास्टर ऑफ फ्रेमवर्क के डिग्री होल्डर होने के साथ इस क्षेत्र में ये एक धुरंधर व्यवसाई हैं।

संजीवनी बूटी की तरह इस्तेमाल की गई दवाइयों में जायडस फार्मासिटिक कम्पनी की कोविड-19 वैक्सीन से लेकर रेमडेसिविर वैक्सीन का नाम था शुमार जायडस ग्रुप के अध्यक्ष पंकज पटेल दवाओं के सबसे सफल कारोबारी होने के साथ ही अहमदाबाद और गुजरात के सबसे अमीर कारोबारियों में गिने जाते हैं। ये फार्मासिटिक कम्पनी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी कई खास दवाइयों के निर्माण करने के तौर पर अपनी अलग पहचान रखती है। कॉरोना काल के दौरान सबसे ज्यादा डिमांड में रही या कहा जाए कि लोगों के लिए संजीवनी बूटी की तरह इस्तेमाल की गई दवाइयों में जायडस फार्मासिटिक कम्पनी की कोविड-19 वैक्सीन से लेकर

रेमडेसिविर वैक्सीन तक शामिल है। याद करिए तो रेमडेसिविर वही वैक्सीन है जिसकी करोना काल के दौरान जमकर ब्लैक मार्केटिंग हुई थी, REMDAC इंजेक्शन का वास्तविक दाम 2800 रुपये था लेकिन ब्लैक में इसे 5000 तक यानी दुगुनी कीमत पर बेचा गया। बात खाली यहीं खत्म नहीं होती करोना के शिकंजे में आखिरी सांसे गिन रहें मरीजों के लिए प्राणरक्षक बने इस वैक्सीन के डुप्लीकेट यानी नकली वैक्सीन भी धड़ल्ले से बेचे गए। कई मेडिकल स्टोर्स पर आपदा में अवसर तलाशने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई थी। हालांकि अब इस कंपनी ने इस वैक्सीन की कीमत घटाकर 899 रुपये कर दी है। इस कंपनी के लोकप्रिय उत्पादों में शुगर फ्री, कोविड-19 वैक्सीन, ZyCoV-D, गिलियड की दवा रेमडेसिविर और जायडस हॉस्पिटल जैसी कई कीमती दवाइयां शामिल हैं।

खर्च करने होंगे 5000 करोड़ रुपये

हमे याद आता है जब 2020 में कोविड काल के दौरान पंकज पटेल ने इस बात की घोषणा की थी कि अगर भारत को यदि अपनी 130 करोड़ से अधिक आबादी के लिए कोरोना वैक्सीन की खुराक तैयार करनी है तो उसे उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए पांच हजार करोड़ रुपये निवेश करने होंगें। उस मुश्किल हालात में जायडस कैडिला के अध्यक्ष पटेल ने ये भी कहा था कि दूसरी वैक्सीन की तुलना में करोना वैक्सीन को तैयार करने में अधिक खर्च आता है। क्यूंकि वैक्सीन को तैयार करने की प्रक्रिया काफी ज्यादा जटिल होती है।


क्या होगा पंकज पटेल की संपत्ति का आंकड़ा

देश की सबसे बड़ी फार्मा कंपनियों में शुमार जाइडस लाइफसाइंस लिमिटेड के अध्यक्ष पंकज पटेल की संपत्ति के आंकड़े की बात करें तो ये लगभग 60,300 करोड़ रुपये की बाजार पूंजीकरण के साथ भारत की सबसे बड़ी दवा कंपनियों में टॉप पर अपना मुकाम रखती है।

उनकी अनुमानित संपत्ति 51,537 करोड़ रुपये से भी अधिक है। इनकी सपत्ती की गणना के अनुसार पटेल पिछले साल भारत के 49वें सबसे अमीर व्यक्ति के तौर पर अपनी पहचान कायम करने में सफल रहे थे।


80 करोड़ के चैलेंजर-604 प्राइवेट जेट से चलते हैं पटेल

जाइडस लाइफसाइंस लिमिटेड के अध्यक्ष पंकज पटेल के पास बेशकीमती कारों की लंबी रेंज के साथ चैलेंजर-604 प्राइवेट जेट भी है, जिसे बॉम्बार्डियर कंपनी ने बनाया है। इसमें लगभग 12 सीटें हैं।उन्होंने इसे 2012 में खरीदा था, उस समय इसकी कीमत लगभग 80 करोड़ रुपये अनुमानित है। ज़ाइड्स वेबसाइट के अनुसार, आज कंपनी का कामकाज दुनिया भर के 55 देशों में है।


गुजरात के सबसे अमीर कारोबारियों में से एक है पंकज पटेल

जायडस ग्रुप के अध्यक्ष पंकज पटेल अहमदाबाद और गुजरात के सबसे अमीर कारोबारियों में गिने जाते हैं। इनके जीवन से जुड़ी पूरी बायोग्राफी की बात करें तो पटेल का जन्म 1953 में गुजरात के आणंद जिले में स्थित करमसद नगर में हुआ था। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने गुजरात विश्वविद्यालय से फार्मेसी की पढ़ाई की।

पढ़ाई पूरी होने पर 1976 में वह दवा कंपनी जाइडस लाइफसाइंस लिमिटेड से जुड़ कर काम करने लगे थे। उनके दिव्यांग पिता रमनभाई पटेल ने 1952 में अपने बिजनेस के लिए विटामिन्स बनाने का काम किया था। उन्होंने दो संस्थापक परिवारों के बीच अपनी समाजस्यता बरकरार के बाद 1995 में स्टॉकहोम में अपनी मजबूत पकड़ बना ली।

कंपनी की शुरुआत 1952 में उनके पिता ने एक बिजनेस पार्टनर के साथ की थी।

पटेल की जाइडस लाइफसाइंसेज को पहले कैडिला हेल्थकेयर के नाम से जाना जाता था। उनके बेटे डॉ. शरविल पटेल कंपनी के प्रबंध निदेशक के पद पर रहकर पीढ़ी दर पीढ़ी इस व्यवसाय को आगे लेकर जा रहें हैं।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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